वरुण बेवरेजेस| Varun Beverages
वरुण बेवरेजेस कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, प्रोडक्ट, चैयरमेन, मालिक, नेटवर्थ,सहायक कंपनिया, संस्थापक और अधिक (Varun Beverages company details in hindi)
वरुण बेवरेजेस लिमिटेड एक जानी-मानी भारतीय कंपनी है, जो आरजे कॉर्प ग्रुप का हिस्सा है। यह ग्रुप पेय पदार्थों के साथ-साथ फास्ट फूड, डेयरी प्रोडक्ट और हेल्थकेयर जैसे कई क्षेत्रों में काम करता है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
नाम | वरुण बेवरेजेस लिमिटेड (Varun Beverages Limited) |
इंडस्ट्री | फ़ूड एंड बेवरीज |
शुरुवात की तारीख | 1995 |
मुख्य लोग | रवि जयपुरिया (Chairman) |
मुख्यालय | गुड़गांव, हरियाणा |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :540180, NSE :VBL |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹1,67,842 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹20,129 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹23,143.91 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹16,740 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
मालक | RJ Corp |
वेबसाइट | varunbeverages.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
वरुण बेवरेजेस लिमिटेड (VBL) एक भारतीय कंपनी है, जो ठंडे पेय जैसे कि पेप्सी, 7 अप, माउंटेन ड्यू, मिरिंडा, स्टिंग, गेटोरेड और स्लाइस बनाती है, पैक करती है और दुकानों तक पहुँचाती है। इसके अलावा यह ट्रॉपिकाना जूस, निम्बूज, एक्वाफिना पानी जैसे पेय भी तैयार करती है। यह कंपनी पेप्सिको के पेयों को भारत और कई विदेशी बाजारों में बेचने का सबसे बड़ा काम करती है। इसकी शुरुआत 1995 में हुई थी और यह आरजे कॉर्प नाम की एक बड़ी कारोबारी समूह का हिस्सा है।
आज भारत में इसके 31 फैक्ट्रियां हैं और इसके साथ ही नेपाल, श्रीलंका, मोरक्को, जाम्बिया और जिम्बाब्वे जैसे देशों में भी इसके उत्पादन केंद्र हैं। वरुण बेवरेजेस का मानना है कि वह ग्राहकों को न केवल स्वादिष्ट बल्कि सेहत का भी ध्यान रखने वाले पेय देती है। पेप्सी जैसे ब्रांड्स के सबसे बड़े वितरक के रूप में इसने भारत और दुनिया में एक भरोसेमंद नाम बना लिया है।
वरुण बेवरेजेस का इतिहास (History)
- कंपनी की शुरुआत 16 जून, 1995 को नई दिल्ली में कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में की गई थी।
- 1999 में, कंपनी ने अलवर, जोधपुर और कोसी में अपनी सेवाएं शुरू कीं।
- 6 अक्टूबर 2004 को दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर डीबीएल का कंपनी में विलय हुआ।
- 2016 में, कंपनी को भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों एनएसई और बीएसई पर सफलता पूर्वक सूचीबद्ध किया गया।
- 2017 में, जाम्बिया स्थित सहायक इकाई में हिस्सेदारी 60% से बढ़ाकर 90% कर दी गई।
- 2022 में, पेप्सिको इंडिया होल्डिंग्स के साथ मिलकर कुरकुरे पफकॉर्न के निर्माण हेतु एक समझौता किया गया।
- दिसंबर 2023 में, पेप्सिको के दक्षिण अफ्रीकी बॉटलर “बेवको” को ₹1,320 करोड़ में अधिग्रहित किया गया।
- अप्रैल 2024 में, गोरखपुर स्थित नई फैक्ट्री में शीतल पेय उत्पादन की शुरुआत हुई।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
वरुण बेवरेजेस लिमिटेड द्वारा प्रदान किए जाने वाले उत्पादों की सूची:
- कार्बोनेटेड पेय पदार्थ:
- पेप्सी
- 7 अप
- माउंटेन ड्यू
- मिरिंडा (ऑरेंज, नींबू)
- स्टिंग (एनर्जी ड्रिंक)
- गेटोरेड (स्पोर्ट्स ड्रिंक)
- एवरवेस (सोडा)
- माउंटेन ड्यू आइस
- गैर-कार्बोनेटेड पेय पदार्थ:
- ट्रॉपिकाना स्लाइस (फल के रस)
- ट्रॉपिकाना जूस (आम, सेब, लीची)
- 7 अप निम्बूज़ मसाला सोडा
- एक्वाफिना (पानी)
- अन्य उत्पाद:
- क्रीमबेल मिल्कशेक
- ड्यूक क्लब सोडा
- लिप्टन आइस टी
संस्थापक (founder)
रवि जयपुरिया भारतीय उद्योग जगत के एक प्रतिष्ठित व्यवसायी हैं, जो आरजे कॉर्प के अध्यक्ष के रूप में कई प्रमुख कंपनियों का संचालन करते हैं। उनके अधीन वरुण बेवरेजेज, जो पेप्सिको के शीतल पेय ब्रांडों का सबसे बड़ा बॉटलिंग पार्टनर है, एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने अमेरिका में व्यवसाय प्रबंधन की पढ़ाई के बाद 1985 में भारत लौटकर पारिवारिक व्यवसाय को नया दिशा दी। अपनी मेहनत और दूरदर्शिता के साथ उन्होंने इसे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया, जिसके कारण उन्हें “कोला किंग” के रूप में सम्मानित किया गया।
रवि जयपुरिया का पारिवारिक जीवन भी उतना ही समृद्ध है, उनकी पत्नी धारा जयपुरिया और उनके दो बच्चे वरुण और देवयानी हैं। वे एक पारंपरिक मारवाड़ी हिंदू परिवार से आते हैं, और उनके नेतृत्व ने उन्हें भारतीय व्यवसाय क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
वरुण बेवरेजेस की सहायक कंपनिया (Subsidiary)
द बेवरेज कंपनी (The Beverage Company)
द बेवरेज कंपनी, जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में स्थित एक प्रमुख ड्रिंक्स निर्माता है, जो स्वाद वाले कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स, मिक्सर और स्थिर पेय पदार्थों की एक विस्तृत रेंज प्रदान करती है। यह कंपनी अपने मुख्य ब्रांड के अलावा कई छोटे ब्रांड और निजी लेबल्स के जरिए अलग-अलग प्रकार के ड्रिंक्स पेश करती है। द बेवरेज कंपनी अपने उत्पादों की ताजगी और गुणवत्ता के लिए जानी जाती है और ग्राहकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए पेय तैयार करती है। कंपनी ने अपने मजबूत वितरण नेटवर्क और साझेदारियों के जरिए बाजार में अपनी अच्छी पकड़ बनाई है।
वरुण बेवरेजेज मोरक्को (Varun Beverages Morocco)
वरुण बेवरेजेज मोरक्को, जो बौसकौरा में स्थित है, पेप्सिको का प्रमुख बॉटलर है और पेप्सी समेत कई अन्य शीतल पेय ब्रांड्स का उत्पादन करता है। कंपनी उन्नत तकनीक का उपयोग कर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाती है और विभिन्न पैकेजिंग विकल्प जैसे पीईटी बोतलें, कांच की बोतलें और एल्यूमीनियम के डिब्बे प्रदान करती है।
वरुण बेवरेजेज लंका (Varun Beverages Lanka (Pvt) Ltd)
वरुण बेवरेजेज लंका (प्राइवेट) लिमिटेड श्रीलंका में पेप्सिको के प्रमुख बॉटलर के रूप में कार्य करता है। यह आरजे कॉर्प का हिस्सा है, जो एशिया और अफ्रीका में तेजी से बढ़ते समूहों में से एक है। कंपनी श्रीलंका में पेप्सी, माउंटेन ड्यू, 7 अप, लिप्टन जैसे पेप्सिको के प्रमुख ब्रांड्स का उत्पादन और वितरण करती है।
लूनारमेक टेक्नोलॉजीज (Lunarmech Technologies)
Lunarmech Technologies Pvt Ltd दिल्ली, में स्थित एक निजी कंपनी है, जो पालतू बोतल कैप और क्राउन कैप के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है। यह कंपनी बोतल क्लोजर, प्लास्टिक क्लोजर, कैप क्लोजर और पैकेजिंग कैप के क्षेत्र में भी अपनी सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी अपने उत्पादों में गुणवत्ता और मजबूती का खास ख्याल रखते हुए, विभिन्न उद्योगों की जरूरतों के हिसाब से कस्टम समाधान देती है।
अधिग्रहण
- 2013 में, कंपनी ने दिल्ली में शीतल पेय और सिरप मिश्रण के उत्पादन और बिक्री का काम अपने हाथ में लिया।
- 2015 में, एक समझौते के तहत पेप्सिको इंडिया के शीतल पेय और सिरप मिश्रण का कारोबार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और चंडीगढ़ में अपने कब्जे में लिया।
- 2016 में, मोज़ाम्बिक स्थित सहायक कंपनी में आर्कटिक इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के सभी हिस्से खरीदे गए।
- 2017 में, पेप्सिको इंडिया के ओडिशा और मध्य प्रदेश में कुछ फ्रेंचाइजी क्षेत्र और दो निर्माण इकाइयों का अधिग्रहण किया गया।
- 2018 में, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड के फ्रेंचाइजी क्षेत्र तथा ओडिशा (कटक) और झारखंड (जमशेदपुर) की दो निर्माण इकाइयाँ प्राप्त की गईं।
- 2019 में, महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के विशेष हिस्सों में फ्रेंचाइजी अधिकार हासिल किए गए।
- नवंबर 2024 में, एसबीसी बेवरेजेज तंजानिया को ₹1304 करोड़, एसबीसी बेवरेजेज घाना को ₹127 करोड़ में खरीदा गया और लूनरमेक टेक्नोलॉजीज में 93% हिस्सेदारी ₹200 करोड़ में ली गई।
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
मार्च 2025 में प्रमोटरों के पास कंपनी के कुल शेयरों का 60.23% हिस्सा था। विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी घटकर 22.98% रह गई, जबकि म्यूचुअल फंड्स और घरेलू संस्थानों ने थोड़ा निवेश बढ़ाया। आम निवेशकों की भागीदारी लगभग बिना बदलाव के 7.58% पर बनी रही।
All values in % | Mar-25 | Dec-24 | Sep-24 |
Promoter | 60.23 | 60.20 | 62.66 |
Foreign institution | 22.98 | 25.26 | 24.18 |
Retail and other | 7.58 | 7.52 | 8.18 |
Mutual funds | 5.77 | 4.08 | 2.63 |
Other domestic institutions | 3.43 | 2.93 | 2.34 |
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
वरुण बेवरेजेस कंपनी क्या करती है?
वरुण बेवरेजेस लिमिटेड एक प्रमुख भारतीय कंपनी है जो पेप्सिको के पेय पदार्थों का निर्माण और वितरण करती है। यह कंपनी पेप्सी, 7Up, माउंटेन ड्यू, मिरिंडा, ट्रॉपिकाना जूस, और एक्वाफिना जैसे लोकप्रिय ब्रांड्स को भारत और अन्य देशों में उपलब्ध कराती है। इसके उत्पादन केंद्र भारत में विभिन्न स्थानों पर हैं, और इसका लक्ष्य ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले पेय उत्पादों की एक विविध रेंज प्रदान करना है।
वरुण बेवरेजेस के मालिक कौन हैं?
वरुण बेवरेजेस के मालिक रविकांत जयपुरिया हैं, जो कंपनी के प्रमोटर और चेयरमैन हैं। उन्होंने खाद्य और पेय उद्योग में लंबा अनुभव हासिल किया है। उनके पुत्र वरुण जयपुरिया कंपनी के एक्जीक्यूटिव वाइस-चेयरमैन और होल-टाइम डायरेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। दोनों के नेतृत्व में, कंपनी ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं और व्यापार के विभिन्न पहलुओं में लगातार वृद्धि देखी है।
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