पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज| PTC India Financial Services
PTC इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सर्विस, CEO, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, क्रेडिट रेटिंग, डिविडेंड और अधिक (PTC India Financial Services company details in hindi)
PTC इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज (PFS) की शुरुआत 2006 में हुई थी। यह कंपनी खास तौर पर ऊर्जा और बुनियादी ढांचा से जुड़ी परियोजनाओं के लिए वित्तीय मदद देती है। PFS अपने ग्राहकों को छोटे और बड़े दोनों तरह के लोन और फाइनेंसिंग विकल्प उपलब्ध कराती है। इसका उद्देश्य है टिकाऊ और लाभकारी प्रोजेक्ट्स को फंडिंग देकर देश के विकास में योगदान देना।
कंपनी प्रोफाइल (PTC India Financial Services Company Profile)
नाम | PTC India Financial Services Limited |
इंडस्ट्री | इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी |
शुरुवात की तारीख | 2006 |
मुख्य लोग | R Balaji (CEO) |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :533344, NSE :PFS |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹2,577 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹638 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹5,682.59 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹2,754 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
वेबसाइट | www.ptcfinancial.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
PTC इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज (PFS) भारत की एक मजबूत और सम्मानित कंपनी है जो भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग का काम करती है। यह कंपनी 2006 में PTC इंडिया लिमिटेड की सहायक के रूप में शुरू हुई थी। PFS ऊर्जा से जुड़ी कई परियोजनाओं को पैसे देती है, जैसे बिजली बनाना, ट्रांसमिशन, वितरण, ईंधन संसाधन और सड़क निर्माण। यह कंपनी लोन देती है, चाहे वह लंबे समय के लिए हो, छोटे समय के लिए हो या फिर अस्थायी जरूरतों के लिए हो। कंपनी अपने कस्टमर्स की जरूरत और मार्केट की स्थिति देखकर अलग-अलग तरह के फाइनेंसिंग विकल्प देती है।
PFS खासतौर पर नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) के प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। यह कंपनी फंडिंग के कई तरीके इस्तेमाल करती है जैसे कि प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग, सिक्योरिटाइजेशन और अन्य वित्तीय साधन। PFS के प्रमोटर PTC इंडिया लिमिटेड के पास लगभग 65% शेयर हैं, जिससे कंपनी को मजबूत सपोर्ट मिलता है।
इतिहास (PTC India Financial Services History)
- PTC इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड” की स्थापना 8 सितंबर 2006 को एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में की गई थी और कंपनी को 30 मार्च 2007 को व्यवसाय प्रारंभ करने का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
- 2010 में कर्नाटक राज्य में 6 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना का कमीशनिंग किया गया।
- 2010-11 में भारतीय रिज़र्व बैंक से “इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी” का दर्जा प्राप्त हुआ और ICRA द्वारा शॉर्ट टर्म उधारी के लिए ‘A1+’ की सर्वोच्च रेटिंग प्राप्त हुई।
- 2012 में कंपनी ने आकर्षक दरों पर बाहरी वाणिज्यिक ऋण जुटाया।
- 2013 में ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में विविधता लाने के लिए ₹1032 करोड़ की राशि 9 परियोजनाओं को स्वीकृत की गई।
- 2014 में CRISIL ने शॉर्ट टर्म बोर्रोइंग प्रोग्राम को सर्वोच्च रेटिंग दी।
- 2015 में कंपनी ने इंटरनेशनल फाइनेंस कारपोरेशन (IFC) के साथ मिलकर नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया।
- 2017 में IIFCL प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (IPL) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- 2022 में कंपनी को Global Sustainability Awards से सम्मानित किया गया।
PTC India Financial Services Credit Rating
ICRA ने PTC इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज की दीर्घकालिक रेटिंग का दृष्टिकोण “Negative” से बदलकर “Stable” कर दिया है, जो कॉर्पोरेट गवर्नेंस से जुड़ी चिंताओं के कम होने, कमाई में सुधार और 9MFY2025 में किसी नए फंसे ऋण के न होने को दर्शाता है। FY2024 में 26% की तुलना में ऋण पुस्तिका में गिरावट 9MFY2025 में घटकर 5% रह गई, जबकि गियरिंग 1.15 गुना पर संतुलित रही। हालांकि परिसंपत्ति गुणवत्ता कमजोर बनी रही सकल और शुद्ध स्टेज 3 क्रमशः 13.3% और 6.02% रही। ₹866 करोड़ का वितरण FY2024 के ₹585 करोड़ से अधिक रहा, लेकिन दीर्घकालिक फंडिंग की अनिश्चितता बनी रही।
ICRA को उम्मीद है कि बेहतर गवर्नेंस के चलते वितरण में सुधार होगा, हालांकि फंडिंग में सुस्ती कंपनी की प्रतिस्पर्धा को प्रभावित कर सकती है। रेटिंग PFS की स्वतंत्र वित्तीय स्थिति पर आधारित है, न कि प्रमोटर पीटीसी इंडिया लिमिटेड (65% हिस्सेदारी) की संभावित सहायता पर।
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
जून 2025 में शेयरधारिता संरचना में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 64.99% पर स्थिर रही, जो मार्च 2025 और दिसंबर 2024 में भी समान स्तर पर थी। खुदरा और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी जून में बढ़कर 27.71% हो गई, जबकि मार्च और दिसंबर में यह 27.50% रही। म्यूचुअल फंड्स की भागीदारी क्रमिक रूप से बढ़कर जून में 3.67% हो गई, जो मार्च में 3.64% और दिसंबर में 3.53% थी। विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि हुई, जो दिसंबर में 2.03%, मार्च में 2.08% और जून में 2.22% रही। दूसरी ओर, अन्य घरेलू संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी में गिरावट दर्ज की गई, जो दिसंबर में 1.95% से घटकर मार्च में 1.78% और जून 2025 में 1.41% रह गई।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Promoter | 64.99 | 64.99 | 64.99 |
Retail and other | 27.71 | 27.50 | 27.50 |
Mutual funds | 3.67 | 3.64 | 3.53 |
Foreign institution | 2.22 | 2.08 | 2.03 |
Other domestic institutions | 1.41 | 1.78 | 1.95 |
PTC India Financial Services Dividend History
घोषणा की तारीख (Announcement Date) | Ex-Dividend Date | प्रकार (Type) | डिविडेंड (रु.) |
18 मई 2023 | 5 सितम्बर 2023 | फाइनल | ₹1.00 |
15 जून 2020 | 14 सितम्बर 2020 | फाइनल | ₹0.45 |
6 मई 2019 | 20 सितम्बर 2019 | फाइनल | ₹0.80 |
14 मई 2018 | 29 अगस्त 2018 | फाइनल | ₹0.20 |
22 मई 2017 | 13 सितम्बर 2017 | फाइनल | ₹1.50 |
13 मई 2016 | 14 सितम्बर 2016 | फाइनल | ₹1.20 |
26 मई 2015 | 16 सितम्बर 2015 | फाइनल | ₹1.00 |
30 अप्रैल 2014 | 18 सितम्बर 2014 | फाइनल | ₹1.00 |
17 मई 2013 | 7 अगस्त 2013 | फाइनल | ₹0.40 |