इंडस टावर्स | Indus Towers
इंडस टावर्स कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, चैयरमेन, नेटवर्थ, सर्विसेस, शेयर होल्डिंग, डिविडेंड और अधिक (Indus Towers company details in hindi)
इंडस टावर्स लिमिटेड भारत में एक प्रमुख कंपनी है जो टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर सेवाएं प्रदान करती है। यह दूरसंचार ऑपरेटरों को अपनी सेवाओं के विस्तार के लिए टावर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराती है, जिससे देशभर में कनेक्टिविटी मजबूत होती है।
कंपनी प्रोफाइल (Indus Towers Company Profile)
नाम | इंडस टावर्स लिमिटेड |
इंडस्ट्री | टेलीकम्युनिकेशन |
शुरुवात की तारीख | नवंबर 2007 |
मुख्य लोग | एन कुमार (Chairman) |
मुख्यालय | गुरुग्राम, हरियाणा |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :534816, NSE :INDUSTOWER |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹88,111 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹30,090 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹55,867 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹27,039 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
वेबसाइट | industowers.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
इंडस टावर्स लिमिटेड भारत की एक प्रमुख टेलीकम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों और अन्य वायरलेस सेवा प्रदाताओं को निष्क्रिय अवसंरचना सेवाएं प्रदान करती है। इस कंपनी की शुरुआत नवंबर 2007 में हुई थी, जब भारती इंफ्राटेल (जो भारती एयरटेल की सहायक कंपनी है), वोडाफोन एस्सार और आइडिया सेल्युलर ने मिलकर इसे स्थापित किया। इनका उद्देश्य था दूरसंचार ऑपरेटरों को साझा टेलीकम्युनिकेशन बुनियादी ढांचा प्रदान करना।
इंडस टावर्स अपनी सेवाओं में टावर, बिजली, स्थान, स्मार्ट शहर, टावर संचालन केंद्र शामिल करता है। इसके टावर विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे जमीन पर बने पारंपरिक जालीदार टावर, छत पर लगे टावर, और हल्के हाइब्रिड पोल या मोनोपोल, जो अपनी डिज़ाइन के कारण आसपास के वातावरण में समाहित हो जाते हैं। इन टावरों का संचालन मुख्य रूप से बिजली या डीजल जनरेटर से होता है, जो उन्हें दूरदराज के इलाकों में भी प्रभावी ढंग से चलाने में सक्षम बनाता है।
इंडस टावर्स का नेटवर्क भारत में बहुत विस्तृत है, जिसमें 198,284 से ज्यादा टावर और 347,879 सह-स्थान शामिल हैं। कंपनी ने भारत के सभी 22 दूरसंचार सर्किलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, जो इसे देश की सबसे बड़ी टेलीकम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक बनाता है। इसके टावर टेलीकॉम ऑपरेटरों को अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाने और ग्राहकों तक अधिक प्रभावी तरीके से पहुंचाने में मदद करते हैं।
कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में एयरटेल, जियो, वीआई और भारती हेक्साकॉम जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं, जो अपने नेटवर्क विस्तार के लिए इस कंपनी की सेवाओं का उपयोग करती हैं। कंपनी का उद्देश्य है अपने ग्राहकों को बेहतरीन और भरोसेमंद अवसंरचना सेवाएं प्रदान करना, ताकि भारत में मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार हो सके।
इंडस टावर्स का इतिहास (History)
- इंडस टावर्स लिमिटेड की स्थापना नवंबर 2007 में भारती इंफ्राटेल, वोडाफोन एस्सार और आइडिया सेल्युलर द्वारा अपने निष्क्रिय इंफ्रास्ट्रक्चर को एक साथ मिलाने के लिए की गई थी।
- प्रमोटरों ने 31 जनवरी 2008 को एक नई योजना के तहत अपनी निष्क्रिय बुनियादी ढांचा संपत्तियां कंपनी को सौंप दी, जो उसी दिन से लागू हो गई।
- कंपनी ने 2010 में एस्सार स्टील इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सीलेंस अवार्ड्स में ‘साल की सबसे नवाचारी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी’ का पुरस्कार जीता।
- कंपनी ने 2011 में ग्लोबल मोबाइल अवार्ड्स में ‘सर्वश्रेष्ठ ग्रीन उत्पाद/सेवा’ के लिए ग्रीन मोबाइल अवार्ड जीता।
- कंपनी ने 2012 में सीआईओ-एपीसी ग्रीन आईटी अवार्ड जीता, जो उसके डेटा सेंटर को एकसाथ लाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने की सफलता को सराहता है।
- 2014 में, रिलायंस जियो और भारती इंफ्राटेल ने टावर इंफ्रास्ट्रक्चर को साझा करने के लिए एक साझेदारी की।
- 2015 में, भारती इंफ्राटेल ने विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (RFPI) के लिए पोर्टफोलियो निवेश योजना (PIS) के तहत विदेशी निवेश की सीमा 49% तक बढ़ाने की मंजूरी दी।
- 2016 में, भारती इंफ्राटेल को जोहान्सबर्ग में टावरएक्सचेंज एमई एंड ए मीटअप में ‘ग्रीन इनिशिएटिव ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार मिला।
- 2018 में, इंडस टावर्स और भारती इंफ्राटेल का विलय हुआ, जिससे यह चीन के बाद दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल टावर ऑपरेटर बन गया।
- 2020 में, भारती इंफ्राटेल लिमिटेड का नाम बदलकर इंडस टावर्स लिमिटेड कर दिया गया।
- 2022 में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडस टावर्स के एडवांस्ड डिजिटल हेल्थ कियोस्क का उद्घाटन किया।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
- टावर सेवाएं: मोबाइल नेटवर्क के लिए टावर बनाना, उनकी देखभाल और संचालन करना।
- साझा स्थान सेवाएं: पहले से बने टावरों पर अन्य कंपनियों के लिए जगह उपलब्ध कराना।
- ऊर्जा समाधान: दूरसंचार साइटों के लिए बिजली की आपूर्ति और बैकअप जनरेटर की व्यवस्था करना।
- साइट प्रबंधन: टावरों और उनके आस-पास की साइटों का रखरखाव करना।
- संचार सेवाएं: टावरों के बीच डेटा ट्रांसमिशन के लिए आवश्यक लिंक और एंटीना लगाना।
- स्मार्ट सिटी समाधान: स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के लिए संचार नेटवर्क और अन्य सेवाएं प्रदान करना।
- हरित प्रौद्योगिकी: ऊर्जा बचाने वाली और पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों का उपयोग करना।
- ग्रामीण कनेक्टिविटी: दूरदराज के क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की सेवा पहुंचाना।
- साझा अवसंरचना: टावरों और अन्य सेवाओं को साझा करने की व्यवस्था, जिससे कंपनियों को कम खर्च में ज्यादा सुविधाएं मिलती हैं।
- कस्टम टावर डिज़ाइन: ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार टावरों का डिजाइन और निर्माण करना।
मकान या ज़मीन से पाएं हर महीने कमाई – जानिए इंडस टावर का किराया! (Indus Tower Rent Per Month)
अगर आपकी ज़मीन या घर की छत किसी अच्छे लोकेशन पर है, तो आप उसे किराए पर देकर हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं। अगर टावर ज़मीन पर लगता है, तो आपको हर महीने करीब ₹35,000 से ₹40,000 तक किराया मिल सकता है। वहीं अगर टावर आपकी बिल्डिंग की छत पर लगे, तो इसका किराया आमतौर पर ₹20,000 से ₹25,000 प्रति माह होता है। एक टावर से कंपनी को हर महीने औसतन ₹70,000 से ज़्यादा की कमाई होती है, जबकि एक किरायेदारी (यानी एक जगह से) कंपनी को ₹41,198 का औसत मुनाफा होता है।
टावर का किराया आपके लोकेशन पर काफी हद तक निर्भर करता है। अगर आपकी ज़मीन किसी गांव में है, तो आपको हर महीने ₹5,000 से ₹15,000 तक का किराया मिल सकता है। लेकिन अगर आपकी ज़मीन किसी शहर या बिज़ी इलाके में है, तो यही रेंट ₹20,000 से शुरू होकर लाखों रुपये तक जा सकता है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी ज़मीन पर टावर लगे, तो इंडस टावर्स की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। सही प्रक्रिया अपनाएं और किसी फर्जी एजेंट के झांसे में न आएं सीधा कंपनी से संपर्क करना ही सबसे सुरक्षित तरीका है।
मोबाइल टावर लगवाने के लिए इंडस टावर्स में आवेदन कैसे करें? (Indus Tower Apply for Mobile Tower)
- इंटरनेट पर इंडस टावर्स की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।
अपने मोबाइल या कंप्यूटर में ब्राउज़र खोलें और “Indus Towers official site” सर्च करें।
- लैंड ओनर रजिस्ट्रेशन विकल्प ढूंढें।
वेबसाइट पर “Landowner” या “Apply to Host a Tower” जैसा विकल्प मिलेगा – उस पर क्लिक करें।
- अपनी ज़मीन या छत की जानकारी भरें।
जैसे: आपका नाम, मोबाइल नंबर, पता, ज़मीन का प्रकार (खाली ज़मीन या छत), पिन कोड आदि।
- ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
पहचान पत्र (जैसे आधार), ज़मीन के कागज़, बिजली का बिल जैसे जरूरी डॉक्युमेंट्स को अपलोड करें।
- फॉर्म जमा करें और पुष्टि का इंतजार करें।
आवेदन सबमिट करने के बाद अगर आपकी ज़मीन/लोकेशन उपयुक्त होगी, तो कंपनी की टीम आपसे सीधे संपर्क करेगी।
डिविडेंड के मामले में भी आगे है इंडस टावर्स (Indus Towers Dividend History)
हर निवेशक चाहता है कि उसके पैसे न सिर्फ सुरक्षित रहें, बल्कि समय-समय पर उससे कुछ कमाई भी हो। यही कारण है कि कंपनियों द्वारा दिया गया डिविडेंड निवेशकों के लिए एक बड़ा भरोसे का संकेत होता है। इंडस टावर्स ने बीते वर्षों में जिस तरह से लगातार लाभांश दिया है, वह यह साबित करता है कि कंपनी केवल शेयर मूल्य बढ़ाने पर नहीं, बल्कि अपने निवेशकों को नियमित रिटर्न देने में भी विश्वास रखती है।
📅 घोषणा की तारीख (Announcement Date) | 📆 Ex-Dividend Date | 🏷️ प्रकार (Type) | 💰 डिविडेंड (रु.) |
05 मई 2022 | 13 मई 2022 | अंतरिम (Interim) | ₹11.00 |
28 जनवरी 2021 | 08 फरवरी 2021 | अंतरिम | ₹17.82 |
27 जुलाई 2020 | 05 अगस्त 2020 | अंतरिम | ₹2.30 |
23 अप्रैल 2020 | 05 मई 2020 | अंतरिम | ₹4.10 |
10 दिसम्बर 2019 | 19 दिसम्बर 2019 | अंतरिम | ₹2.75 |
13 अगस्त 2019 | 22 अगस्त 2019 | अंतरिम | ₹3.65 |
24 अप्रैल 2019 | 07 मई 2019 | अंतरिम | ₹7.50 |
24 अक्टूबर 2018 | 01 नवम्बर 2018 | अंतरिम | ₹7.50 |
23 अप्रैल 2018 | 19 जुलाई 2018 | अंतिम (Final) | ₹14.00 |
22 मई 2017 | 20 जुलाई 2017 | अंतिम | ₹4.00 |
22 मार्च 2017 | 31 मार्च 2017 | अंतरिम | ₹12.00 |
26 अप्रैल 2016 | 09 अगस्त 2016 | अंतिम | ₹3.00 |
27 अप्रैल 2015 | 03 अगस्त 2015 | अंतिम | ₹6.50 |
25 अप्रैल 2014 | 24 जुलाई 2014 | अंतिम | ₹4.40 |
14 जुलाई 2014 | 24 जुलाई 2014 | अंतरिम | ₹4.50 |
30 अप्रैल 2013 | 20 जून 2013 | अंतिम | ₹3.00 |
इंडस टावर्स का मालिक कौन है?
इंडस टावर्स की अधिकतम हिस्सेदारी भारती एयरटेल के पास है, जो कंपनी का मुख्य स्वामी माना जाता है और इसके पास लगभग आधे से ज्यादा शेयर होते हैं। इसके अलावा, विदेशी निवेशक और म्यूचुअल फंड भी कंपनी के बड़े शेयरधारक हैं, जो कंपनी की विकास रणनीतियों और फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बाकी के शेयर आम जनता और छोटे निवेशकों के पास होते हैं, जिससे इंडस टावर्स एक साझा स्वामित्व वाली कंपनी बनती है। भारती एयरटेल के प्रभाव से कंपनी की मजबूती और विस्तार की दिशा तय होती है।
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
मार्च 2025 में इंडस टावर्स में प्रमोटर की हिस्सेदारी 50% रही, जो पिछली तिमाही के मुकाबले बिना किसी बदलाव के स्थिर बनी रही। हालांकि सितंबर 2024 में यह हिस्सा थोड़ा ज़्यादा, यानी 53.01% था। इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ा है उनकी हिस्सेदारी मार्च में 26.42% पहुंच गई, जो पिछले दो तिमाहियों में क्रमशः 26.15% और 24.19% थी। म्यूचुअल फंड्स की दिलचस्पी भी बढ़ी है, जिसकी हिस्सेदारी बढ़कर 13.68% हो गई। दूसरी तरफ, खुदरा निवेशकों और अन्य छोटे हिस्सेदारों की भागीदारी में गिरावट दर्ज की गई, जो मार्च में घटकर 5.16% रह गई। घरेलू संस्थानों ने धीरे-धीरे अपनी पकड़ मज़बूत की है और अब उनका हिस्सा 4.73% हो चुका है।
All values in % | Mar-25 | Dec-24 | Sep-24 |
Promoter | 50.00 | 50.00 | 53.01 |
Foreign institution | 26.42 | 26.15 | 24.19 |
Mutual funds | 13.68 | 13.32 | 12.96 |
Retail and other | 5.16 | 6.04 | 5.82 |
Other domestic institutions | 4.73 | 4.48 | 4.02 |
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निष्कर्ष
इंडस टावर्स लिमिटेड भारत की एक प्रमुख और प्रसिद्ध कंपनी है, जो टेलीकॉम कंपनियों के लिए टावर और उनसे जुड़ी सेवाएं प्रदान करती है। यह कंपनी अपने व्यापक नेटवर्क, उत्कृष्ट सेवाओं और नई तकनीक का उपयोग करके भारत में टेलीकॉम क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कंपनी ने गांवों से लेकर शहरों तक हर स्थान पर लोगों को बेहतर नेटवर्क कनेक्शन मुहैया कराकर उनकी जिंदगी को सरल बनाया है।
भविष्य में, 5G तकनीकी के बढ़ते उपयोग और डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को साकार करने में इस कंपनी का योगदान और बढ़ेगा। कंपनी का मजबूत व्यापार मॉडल और उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन इसे इस क्षेत्र में अग्रणी बनाए रखता है। यह कंपनी न केवल टेलीकॉम क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे देश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन चुकी है।
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