GIC Housing Finance| जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस
GIC हाउसिंग फाइनेंस कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सर्विस, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, क्रेडिट रेटिंग, डिविडेंड और अधिक (GIC Housing Finance company details in hindi)
GIC हाउसिंग फाइनेंस भारत की एक प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। यह कंपनी जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और उसकी सहायक बीमा कंपनियों द्वारा स्थापित की गई है, जिसका उद्देश्य आवास ऋण प्रदान करके लोगों को घर खरीदने, बनाने और सुधारने में मदद करना है।
कंपनी प्रोफाइल (GIC Housing Finance Company Profile)
नाम | GIC Housing Finance Ltd |
इंडस्ट्री | Housing finance |
शुरुवात की तारीख | 1989 |
मुख्य लोग | Sachindra Salvi (MD & CEO) |
मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :511676, NSE :GICHSGFIN |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹1,011 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹1,089 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹10,774.93 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹1,965 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
वेबसाइट | www.gichfindia.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
GIC Housing Finance की शुरुआत 1989 में “GIC Grih Vitta Ltd” के रूप में हुई थी, जिसे जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और उसकी प्रमुख बीमा कंपनियों ने प्रोमोट किया था। 1990 में कंपनी को व्यवसाय शुरू करने की मंजूरी मिली और तब से यह भारत में लाखों लोगों के “अपने घर” के सपने पूरे करने में मदद कर रही है। कंपनी का नेटवर्क देशभर फैला हुआ है और यह भरोसेमंद हाउसिंग फाइनेंस सेवाएं प्रदान करती है।
कंपनी के लोन प्रोडक्ट्स में व्यक्तिगत होम लोन, बैलेंस ट्रांसफर, मरम्मत व विस्तार के लिए लोन, अफोर्डेबल होम लोन, और कमर्शियल लोन शामिल हैं। साथ ही, प्रॉपर्टी के खिलाफ भी लोन उपलब्ध है। इसकी पूरी तरह से स्वामित्व वाली सहायक कंपनी GICHFL Financial Services Pvt. Ltd. वित्तीय सेवाओं के विस्तार में मदद करती है। तकनीकी सुधार और ग्राहक-केंद्रित सेवा की वजह से GIC हाउसिंग फाइनेंस हाउसिंग फाइनेंस के क्षेत्र में एक मजबूत और भरोसेमंद नाम बन चुका है।
इतिहास (GIC Housing Finance History)
- 1989 में GIC हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड की स्थापना हुई, जिसका उद्देश्य आम लोगों को आवास ऋण की सुविधा देना था।
- 1990 में कंपनी को आधिकारिक रूप से व्यवसाय शुरू करने की मंजूरी मिल गई, जिससे इसका परिचालन शुरू हुआ।
- 1994 में कंपनी ने प्रमोटर्स, कर्मचारियों और म्यूचुअल फंड्स को शेयर आवंटित करते हुए एक बड़ा पब्लिक इश्यू लॉन्च किया।
- 1996 में कंपनी ने अपने सभी ब्रांच ऑफिसों को जोड़ने के लिए कंप्यूटर नेटवर्किंग प्रोजेक्ट शुरू किया और साथ ही कई नई हाउसिंग लोन योजनाएं भी पेश कीं।
- 2004 में कंपनी ने अपने शेयरों के लेनदेन को सरल और सुचारु बनाने के लिए ‘शेयरप्रो सर्विसेज’ को शेयर ट्रांसफर एजेंट के रूप में नियुक्त किया।
- 2006 में कंपनी ने मौजूदा शेयरधारकों के लिए 1:1 के अनुपात में राइट्स इश्यू जारी किया, जिससे निवेशकों को बराबरी में नए शेयर खरीदने का मौका मिला।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
- घर खरीदने के लिए लोन
- नया मकान बनाने के लिए लोन
- पुराने मकान की मरम्मत या रंगरोगन के लिए लोन
- मकान में अतिरिक्त कमरा या मंज़िल बनाने के लिए लोन
- फ्लैट या ज़मीन खरीदने के लिए फाइनेंस
- दूसरे बैंक से चल रहे होम लोन को GIC में ट्रांसफर करने की सुविधा
- पति-पत्नी या परिवार के किसी सदस्य के साथ मिलकर लोन लेने की सुविधा
- विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए घर खरीदने का लोन
- समय से पहले लोन चुकाने की सुविधा
- आसान मासिक किश्तों (EMI) में लोन चुकाने की सुविधा
GIC Housing Finance Credit Rating
कंपनी को CRISIL रेटिंग एजेंसी ने ‘CRISIL AA+/Stable/CRISIL A1+’ रेटिंग दी है, जो यह दिखाता है कि कंपनी की आर्थिक स्थिति मजबूत है और यह अपने कर्ज समय पर चुकाने में सक्षम है। यह रेटिंग बताती है कि कंपनी पर निवेशकों का भरोसा बना हुआ है और इसका कामकाज ठीक तरीके से चल रहा है। इसके अलावा, कंपनी ने जो ₹225 करोड़ के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर जारी किए थे, वो पूरी तरह चुकता हो चुके हैं, इसलिए कंपनी के कहने पर और जरूरी पुष्टि मिलने के बाद CRISIL ने उनकी रेटिंग हटा दी है। यह दिखाता है कि कंपनी अपने वादों को निभाती है और समय पर पैसों का हिसाब-किताब साफ करती है, जिससे इसकी साख और बढ़ती है।
शेयर होल्डिंग (GIC Housing Finance Shareholding Pattern)
जून 2025 में खुदरा और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी 49.40% रही, जो मार्च 2025 की तुलना में थोड़ी कम है। प्रमोटरों का हिस्सा लगातार 42.41% पर स्थिर बना हुआ है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी जून में बढ़कर 2.68% हो गई, जबकि अन्य घरेलू संस्थाओं की हिस्सेदारी 5.52% रह गई, जो पिछले महीनों से थोड़ी कम है। कुल मिलाकर, प्रमोटरों का नियंत्रण मजबूत है, विदेशी निवेश बढ़ा है, और खुदरा व घरेलू संस्थागत निवेशकों में हल्की गिरावट आई है।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Retail and other | 49.40 | 49.51 | 49.24 |
Promoter | 42.41 | 42.41 | 42.41 |
Other domestic institutions | 5.52 | 5.90 | 5.90 |
Foreign institution | 2.68 | 2.18 | 2.45 |
GIC Housing Finance Dividend History
📅 घोषणा की तारीख (Announcement Date) | 📆 Ex-Dividend Date | 🏷️ प्रकार (Type) | 💰 डिविडेंड (रु.) |
16 मई 2025 | 18 जुलाई 2025 | अंतिम (Final) | ₹4.50 |
13 मई 2024 | 28 जून 2024 | अंतिम (Final) | ₹4.50 |
17 मई 2023 | 25 अगस्त 2023 | अंतिम (Final) | ₹4.50 |
18 मई 2022 | 01 सितम्बर 2022 | अंतिम (Final) | ₹4.50 |
29 जून 2021 | 16 सितम्बर 2021 | अंतिम (Final) | ₹4.00 |
29 जून 2020 | 03 दिसम्बर 2020 | अंतिम (Final) | ₹2.00 |
24 मई 2019 | 12 सितम्बर 2019 | अंतिम (Final) | ₹5.50 |
24 अप्रैल 2018 | 20 जुलाई 2018 | अंतिम (Final) | ₹5.50 |
28 अप्रैल 2017 | 14 जुलाई 2017 | अंतिम (Final) | ₹5.00 |
29 अप्रैल 2016 | 14 जुलाई 2016 | अंतिम (Final) | ₹5.00 |
06 मई 2015 | 09 जुलाई 2015 | अंतिम (Final) | ₹5.00 |
06 मई 2014 | 02 सितम्बर 2014 | विशेष (Special) | ₹1.00 |
07 मई 2014 | 02 सितम्बर 2014 | अंतिम (Final) | ₹5.00 |
10 मई 2013 | 18 जुलाई 2013 | अंतिम (Final) | ₹5.00 |
08 मई 2012 | 04 जुलाई 2012 | अंतिम (Final) | ₹4.50 |
10 मई 2011 | 14 जुलाई 2011 | अंतिम (Final) | ₹5.50 |
11 मई 2010 | 15 जुलाई 2010 | अंतिम (Final) | ₹4.50 |
06 मई 2009 | 16 जुलाई 2009 | अंतिम (Final) | ₹4.00 |
09 मई 2008 | 16 जुलाई 2008 | अंतिम (Final) | ₹4.00 |
09 मई 2007 | 19 जुलाई 2007 | अंतिम (Final) | ₹3.00 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस क्या है?
जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस एक फाइनेंस कंपनी है जो लोगों को घर खरीदने, बनवाने या सुधारने के लिए आसान और सस्ता लोन प्रदान करती है। इसका उद्देश्य घर से जुड़ी जरूरतों को पूरा करके लोगों के सपनों को सच करना है।
जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस का पुराना नाम क्या है?
जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस का पुराना नाम जीआईसी गृह वित्त लिमिटेड था, जिसे बाद में बदलकर वर्तमान नाम रखा गया।