वार्ड बॉय की नौकरी में क्या होता है? Ward boy in Hindi
अगर आप जानना चाहते हैं कि हॉस्पिटल में वार्ड बॉय का काम क्या होता है, तो आप सही जगह पर हैं। वार्ड बॉय मरीजों की देखभाल करता है, उन्हें स्ट्रेचर या व्हीलचेयर से एक वार्ड से दूसरे वार्ड तक ले जाता है, बिस्तर और आसपास की सफाई करता है और जरूरत पड़ने पर उनकी व्यक्तिगत मदद करता है। वह दवाइयाँ लाना, रिपोर्ट्स पहुँचाना और डॉक्टर व नर्स की सहायता भी करता है। अगर आप वार्ड बॉय की भूमिका को लेकर गंभीर हैं या इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी।
वार्ड बॉय कैसे बनते हैं (How to become a Ward Boy)

वार्ड बॉय बनने के लिए ज्यादा पढ़ाई की जरूरत नहीं होती। आमतौर पर 8वीं या 10वीं पास होना ही पर्याप्त है। इसके अलावा, शरीर से तंदरुस्त होना और मरीजों की मदद करने का दिल होना बहुत जरूरी है। कोई खास कोर्स जरूरी नहीं है, क्योंकि काम करते-करते सारी चीज़ें सीख ली जाती हैं। कई अस्पताल छोटी ट्रेनिंग या इंटर्नशिप भी देते हैं। इस काम में मरीजों की देखभाल, वार्ड की सफाई और नियमों का पालन करना शामिल होता है। कभी-कभी ऑपरेशन थिएटर में काम करने का भी मौका मिलता है, जिससे अनुभव और बढ़ता है।
वार्ड बॉय बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं (Hospital ward boy Qualification)

वार्ड बॉय या वार्ड असिस्टेंट बनने के लिए कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है। 12वीं पास करने वाले, खासकर साइंस स्ट्रीम और बायोलॉजी वाले, ज्यादा अवसर पा सकते हैं। शुरुआत में आप 6 महीने के छोटे कोर्स जैसे वार्ड टेक्नीशियन सर्टिफिकेट, जनरल ड्यूटी असिस्टेंस (GDA), या मल्टी-पर्पज हेल्थ वर्कर (MPHW) कर सकते हैं। इन कोर्स में मरीजों की देखभाल, अस्पताल में मदद, सफाई और उपकरणों के सही इस्तेमाल की जानकारी दी जाती है, जिससे हेल्थकेयर फील्ड में जल्दी काम शुरू किया जा सकता है।
इन ट्रेनिंग प्रोग्राम से आप मरीजों को सहारा देने, उन्हें खाना या दवा देने, वार्ड और उपकरण साफ रखने, नर्स और डॉक्टर की मदद करने और मरीजों के रिकॉर्ड और बुनियादी स्वास्थ्य चेक करने जैसी स्किल्स सीख सकते हैं। करियर की शुरुआत आप अस्पताल, क्लीनिक या नर्सिंग होम में वार्ड असिस्टेंट के रूप में कर सकते हैं और अनुभव बढ़ने के बाद नर्सिंग या अन्य हेल्थकेयर फील्ड में आगे बढ़ सकते हैं। ऐसे कोर्स कई मान्यता प्राप्त संस्थानों या NSDC-मान्यता वाले केंद्रों से किए जा सकते हैं।
वार्ड बॉय की सैलरी कितनी होती है? (Hospital ward boy Salary)
अगर आप अस्पताल में वार्ड बॉय के रूप में काम करने का सोच रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि इस काम में आमतौर पर कितनी कमाई हो सकती है। प्राइवेट हॉस्पिटल में मिलने वाली सैलरी आपके अनुभव, काम की जगह और हॉस्पिटल की कैटेगरी पर निर्भर करती है। नीचे कुछ सामान्य आंकड़े दिए जा रहे हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं:
| अनुभव | औसत मासिक वेतन |
| फ्रेशर (0–1 साल) | ₹8,000 – ₹12,000 |
| 1–3 साल | ₹12,000 – ₹15,000 |
| 3 साल से अधिक | ₹15,000 – ₹20,000 या अधिक |
सरकारी अस्पताल में वार्ड बॉय की सैलरी (Ward boy Salary in Govt Hospital)
सरकारी अस्पतालों में वार्ड बॉय की नौकरी में वेतन के साथ-साथ कई सुविधाएं भी मिलती हैं। अनुभव के आधार पर सैलरी में बढ़ोतरी होती है और साथ ही विभिन्न भत्ते और आरामदायक काम के फायदे भी मिलते हैं। यही कारण है कि कई लोग इस पद को अच्छी नौकरी मानते हैं।
| पद/अनुभव | मासिक वेतन (₹) |
| शुरुआती स्तर (लेवल 1) | 18,000 – 22,000 |
| कुछ अनुभव के बाद (लेवल 2) | 22,000 – 27,000 |
| वरिष्ठ स्तर (अनुभवी) | 27,000 – 35,000 तक |
इसके अलावा मिलने वाले फायदे:
- महंगाई भत्ता (DA)
- घर भाड़ा भत्ता (HRA)
- पेंशन और सेवा के बाद मिलने वाले लाभ
- मेडिकल सुविधाएं
- छुट्टियाँ और अन्य सरकारी लाभ
वार्ड बॉय की ड्यूटी कितने घंटे की होती है?
वार्ड बॉय की ड्यूटी सामान्यत: 8 घंटे की होती है, जो अधिकांश सरकारी और बड़े अस्पतालों में मानक है। हालांकि, निजी देखभाल, घर पर मरीज की निगरानी या गंभीर परिस्थितियों में यह समय 10 से 12 घंटे तक या कभी-कभी लगातार 24 घंटे भी हो सकता है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके। ड्यूटी का समय अस्पताल, क्लिनिक या घर की जरूरतों, मरीज की स्थिति और नियोक्ता की नीतियों के अनुसार अलग-अलग तय होता है।
वार्ड बॉय ट्रेनिंग (Hospital ward boy Training)

1. वार्ड बॉय का काम समझें
- सुबह 7 बजे ड्यूटी शुरू
- पहले वार्ड की झाड़ू-पोछा लगाना
- सभी बेड की चादरें चेक करना
2. मरीजों की देखभाल
- कमजोर मरीज को उठाने-बिठाने में मदद
- खाना खिलाते समय सिर थोड़ा ऊंचा करना
- नहलाने में मदद (जरूरत पड़ने पर)
- डॉक्टर के राउंड के समय मरीज को तैयार करना
3. मशीनों और सामान का ध्यान रखें
- ऑक्सीजन सिलेंडर: पाइप चेक करना, गैस लेवल देखना
- ड्रिप स्टैंड: साफ रखना, खाली बोतल बदलना
- व्हीलचेयर: हवा चेक करना, ब्रेक ठीक है या नहीं
4. कचरा प्रबंधन
- लाल डिब्बा: नुकीली सुईयां/ब्लेड
- पीला डिब्बा: गंदे पट्टे/कॉटन
- काला डिब्बा: सामान्य कचरा
5. जरूरी सावधानियां
- हमेशा हाथ धोकर काम शुरू करें
- मरीज का खून लग जाए तो तुरंत साबुन से धोएं
- ग्लव्स पहनकर ही गंदे कपड़े उठाएं
6. डॉक्टर-नर्स के आदेश
- दवाई लाने को कहें तो फार्मेसी से ले आएं
- रिपोर्ट कलेक्शन के लिए लैब जाएं
- इमरजेंसी में स्ट्रेचर लेकर भागना पड़े तो तुरंत तैयार रहें
7. काम के घंटे और छुट्टियां
- सुबह 7 से शाम 4 बजे तक (8 घंटे)
- बीच में 30 मिनट का लंच ब्रेक
- हफ्ते में 1 दिन छुट्टी (रोटेशन के हिसाब से)
वार्ड बॉय होम सर्विस (Ward boy Home service)

वार्ड बॉय होम सर्विस आपके घर में ही पेशेवर मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने का एक विश्वसनीय तरीका है, जो विशेष रूप से बुजुर्गों, पोस्ट-ऑपरेटिव मरीजों और लंबी बीमारी से जूझ रहे रोगियों के लिए डेली केयर, मेडिसिन मैनेजमेंट, पर्सनल हाइजीन और मूवमेंट असिस्टेंस जैसी जरूरी सेवाएं प्रदान करता है, जिससे मरीजों को अस्पताल जैसी देखभाल घर के आरामदायक माहौल में मिल सके और परिवारजनों को भी मानसिक व शारीरिक रूप से राहत मिले।
घर पर वार्ड बॉय किन कामों में मदद करता है?
- मरीज को उठाने और बिठाने में सहारा देता है
- समय पर दवा देना याद दिलाता है
- मरीज को साफ़-सुथरा रखने में मदद करता है
- व्हीलचेयर या वॉकर चलाने में सहायता करता है
- अगर ज़रूरत हो और ट्रेनिंग हो, तो घाव की देखभाल करता है
- मरीज का कमरा साफ़ रखने का ध्यान रखता है
- कोई बदलाव हो तो परिवार या डॉक्टर को बता देता है
किन लोगों को घर पर वार्ड बॉय की ज़रूरत पड़ सकती है?
- बुजुर्ग जिन्हें रोज़ किसी की मदद चाहिए
- ऑपरेशन के बाद घर पर आराम कर रहे लोग
- पैरालिसिस या लंबी बीमारी वाले मरीज
- जो एक्सीडेंट के बाद चल-फिर नहीं पा रहे हों
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सीजी में वार्ड बॉय की योग्यता क्या है?
छत्तीसगढ़ में वार्ड बॉय बनने के लिए कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है, जबकि 12वीं या हेल्थकेयर कोर्स करने वाले बेहतर अवसर पा सकते हैं। इस काम में मरीजों की देखभाल, वार्ड की सफाई और उपकरण संभालना शामिल होता है, इसलिए शारीरिक रूप से मजबूत और जिम्मेदार होना जरूरी है। 6 महीने के छोटे कोर्स जैसे वार्ड टेक्नीशियन, GDA या MPHW करने से कौशल बढ़ता है और नौकरी पाने में आसानी होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. ward boy meaning in Marathi
वार्ड बॉय हा रुग्णालयात काम करणारा एक मदतनीस असतो. रुग्णांना हलवणं, बेड नीट करणं, वेळेवर औषधं आणणं, आणि नर्स किंवा डॉक्टरांना हातभार लावणं हे त्याचे मुख्य काम असते.
2. वार्ड बॉय का मुख्य काम क्या होता है?
एक Ward Boy दिनभर कई ज़रूरी काम करता है जैसे कि मरीजों को व्हीलचेयर पर ले जाना, कमरे और बेड साफ करना, मरीजों को समय पर खाना देना और उन्हें दवाइयों के लिए तैयार करना। इसके अलावा, मरीजों की रोज़मर्रा की जरूरतों में भी सहयोग करता है।
3. ward boy meaning in hindi
Ward Boy एक ऐसा व्यक्ति होता है जो अस्पताल में मरीजों की रोजमर्रा की ज़रूरतों में मदद करता है। वह मरीजों को समय पर दवा दिलवाने, उन्हें बिस्तर से उठाने-बिठाने, और साफ-सफाई जैसे ज़रूरी कामों में सहायक होता है।
4. वार्ड बॉय नर्स है?
नहीं, वार्ड बॉय नर्स नहीं होता। वह मरीजों की रोजमर्रा की मदद करता है, जैसे स्नान, कपड़े बदलना, खाना खिलाना और उन्हें कमरे या वार्ड में ले जाना। इससे नर्सों को मरीजों का इलाज और देखभाल करने का समय मिलता है। वह स्वास्थ्य टीम का अहम हिस्सा है, लेकिन सीधे मेडिकल काम नहीं करता।
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निष्कर्ष
Ward Boy अस्पताल की टीम का अहम हिस्सा होता है और यह मरीजों की देखभाल और सहायता में पूरी मेहनत करता है। इस काम में सिर्फ शारीरिक ताकत ही नहीं, बल्कि समझदारी, धैर्य और सहयोग की भावना भी जरूरी होती है। सही प्रशिक्षण और अनुभव से यह कर्मचारी मरीजों की जरूरतों को अच्छे से पूरा करने के साथ-साथ अस्पताल के कामकाज को भी सुचारू बनाता है। हेल्थ सेक्टर में सेवा भाव के साथ करियर बनाना चाहते हैं, तो यह पद आपके लिए एक उपयुक्त अवसर हो सकता है।

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