टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)-कंपनी प्रोफाइल, ऐतिहासिक यात्रा और सभी उत्पाद/सेवाएँ
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज|Tata Consultancy Services
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) एक भारतीय आईटी कंपनी है जो दुनिया भर में टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस और सलाह देने का काम करती है। यह बैंकिंग, हेल्थकेयर और एजुकेशन जैसे क्षेत्रों में कंपनियों को बेहतर बनाने में मदद करती है। TCS का हेड ऑफिस मुंबई में है और यह टाटा ग्रुप की एक बड़ी कंपनी है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है। यह कंपनी कंप्यूटर और इंटरनेट से जुड़ी सुविधाएं, बिजनेस सलाह और तकनीकी सेवाएं देती है। TCS बैंक, अस्पताल, स्कूल, दुकानों और कई अन्य क्षेत्रों के लिए काम करती है। इसके कुछ खास सॉफ्टवेयर जैसे TCS ADD, BANCS और क्लाउड पर चलने वाले ERP सिस्टम व्यापारियों के काम को आसान बनाते हैं।
TCS शहरों को स्मार्ट बनाने, इंटरनेट स्टोरेज, कंप्यूटर सुरक्षा और जानकारी के विश्लेषण के क्षेत्र में भी काम कर रही है। इसकी गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन वेब सर्विसेज जैसी बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर काम करती है। TCS का मुख्य कार्यालय मुंबई शहर में है और यह टाटा कंपनी समूह की सबसे महत्वपूर्ण कंपनी है। यह दुनिया के 46 देशों में फैली हुई है और इसकी कीमत 200 अरब डॉलर से भी ज्यादा है। टाटा समूह के पास TCS का 71% से अधिक हिस्सा है और यही इसकी सबसे बड़ी कमाई का जरिया है। TCS नई तकनीक और अच्छी सेवाओं के बल पर पूरी दुनिया में अपना नाम कमा रही है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का इतिहास (History)
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की स्थापना 1968 में टाटा ग्रुप ने “टाटा कंप्यूटर सिस्टम्स” के नाम से की थी। शुरुआत में यह एक छोटे सॉफ्टवेयर और कंप्यूटिंग कंपनी के रूप में काम करती थी, लेकिन समय के साथ यह विश्वभर में आईटी सेवाओं और कंसल्टिंग में एक प्रमुख नाम बन गई।
1975 में, TCS ने स्विस कंपनी SIS SegaInterSettle के सहयोग से SECOM नामक एक इलेक्ट्रॉनिक डिपॉजिटरी और ट्रेडिंग सिस्टम विकसित किया, जिससे वित्तीय लेन-देन की प्रक्रिया सुरक्षित और सरल हो गई।
1980 में, TCS ने पुणे में टाटा रिसर्च एंड डिज़ाइन सेंटर (TRDDC) की स्थापना की, जिसका मुख्य उद्देश्य सॉफ्टवेयर और तकनीकी नवाचारों का विकास करना था।
1999 के अंत में, TCS ने भारत में निर्णय समर्थन प्रणाली (DSS) समाधान पेश किया, जिससे व्यवसायों को डेटा के आधार पर सटीक निर्णय लेने में मदद मिली।
2000 में, TCS ने गुवाहाटी में ‘पर्सनल अकाउंटेंट’ नामक एक अकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर लॉन्च किया, जिसे छोटे और मझोले व्यवसायों के लिए खासतौर पर तैयार किया गया था।
2001 में, टाटा इन्फोटेक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के बीच विलय की संभावना पर विचार किया गया, ताकि दोनों कंपनियों की ताकत को एकजुट किया जा सके।
2003 में, टीसीएस ने अपने कर्मचारियों को एक विदेशी भाषा सिखाने के लिए एक विशेष विभाग शुरू किया, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर बातचीत कर सकें।
2004 में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने अमेरिका के डेट्रायट में अपना ‘ऑटोमोटिव सेंटर’ खोला, जो वाहन उद्योग के लिए नए तकनीकी समाधान और नवाचार प्रदान करेगा।
2009 में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में एक नया ऑफिस खोला, जिससे कंपनी की वैश्विक मौजूदगी बढ़ी।
2011 में, टीसीएस ने भारत में मोबाइल ट्रेडिंग की सुविधा शुरू की और साथ ही बाजार निगरानी और ट्रेडिंग के लिए नया प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया, जो मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
2012 में, टीसीएस ने Oracle Fusion HCM के लिए एक नई और तेज़ सेवा शुरू की, जिससे कंपनियों को अपनी मानव संसाधन प्रणाली को जल्दी और आसानी से लागू करने में मदद मिली।
2013 में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को एक प्रमुख शोध संस्था ने ओरेकल एप्लीकेशन प्रबंधन सेवाओं में सबसे बेहतर कंपनी के रूप में पहचान दी।
2014 में, टीसीएस ने निसान के साथ मिलकर एक नया सॉफ़्टवेयर एश्योरेंस समाधान पेश किया, जो वाहन उद्योग में सॉफ़्टवेयर की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
2015 में, टीसीएस ने डिजिटल मार्केटिंग सेवाओं के लिए एडोब के साथ अपनी प्रमुख साझेदारी की घोषणा की।
2017 में, डिजिटल इंडिया अभियान के तहत, टीसीएस ने पटना में एक नया केंद्र खोला, जो नए अवसरों के निर्माण और क्षेत्रीय विकास में योगदान करेगा।
2018 में, टीसीएस और सिंगापुर एयरलाइंस ने मिलकर एयरलाइन उद्योग के ग्राउंड ऑपरेशंस को डिजिटल रूप से सुधारने के लिए एक नया समाधान लॉन्च किया, जिससे संचालन में सुधार और गति मिलेगी।
2021 में, टीसीएस ने रियाद में एक ऑल-वुमन इनोवेशन लैब की शुरुआत की, जो सऊदी अरब के विज़न 2030 को साकार करने में मदद करेगी।
2022 में, टीसीएस ने गुजरात सरकार के साथ मिलकर स्कूलों में डिजिटल कौशल सिखाने के लिए समझौता किया, ताकि छात्रों को आधुनिक तकनीकी दुनिया के लिए तैयार किया जा सके।
2023 में, टीसीएस ने Amazon सिक्योरिटी लेक के साथ मिलकर एक नया AI आधारित साइबर सुरक्षा प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया, जो सुरक्षा खतरों की पहचान और समाधान में मदद करेगा।
अधिग्रहण
सीएमसी लिमिटेड, जो अक्टूबर 2001 में भारत में आईटी सेवाएं प्रदान कर रही थी, कंपनी ने अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और मजबूत घरेलू ग्राहक नेटवर्क विकसित किया। 28 अप्रैल 2015 को, सीएमसी का टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ (TCS) में विलय हो गया, जिससे TCS की सेवाओं और क्षमताओं में और विस्तार हुआ।
2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने फीनिक्स कंपनीज इंक से फीनिक्स ग्लोबल सॉल्यूशंस (पीजीएस) का अधिग्रहण किया।
2013 में, टीसीएस ने फ्रांस की आईटी सेवा कंपनी ALTI का अधिग्रहण पूरा किया।
2018 में, टीसीएस ने ब्रिजप्वाइंट ग्रुप का अधिग्रहण किया।
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
दिसंबर 2024 तक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का शेयर होल्डिंग पैटर्न: प्रोमोटर 71.77%, विदेशी संस्थाएँ 12.68%, अन्य घरेलू संस्थान 6.59%, रिटेल और अन्य 4.68%, म्यूच्यूअल फंड्स 4.32%, टोटल 100%।
शेयरहोल्डर
शेयर होल्डिंग
प्रोमोटर
71.77
विदेशी संस्थाएँ
12.68
अन्य घरेलू संस्थान
6.59
रिटेल और अन्य
4.68
म्यूच्यूअल फंड्स
4.32
टोटल
100%
TCS के मुख्य उत्पाद व सेवाएँ(Product/service)
बैंकिंग समाधान
TCS BaNCS (कोर बैंकिंग सिस्टम)
डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म
बीमा प्रौद्योगिकी
पॉलिसी प्रबंधन सिस्टम
क्लेम प्रसंस्करण उपकरण
क्लाउड सेवाएँ
हाइब्रिड क्लाउड समाधान
ERP क्लाउड अनुप्रयोग
साइबर सुरक्षा
नेटवर्क सुरक्षा समाधान
डेटा सुरक्षा सेवाएँ
डेटा विश्लेषण
बिग डेटा टूल्स
व्यावसायिक विश्लेषण प्लेटफॉर्म
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
चैटबॉट प्लेटफॉर्म
मशीन लर्निंग समाधान
IoT समाधान
स्मार्ट डिवाइस प्रबंधन
सेंसर आधारित निगरानी
डिजिटल परिवर्तन
ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म
स्मार्ट सिटी समाधान
शिक्षा प्रौद्योगिकी
TCS iON लर्निंग प्लेटफॉर्म
डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली
स्वास्थ्य सेवा IT
अस्पताल सूचना प्रणाली
डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड
पुरस्कार (Awards)
विजुअल सॉफ्ट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ को वर्ष 2000 में हैदराबाद सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन से दो पुरस्कार प्राप्त हुए।
2012 में, टीसीएस को एसएपी से पार्टनर इम्पैक्ट पुरस्कार मिला।
2013 में, टीसीएस बीएएनसीएस ने ग्लोबल कस्टोडियन अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस में सर्वश्रेष्ठ कस्टडी समाधान का पुरस्कार जीता। इसके साथ ही, टीसीएस ने यूरोप में कई कॉर्पोरेट एंगेजमेंट अवार्ड्स भी जीते।
2014 में, टीसीएस यूके को एचआर नेटवर्क राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उसी साल, टीसीएस को विविधता और समावेशन (डीएंडआई) पुरस्कार समारोह में शीर्ष कार्यबल पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।
2015 में, टीसीएस ने ब्रैंडन हॉल ग्रुप अवार्ड्स में तीन अलग अलग श्रेणियों में पुरस्कार जीते।
2023 में, टीसीएस ने गूगल क्लाउड पार्टनर ऑफ द ईयर के तीन पुरस्कार जीते।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज क्या काम करती है?
TCS कंपनियों को डिजिटल तकनीक से जोड़कर उनके काम को आसान और स्मार्ट बनाती है। यह बैंक, हॉस्पिटल, स्कूल और दुकानों के लिए खास सॉफ्टवेयर बनाकर उनकी समस्याएं दूर करती है।
Conclusion
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने भारत को ग्लोबल टेक मैप पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। यह कंपनी सिर्फ सॉफ्टवेयर नहीं बनाती, बल्कि डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में जुटी है। छोटे दुकानदार से लेकर बड़े बैंक तक, TCS के समाधान सबके काम को आसान बना रहे हैं।
मुंबई में स्थित यह कंपनी टाटा समूह के उन चंद सितारों में से एक है जिसने भारतीय तकनीक को विश्व पटल पर गर्व से स्थापित किया है। आज जब आप किसी एटीएम से पैसे निकालते हैं, ऑनलाइन बिल भरते हैं या अस्पताल में डिजिटल रिकॉर्ड देखते हैं – संभावना है कि उसमें TCS की तकनीक का योगदान हो! यह सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल क्रांति की एक जीती-जागती मिसाल है।
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