टाटा केमिकल्स| Tata Chemicals
टाटा केमिकल्स कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, प्रोडक्ट, चेयरमैन, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, डिविडेंड, पुरस्कार और मान्यताएं और अधिक (Tata Chemicals company details in hindi)
टाटा केमिकल्स लिमिटेड एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जो रसायन, कृषि समाधान और विशेष उत्पादों के क्षेत्र में कार्यरत है। इसकी स्थापना 1939 में हुई थी और यह टाटा समूह का हिस्सा है। कंपनी बेसिक रसायन जैसे सोडा ऐश और नमक, तथा विशेष उत्पाद जैसे पोषण समाधान और सिलिका का उत्पादन करती है।
कंपनी प्रोफाइल (Company Profile)
नाम | Tata Chemicals Limited |
इंडस्ट्री | केमिकल |
शुरुवात की तारीख | 1939 |
मुख्य लोग | नटराजन चंद्रशेखरन (Chairman) |
मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :500770, NSE : TATACHEM |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹24,486 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹15,112 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹22,711 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹22,501 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
वेबसाइट | www.tatachemicals.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
टाटा केमिकल्स एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई में है। यह टाटा समूह का हिस्सा है और रसायन, कृषि रसायन और विशेष उत्पादों के क्षेत्र में काम करती है। इसका कारोबार भारत, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अफ्रीका तक फैला हुआ है। कंपनी की एक सहायक इकाई रैलिस इंडिया है, जो बीज और अन्य कृषि उत्पाद बनाकर भारत सहित विदेशों के किसानों को उपलब्ध कराती है।
टाटा केमिकल्स के दो मुख्य कारोबार हैं: बेसिक रसायन और विशेष उत्पाद। बेसिक रसायन जैसे सोडा ऐश, नमक और अन्य रसायन का उपयोग ग्लास, डिटर्जेंट, खाद्य, दवाइयों और पशु आहार में होता है। वहीं, विशेष उत्पादों में सिलिका, प्रीबायोटिक्स और पोषण समाधान शामिल हैं, जो खाद्य, रबर और फार्मा उद्योगों में जरूरी होते हैं। कंपनी के उत्पादन केंद्र अमेरिका, यूके, केन्या और भारत में स्थित हैं।
टाटा केमिकल्स का इतिहास (History)
- कंपनी की स्थापना 23 जनवरी 1939 को मुंबई में हुई थी। यह कंपनी नमक, नमक के सह-उत्पाद, क्षार, रसायन, कीटनाशक और फ्लक्स तकनीकी उत्पादों के साथ साथ बैटरी ग्रेड सामग्रियों का उत्पादन करती है।
- 1978 में, कंपनी ने सोडा ऐश उत्पादन क्षमता को 3,60,000 टन से बढ़ाकर 5,00,000 टन प्रति वर्ष कर दिया।
- 1982 में, कंपनी ने फॉस्फेटिक उर्वरक का उत्पादन शुरू करने के लिए अपनी सहायक कंपनी टाटा फर्टिलाइजर्स लिमिटेड के तहत उत्तर प्रदेश के बबराला में एक संयंत्र स्थापित करने की योजना बनाई।
- 1990 में, कंपनी ने बबराला में अपनी उर्वरक परियोजना के लिए गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ प्राकृतिक गैस की आपूर्ति हेतु एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- 1992 में, कंपनी ने अतिरिक्त भाप और बिजली उत्पादन के लिए स्ट्रीम पावर प्लांट में नया सर्कुलेटिंग फ्लुइडाइज्ड बेड बॉयलर और टॉपर टरबाइन लगाने का प्रस्ताव दिया।
- 1995 में, यूरिया की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए, कंपनी ने बबराला में अपने उर्वरक संयंत्र की उत्पादन क्षमता दोगुनी करने का प्रस्ताव रखा।
- 1997 में, किसानों को उन्नत कृषि पद्धतियाँ और प्रशिक्षण देने के लिए 40 टाटा किसान केंद्र स्थापित किए गए, जहां कृषि सामग्री और जरूरी जानकारी प्रदान की जाती थी।
- 1998 में, कंपनी ने गुजरात के मीठापुर में 37,000 एकड़ ज़मीन पर पवन ऊर्जा परियोजना शुरू की, जिससे बिजली उत्पादन में नया बदलाव आया।
- 2001 में, टाटा केमिकल्स लिमिटेड ने गुजरात के मीठापुर में स्थित अपनी सीमेंट यूनिट को गुजरात अंबुजा सीमेंट को बेचने के लिए बातचीत शुरू की।
- 2014 में, टाटा केमिकल्स ने पुणे में अपने नए नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया।
- 2017 में, टाटा केमिकल्स ने पोषणवर्धित (Nutritionally enhanced) नमक उत्पादों को लॉन्च किया।
- 2019 में, टाटा केमिकल्स ने li-ion बैटरियों के recycling के लिए एक नई पहल शुरू की।
- 2021 में, टाटा केमिकल्स ने मीठापुर में एक नया ऑक्सीजन संयंत्र शुरू किया, जो अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन प्रदान करेगा।
- 2022 में, टाटा केमिकल्स ने गुजरात के देवभूमि द्वारका में स्थित जाम रावल हेल्थ सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
उत्पाद:
- बेसिक केमिकल्स – जैसे सोडा ऐश, बाइकार्बोनेट, और नमक
- विशेष उत्पाद – सिलिका, प्रीबायोटिक्स, और पोषण समाधान
- कृषि उत्पाद – रैलिस इंडिया के माध्यम से बीज, कीटनाशक, और उर्वरक
- पशु आहार पूरक और अन्य खाद्य-संबंधित उत्पाद
सेवाएं:
- किसानों को कृषि संबंधित सलाह और सहायता देना
- मिट्टी की जांच और फसल सुधार के सुझाव प्रदान करना
- अनुसंधान एवं विकास के जरिए नए उत्पाद और समाधान तैयार करना
- उद्योगों को रसायन सप्लाई करना और ग्राहक सेवा देना
संयुक्त उद्यम (Joint venture)
- 22 मई 1987 को, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), सरकार और कंपनी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके तहत ‘टाटा-इंडियन ऑयल रिफाइनरीज लिमिटेड’ नामक एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया गया।
- 1 फरवरी 2007 को, टाटा केमिकल्स लिमिटेड और टोटल प्रोड्यूस पीएलसी ने भारत में 50/50 संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए समझौता किया।
- 2007 में, टोटल प्रोड्यूस, आयरलैंड के साथ 50:50 साझेदारी में खेत से एग्रीप्रोड्यूस की शुरुआत की गई, जो दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी फल और सब्जी वितरण कंपनी बन गई।
पुरस्कार और मान्यताएं (Awards and Recognitions)
- 2004 में, मीठापुर इकाई ने रानीपेट वर्क्स और आई-फ्लेक्स सॉल्यूशंस के साथ मिलकर आईएमसी रामकृष्ण बजाज राष्ट्रीय गुणवत्ता पुरस्कार ट्रॉफी प्राप्त की।
- 2015 में, बबराला स्थित संयंत्र को राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (NSCI सेफ्टी अवार्ड) से सम्मानित किया गया, जो कार्यस्थल पर उत्कृष्ट सुरक्षा उपायों को दर्शाता है।
- 2018 में, मगदी परियोजना के अंतर्गत डिजिटल इनक्लूजन अवार्ड्स हासिल किए गए, जो डिजिटल तकनीक को ग्रामीण समुदायों तक पहुंचाने के लिए मिला।
- 2020 में, CII सिक्स सिग्मा नेशनल कॉम्पिटिशन में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ और साथ ही दो गोल्ड लेवल पुरस्कार भी जीते गए।
शेयर होल्डिंग (Tata Chemicals Shareholding Pattern)
जून 2025 में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 37.98% पर बनी रही। खुदरा और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी थोड़ी कम होकर 26.56% रह गई। विदेशी संस्थानों की हिस्सेदारी 12.84% रही, जो पिछले दो तिमाहियों की तुलना में थोड़ी घट गई है। अन्य घरेलू संस्थाओं की हिस्सेदारी 12.39% रही, जबकि म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 10.23% थी। कुल मिलाकर, प्रमोटरों का मजबूत नियंत्रण जारी है।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Promoter | 37.98 | 37.98 | 37.98 |
Retail and other | 26.56 | 26.76 | 26.73 |
Foreign institution | 12.84 | 13.30 | 13.61 |
Other domestic institutions | 12.39 | 12.82 | 11.27 |
Mutual funds | 10.23 | 9.15 | 10.41 |
Tata Chemicals Dividend History
घोषणा की तारीख | एक्स-डिविडेंड तारीख | डिविडेंड का प्रकार | डिविडेंड (रुपये) |
07 मई, 2025 | 12 जून, 2025 | अंतिम (Final) | 11.00 |
29 अप्रैल, 2024 | 12 जून, 2024 | अंतिम (Final) | 15.00 |
03 मई, 2023 | 14 जून, 2023 | अंतिम (Final) | 17.50 |
29 अप्रैल, 2022 | 15 जून, 2022 | अंतिम (Final) | 12.50 |
03 मई, 2021 | 14 जून, 2021 | अंतिम (Final) | 10.00 |
15 मई, 2020 | 22 जून, 2020 | अंतिम (Final) | 11.00 |
03 मई, 2019 | 28 जून, 2019 | अंतिम (Final) | 12.50 |
17 मई, 2018 | 16 जुलाई, 2018 | अंतिम (Final) | 11.00 |
18 मई, 2018 | 16 जुलाई, 2018 | विशेष (Special) | 11.00 |
26 मई, 2017 | 31 जुलाई, 2017 | अंतिम (Final) | 11.00 |
26 मई, 2016 | 02 अगस्त, 2016 | अंतिम (Final) | 10.00 |
26 मई, 2015 | 31 जुलाई, 2015 | विशेष (Special) | 2.50 |
27 मई, 2015 | 31 जुलाई, 2015 | अंतिम (Final) | 10.00 |
30 मई, 2014 | 08 अगस्त, 2014 | अंतिम (Final) | 10.00 |
27 मई, 2013 | 12 अगस्त, 2013 | अंतिम (Final) | 10.00 |
30 मई, 2012 | 08 अगस्त, 2012 | अंतिम (Final) | 10.00 |
23 मई, 2011 | 25 जुलाई, 2011 | अंतिम (Final) | 10.00 |
24 मई, 2010 | 02 जुलाई, 2010 | अंतिम (Final) | 9.00 |
28 मई, 2009 | 14 जुलाई, 2009 | अंतिम (Final) | 9.00 |
24 जून, 2008 | 18 जुलाई, 2008 | अंतिम (Final) | 9.00 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
टाटा केमिकल्स फैक्ट्री कहां है?
टाटा केमिकल्स की फैक्ट्रियाँ भारत के अलग-अलग राज्यों में स्थित हैं, जहां विभिन्न प्रकार के रसायन और विशेष उत्पाद तैयार किए जाते हैं। कंपनी की सबसे बड़ी और प्रमुख फैक्ट्री मिथापुर, गुजरात में है, जहाँ से सोडा ऐश, नमक और अन्य बुनियादी रसायनों का उत्पादन किया जाता है। इसके अलावा, तमिलनाडु के कडालोर में खासतौर पर उन्नत रसायनों और सिलिका से जुड़े उत्पाद बनते हैं। आंध्र प्रदेश के मम्बट्टू संयंत्र में पोषण से संबंधित उत्पाद जैसे प्रीबायोटिक्स तैयार किए जाते हैं। वहीं, महाराष्ट्र के लोटे और अकोला में भी उत्पादन इकाइयाँ हैं, जो विभिन्न औद्योगिक जरूरतों को पूरा करती हैं।
टाटा केमिकल्स का क्या काम है?
यह कंपनी औद्योगिक रसायनों, खेती से जुड़ी चीजों और पोषण से संबंधित उत्पादों का निर्माण करती है। कंपनी सोडा ऐश, नमक जैसे मूल रसायनों से लेकर सिलिका और प्रीबायोटिक्स जैसे उन्नत उत्पाद तैयार करती है। इसके अलावा यह किसानों को बीज, उर्वरक और अन्य कृषि समाधान भी देती है।
टाटा केमिकल्स का पंजीकृत कार्यालय क्या है?
टाटा केमिकल्स लिमिटेड का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है।
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