सद्भाव इंजीनियरिंग| Sadbhav Engineering
सद्भाव इंजीनियरिंग कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सेवाएँ, चेयरमैन, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, डिविडेंड और अधिक (Sadbhav Engineering company details in hindi)
Sadbhav Engineering की शुरुआत 1988 में हुई थी, और इसका मुख्यालय अहमदाबाद, गुजरात में स्थित है। यह कंपनी भारत में बुनियादी ढांचे के निर्माण से जुड़ी परियोजनाओं में काम करती है। सड़कों, हाईवे, पुलों और सिंचाई से जुड़े कामों में इसका लंबा अनुभव रहा है। कंपनी सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में परियोजनाएं पूरी करती रही है और BOT तथा हाइब्रिड एन्युइटी जैसे मॉडल पर भी निर्माण कार्य करती है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
नाम | Sadbhav Engineering Ltd |
शुरुवात की तारीख | 1988 |
मुख्य लोग | श्री शशिन वी पटेल (Chairman) |
मुख्यालय | अहमदाबाद |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :532710, NSE :SADBHAV |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹234 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹1,133 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹2,699.57 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹-207 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
वेबसाइट | www.sadbhaveng.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
सद्भाव इंजीनियरिंग भारत की एक प्रमुख कंपनी है, जो सड़कों, हाईवे, पुलों और सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण का कार्य करती है। इस कंपनी ने देशभर में 9,621 से अधिक लेन किलोमीटर हाईवे का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया है। अहमदाबाद रिंग रोड और नागपुर-सीओनी एक्सप्रेस वे इसके बड़े और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं। साथ ही, कंपनी खनन क्षेत्र में भी सक्रिय है, जहां उसने कर्नाटक पावर कॉरपोरेशन और नेयवेली लिग्नाइट के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। सद्भाव इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट लिमिटेड के माध्यम से यह कंपनी BOT और हाइब्रिड एन्युइटी मॉडल के तहत सड़क निर्माण के कामों को अंजाम देती है।
इतिहास (Sadbhav Engineering Company History)
- 1968 को, श्री विष्णुभाई एम. पटेल ने भावना कंस्ट्रक्शन कंपनी की स्थापना की।
- 16 सितम्बर 1988 को भावना कंस्ट्रक्शन में कुछ नए साझेदार जुड़े और कुछ अलग हो गए।
- 3 अक्टूबर 1988 को Sadbhav Engineering Private Limited की स्थापना हुई।
- 1 अक्टूबर 1989 को Sadbhav Engineering ने भावना कंस्ट्रक्शन का पूरा व्यापार अधिग्रहित कर लिया।
- 1996-97 में, कंपनी ने सड़क निर्माण के क्षेत्र में प्रवेश किया।
- 17 मई 2001 को कंपनी को नया सर्टिफिकेट मिला और इसका नाम Sadbhav Engineering Limited (पब्लिक लिमिटेड कंपनी) रखा गया।
- 3 जनवरी 2004 को कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस Sadbhav House, एलिसब्रिज, अहमदाबाद में स्थानांतरित किया गया।
- मार्च 2005 में Gammon Infrastructure Projects Ltd. ने कंपनी में 75% हिस्सेदारी ली।
- नवम्बर 2005 में यह हिस्सेदारी Gammon India Ltd. को ट्रांसफर कर दी गई।
- 2006 में, कंपनी को आंध्र प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग से एक परियोजना प्राप्त हुई।
- 2009 में, कंपनी को Mahanadi Coalfields Ltd. से ₹225.43 करोड़ का माइनिंग प्रोजेक्ट मिला।
- 2010 में, कंपनी को Northern Coalfields Ltd. से ₹136.83 करोड़ का ऑर्डर मिला।
- 2011 में, कंपनी को ₹869 करोड़ की परियोजना का अनुबंध प्राप्त हुआ।
- 2012 में, कंपनी को सालपाड़ा (ओडिशा) में ₹79.24 करोड़ की परियोजना मिली।
- 2013 में, कंपनी को नर्मदा विकास परियोजना से ₹245.61 करोड़ का ऑर्डर मिला, और BCCL से ₹302.30 करोड़ का माइनिंग प्रोजेक्ट मिला।
- 2014 में, कंपनी को Sardar Sarovar Narmada Nigam Ltd. से ₹79.01 करोड़ की परियोजना मिली।
- 2015 में, कंपनी को NHAI से ₹459 करोड़ की सड़क परियोजना प्राप्त हुई।
- 2017 में, कंपनी को 6th EPC World Award और Construction Times Award प्राप्त हुए।
- 2018 में, कंपनी को छत्तीसगढ़ में ₹317 करोड़ का माइनिंग प्रोजेक्ट मिला।
- 2020 में, कंपनी को मेट्रो रेल परियोजना के लिए ऑर्डर मिला।
Sadbhav Engineering द्वारा किए गए प्रमुख निर्माण कार्य और सेवाएँ
सड़क, हाईवे और एक्सप्रेसवे निर्माण:
- अहमदाबाद–धोलेरा एक्सप्रेसवे
- पूर्वी परिधीय एक्सप्रेसवे (EPE)
- यमुनानगर–पंचकूला सड़क (हरियाणा)
- मैसूर–बेल्लारी सड़क (कर्नाटक)
- मनागुली से देवपुरा क्रॉस तक सड़क (बीजापुर और यादगिरी जिले)
- सामाखियाली से भचाऊ (गुजरात) – राष्ट्रीय राजमार्ग 8ए
- धुले से मध्य प्रदेश सीमा तक – राष्ट्रीय राजमार्ग 3
- संबलपुर–राउरकेला सड़क
- भावनगर से सोमनाथ – राष्ट्रीय राजमार्ग
- रांची रिंग रोड
- जोधपुर रिंग रोड
- उदयपुर–नाथद्वारा श्रीनाथजी टोलवे
ब्रिज और मेट्रो कार्य:
- दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के लिए निर्माण कार्य
- फ्लाईओवर और जंक्शन का निर्माण
सिंचाई और जल संसाधन परियोजनाएँ:
- सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड की नहर परियोजना
- नर्मदा नदी की मुख्य नहर
- जल आपूर्ति और नहर नेटवर्क का विकास
खनन और औद्योगिक कार्य:
- गुजरात इंडस्ट्रीज़ पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (GIPCL) – वस्तान खदानों में उत्खनन कार्य
- खनन क्षेत्र के लिए सड़कों और सहायक ढांचे का निर्माण
अन्य सेवाएँ:
- भूमि विकास और औद्योगिक ज़ोन का निर्माण
- BOT (Build-Operate-Transfer) आधारित परियोजनाओं का निष्पादन
- हाइब्रिड एन्युइटी मॉडल (HAM) के अंतर्गत सड़क निर्माण
- विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) के माध्यम से परियोजना प्रबंधन
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
जून 2025 में खुदरा और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़कर 63.22% हो गई, जबकि प्रमोटरों की हिस्सेदारी 36.22% पर स्थिर रही। अन्य घरेलू संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी लगातार 0.37% पर बनी रही। विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी दिसंबर 2024 में 0.54% थी, जो मार्च 2025 में घटकर 0.42% और फिर जून 2025 में घटकर 0.19% रह गई। म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी केवल दिसंबर 2024 में 1.77% दर्ज की गई। कुल मिलाकर, प्रमोटरों का नियंत्रण स्थिर बना हुआ है, जबकि विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी में गिरावट दर्ज की गई है।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Retail and other | 63.22 | 62.99 | 61.10 |
Promoter | 36.22 | 36.22 | 36.22 |
Other domestic institutions | 0.37 | 0.37 | 0.37 |
Foreign institution | 0.19 | 0.42 | 0.54 |
Mutual funds | – | – | 1.77 |
Sadbhav Engineering Dividend History
घोषणा की तारीख | एक्स-डिविडेंड तिथि | लाभांश प्रकार | लाभांश (₹ प्रति शेयर) |
30/05/2019 | 17/09/2019 | नकद | ₹1.00 |
29/05/2018 | 12/09/2018 | नकद | ₹1.00 |
30/05/2017 | 14/09/2017 | नकद | ₹0.75 |
27/04/2016 | 15/09/2016 | नकद | ₹0.70 |
30/05/2015 | 03/09/2015 | नकद | ₹0.70 |
30/05/2014 | 27/08/2014 | नकद | ₹0.70 |
30/05/2013 | 12/09/2013 | नकद | ₹0.60 |
28/05/2012 | 13/09/2012 | नकद | ₹0.60 |
20/04/2011 | 08/09/2011 | नकद | ₹0.60 |
21/05/2010 | 18/08/2010 | नकद | ₹4.00 |
08/06/2009 | 10/09/2009 | नकद | ₹4.00 |
24/06/2008 | 11/09/2008 | नकद | ₹4.00 |
16/08/2007 | 13/09/2007 | नकद | ₹3.50 |
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