रिलायंस इंडस्ट्रीज | Reliance Industries

रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी प्रोफाइल, सहायक कंपनियां, इतिहास, संस्थापक, चैयरमेन, नेटवर्थ, CEO, प्रोडक्ट, पुरस्कार, और अधिक (Reliance Industries company details in hindi)

रिलायंस इंडस्ट्रीज एक भारतीय कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है। यह कंपनी कई क्षेत्रों में काम करती है, जैसे पेट्रोकेमिकल्स, प्राकृतिक गैस, ऊर्जा, दूरसंचार, मीडिया, वस्त्र और खुदरा व्यापार। बाजार मूल्य और आय के आधार पर, यह भारत की सबसे बड़ी सार्वजनिक कंपनी है और विश्व स्तर पर शीर्ष 100 कंपनियों में गिनी जाती है।

 

कंपनी प्रोफाइल (Profile)

नाम रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL)
इंडस्ट्री पेट्रोकेमिकल उत्पादन और रिफाइनिंग, कपड़ा, खुदरा, विपणन, दूरसंचार और अन्य उद्योग
शुरुवात की तारीख 1958
मुख्य लोग मुकेश अंबानी (Chairman & MD)
मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र
स्टॉक एक्सचेंज BSE :500325, NSE :RELIANCE
मार्किट कैप (Market Cap) ₹15,84,776 करोड़
राजस्व (Revenue) ₹9,17,121 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
कुल संपत्ति (Total Asset) ₹17,55,986 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
नेटवर्थ (Net Worth) ₹9,25,788 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
कर्मचारियों की संख्या 3,47,362 (2024)
वेबसाइट ril.com

 

कंपनी के बारे में (About Company)

रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) भारत की एक प्रमुख कंपनी है, जिसकी स्थापना 1958 में धीरूभाई अंबानी ने की थी। शुरुआत में यह कंपनी मसालों और पॉलिएस्टर यार्न के व्यापार तक सीमित थी, लेकिन समय के साथ इसने अपनी पहुंच ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, प्राकृतिक गैस, रिटेल, दूरसंचार और डिजिटल सेवाओं जैसे विविध क्षेत्रों में बढ़ाई।

आज रिलायंस भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी है, जो बाजार पूंजीकरण और राजस्व के लिहाज से शीर्ष पर है। यह भारत का सबसे बड़ा निजी करदाता होने के साथ-साथ देश का अग्रणी निर्यातक भी है, जो कुल निर्यात का एक बड़ा हिस्सा योगदान करती है। इसके व्यवसाय में तेल शोधन, पेट्रोकेमिकल उत्पादन, नवीकरणीय ऊर्जा और खुदरा व्यापार शामिल हैं।

रिलायंस इंडस्ट्रीज फॉर्च्यून 500 सूची में स्थान पाने वाली पहली भारतीय निजी कंपनी बनी। अत्याधुनिक तकनीकों और मजबूत बुनियादी ढांचे के जरिए इसने न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी अलग पहचान बनाई है।

 

संस्थापक / founder

रिलायंस इंडस्ट्रीज की शुरुआत 1958 में धीरूभाई अंबानी ने की थी, जिन्होंने इसे एक छोटे कपड़ा व्यवसाय से बढ़ाकर भारत की सबसे बड़ी और विविधता वाली कंपनी बना दिया। उनका नेतृत्व और दूरदर्शिता ने रिलायंस को पेट्रोकेमिकल, रिटेल, दूरसंचार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में अग्रणी बना दिया। धीरूभाई के 2002 में निधन के बाद उनके बेटे मुकेश अंबानी ने कंपनी की जिम्मेदारी संभाली और इसे नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। मुकेश ने अपनी शुरुआती शिक्षा के बाद स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए किया और 1981 में पारिवारिक व्यवसाय में योगदान देना शुरू किया। 2023 तक, उनकी संपत्ति 91.2 बिलियन डॉलर तक पहुँच गई, जिससे वह एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति और दुनिया के 13वें सबसे अमीर व्यक्ति बने।

 

रिलायंस इंडस्ट्रीज का इतिहास (History)

  • 11 फरवरी 1966 को रिलायंस टेक्सटाइल्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना महाराष्ट्र में की गई। उसी साल गुजरात के नरोदा में सिंथेटिक कपड़ों की एक मिल शुरू की गई। 1 जुलाई को कंपनी का माइनाइलॉन लिमिटेड के साथ विलय किया गया।
  • 1975 में, कंपनी ने एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदलने निर्णय लिया।
  • 1977 में, भारतीय जनता के लिए पहला आईपीओ प्रस्तुत किया गया। 11 मार्च को Mynylon Ltd का नाम बदलकर रिलायंस टेक्सटाइल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड कर दिया गया।
  • 1985 में कंपनी की कुल संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये तक पहुंची। इसी वर्ष, रिलायंस टेक्सटाइल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड का नाम बदलकर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड रखा गया।
  • 1986 में पातालगंगा में पीटीए संयंत्र की शुरुआत की गई। इसके साथ ही, रिलायंस ने पॉलिएस्टर स्टेपल फाइबर (PSF) संयंत्र भी स्थापित किया।
  • 1991 में रिलायंस ने पॉलिमर क्षेत्र में कदम रखा और VCM और PVC संयंत्रों की शुरुआत की।
  • 1996 में, रिलायंस पहली भारतीय निजी क्षेत्र की कंपनी बनी जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों से रेटिंग मिली। इस वर्ष कंपनी का शुद्ध लाभ 1,000 करोड़ रुपये से अधिक रहा।
  • 1998 में, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के निजीकरण के समय रिलायंस ने इंडियन पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IPCL) का अधिग्रहण किया।
  • 2000 में, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस पावर वेंचर्स की स्थापना की।
  • 2001 में, रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस पेट्रोलियम लिमिटेड सभी प्रमुख वित्तीय मापदंडों के आधार पर भारत की दो सबसे बड़ी कंपनियां बन गईं।
  • 2006 में, रिलायंस ने ‘रिलायंस फ्रेश’ ब्रांड के तहत अपने खुदरा स्टोर की शुरुआत कर भारत के संगठित खुदरा बाजार में प्रवेश किया।
  • 2010 में, कंपनी ने संयुक्त उद्यम समझौतों के तहत अमेरिका में एटलस एनर्जी, पायनियर नेचुरल रिसोर्सेज और कैरिज़ो ऑयल एंड गैस के साथ साझेदारी की।
  • 2014 में, रिलायंस जियो भारत का पहला दूरसंचार ऑपरेटर बना जिसे अखिल भारतीय एकीकृत लाइसेंस मिला।
  • अगस्त 2019 में, रिलायंस ने अपनी ई-कॉमर्स और मोबाइल फोन सेवाओं को बढ़ाने के लिए फ़ाइंड कंपनी को अपने साथ जोड़ा।
  • दिसंबर 2022 में, रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 17,59,017.23 करोड़ रुपये पहुंच गया।
  • फरवरी 2024 में, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारत जीपीटी समूह ने यह ऐलान किया कि वे मार्च 2024 में ‘हनुमान’ नामक एक नई AI प्रणाली लॉन्च करेंगे। यह बड़ा भाषा मॉडल (एलएलएम) स्वास्थ्य, शासन, वित्तीय सेवाएं और शिक्षा जैसे चार प्रमुख क्षेत्रों में 11 भारतीय भाषाओं में कार्य करेगा।

 

रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनियां (Subsidiaries)

Jio प्लेटफ़ॉर्म लिमिटेड

Jio प्लेटफ़ॉर्म लिमिटेड एक प्रमुख भारतीय टैकनोलजी कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। यह रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी है, जो 2019 में स्थापित हुई। Jio प्लेटफ़ॉर्म लिमिटेड भारत के सबसे बड़े मोबाइल नेटवर्क Jio और अन्य डिजिटल सेवाओं का संचालन करती है। यह कंपनी मोबाइल, ब्रॉडबैंड, डिजिटल सामग्री और ई-कॉमर्स जैसी कई सेवाओं का विस्तार करती है और रिलायंस की सबसे मुनाफ़े वाली कंपनियों में से एक बन चुकी है।

रिलायंस रिटेल

रिलायंस रिटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज की एक प्रमुख सहायक कंपनी है और भारत का सबसे बड़ा खुदरा विक्रेता है। यह पूरे देश में विभिन्न प्रकार के स्टोर संचालित करता है, जैसे सुपरमार्केट, हाइपरमार्केट, पड़ोस के स्टोर, थोक कैश एंड कैरी स्टोर, विशेष स्टोर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म। इसके स्टोर ताजे खाद्य पदार्थ, किराने का सामान, वस्त्र, जूते, खिलौने, गृह सुधार सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि उपकरण जैसे विविध उत्पादों की पेशकश करते हैं।

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) मुंबई स्थित एक प्रमुख भारतीय वित्तीय सेवा कंपनी है, जो पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी थी। 2023 में इसे एक स्वतंत्र इकाई के रूप में अलग किया गया और भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध किया गया। यह कंपनी भुगतान सेवाएं, बीमा ब्रोकिंग और अन्य वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है।

जियो-बीपी (Jio-bp)

रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड (Jio-bp) एक भारतीय तेल और गैस कंपनी है, जिसका स्वामित्व मुकेश अंबानी के पास है। यह नवी मुंबई में स्थित है और हाइड्रोकार्बन अन्वेषण, रिफाइनिंग, तथा 1700 से ज्यादा खुदरा ईंधन स्टेशनों का संचालन करती है। कंपनी जामनगर में स्थित दुनिया की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी का भी संचालन करती है।

नेटवर्क18 ग्रुप

नेटवर्क18 ग्रुप, मुंबई में स्थित एक प्रमुख भारतीय मीडिया समूह है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के अधीन कार्य करता है। इसके प्रबंध निदेशक राहुल जोशी हैं, और आदिल ज़ैनुलभाई इसके निदेशक मंडल के अध्यक्ष हैं। यह समूह न्यूज18, सीएनबीसी, फोर्ब्स इंडिया, ओवरड्राइव, फर्स्टपोस्ट, मनीकंट्रोल जैसी मीडिया संपत्तियों का संचालन करता है और कई अन्य निवेशों का मालिक है।

JioStar

JioStar, एक भारतीय मीडिया संयुक्त उद्यम है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। नवंबर 2024 में Viacom18 और डिज़नी स्टार के विलय से JioStar का गठन हुआ। यह भारत का सबसे बड़ा टीवी और मनोरंजन नेटवर्क बन चुका है, जो 100 से अधिक चैनलों और प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स, जैसे डिज़नी+हॉटस्टार और जियोसिनेमा का संचालन करता है।

डेन नेटवर्क्स लिमिटेड

डेन नेटवर्क्स लिमिटेड, भारत की एक प्रमुख केबल टीवी और ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता है, जिसका स्वामित्व समीर मनचंदा के पास है। 2018 में, इसे रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हैथवे के साथ मिलकर अधिग्रहित किया। यह कंपनी Hathway और InCablenet के साथ साझेदारी करके भारत में प्रमुख केबल वितरकों में शामिल हुई।

हैथवे केबल एंड डेटाकॉम लिमिटेड

हैथवे केबल एंड डेटाकॉम लिमिटेड, जो पहले बीआईटीवी केबल नेटवर्क के नाम से जानी जाती थी, मुंबई में स्थित एक प्रमुख भारतीय केबल टीवी और ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता है। यह भारत में CATV नेटवर्क के जरिए इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली पहली कंपनी थी और 2006 में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म शुरू करने वाला पहला केबल ऑपरेटर बन गई। इसके अलावा, हैथवे ब्रॉडबैंड इंटरनेट भारत में केबल से इंटरनेट सेवा देने वाली पहली कंपनी थी।

आलोक इंडस्ट्रीज लिमिटेड

आलोक इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक प्रमुख भारतीय कपड़ा निर्माण कंपनी है, जो मुंबई में स्थित है और रिलायंस इंडस्ट्रीज के अधीन है। इसके मुख्य विभाग होम टेक्सटाइल्स, कॉटन यार्न, अपैरल फैब्रिक, गारमेंट्स, और पॉलिएस्टर यार्न हैं। कंपनी का प्रमुख कार्य बुनाई, प्रसंस्करण, और तैयार कपड़ों का निर्माण करना है।

रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड

रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज की एक प्रमुख कंपनी है। 1988 में स्थापित, यह पाइपलाइन निर्माण, उपकरण किराए पर देने और आईटी सेवाएं प्रदान करती है। 1992 में इसका नाम “सीपीपीएल लिमिटेड” रखा गया, और 1994 में इसे “रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड” में बदल दिया गया।

Renewable Energy Corporation

Renewable Energy Corporation (REC) एक सौर ऊर्जा कंपनी है, जिसका मुख्यालय सिंगापुर में है। यह कंपनी सौर ऊर्जा के लिए सिलिकॉन सामग्री, फोटोवोल्टिक अनुप्रयोग और मल्टीक्रिस्टलाइन वेफर्स का उत्पादन करती है। REC, रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो सौर कोशिकाओं और मॉड्यूल के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देती है।

 

रिलायंस इंडस्ट्रीज के उत्पाद (Product/brand)

पेट्रोकेमिकल्स

RIL भारत में पेट्रोकेमिकल्स का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो पॉलीथीन, पॉलीप्रोपाइलीन, पॉलिएस्टर, पीवीसी और अन्य उत्पादों की एक बड़ी रेंज पेश करता है। इसके प्रमुख ब्रांड्स में रेलीन, रेक्रॉन और नोवेक्स शामिल हैं।

रिफाइनिंग

RIL के पास दुनिया का सबसे बड़ा रिफाइनिंग कॉम्प्लेक्स है, जो गैसोलीन, डीजल और विमानन ईंधन जैसे उत्पादों का उत्पादन करता है। इसके प्रमुख रिफाइनिंग ब्रांड्स में RelPet और RelDiesel शामिल हैं।

तेल और गैस की खोज

आरआईएल भारत की प्रमुख तेल और गैस कंपनियों में से एक है, जो खनन, उत्पादन और शोधन के क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम करती है। इसके प्रमुख प्रोजेक्ट्स में MA और KG-D6 शामिल हैं .

टेलीकाम  

आरआईएल की टेलीकाम  शाखा, रिलायंस जियो, भारत में प्रमुख टेलीकाम सेवा प्रदाताओं में से एक बन गई है, जो हाई-स्पीड इंटरनेट, वॉयस कॉल और डेटा सेवाएं प्रदान करती है। इसके प्रमुख ब्रांड्स में JioFiber, JioMart और JioSaavn शामिल हैं।

रिटेल

आरआईएल की रिटेल शाखा, रिलायंस रिटेल, भारत की सबसे बड़ी संगठित रिटेल कंपनी है, जो किराना, इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र और जूते जैसे उत्पादों की एक विशाल रेंज पेश करती है। इसके प्रमुख ब्रांड्स में रिलायंस फ्रेश, रिलायंस डिजिटल और AJIO शामिल हैं।

 

शेयर होल्डिंग

दिसंबर 2024 तक, रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर होल्डिंग पैटर्न: प्रोमोटर 50.13%, विदेशी संस्थाएँ 19.15%, रिटेल और अन्य 11.61%, अन्य घरेलू संस्थान 9.95%, म्यूच्यूअल फंड्स 9.14%, टोटल 100%।

शेयरहोल्डर शेयर होल्डिंग
प्रोमोटर 50.13%
विदेशी संस्थाएँ (FIIs) 19.15%
रिटेल और अन्य 11.61%
अन्य घरेलू संस्थान 9.95%
म्यूच्यूअल फंड्स 9.14%
टोटल 100%

 

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निष्कर्ष

रिलायंस इंडस्ट्रीज का इतिहास 50 साल से भी अधिक पुराना है। इसे धीरूभाई अंबानी ने स्थापित किया और उनकी दूरदर्शिता ने इसे पेट्रोकेमिकल्स, कपड़ा, और दूरसंचार जैसे विभिन्न उद्योगों में अग्रणी बना दिया। धीरूभाई के निधन के बाद उनके दोनों बेटे, मुकेश और अनिल अंबानी ने कंपनी की जिम्मेदारी ली, लेकिन बाद में यह दो अलग-अलग हिस्सों में बंट गई। आज, रिलायंस प्रमुख क्षेत्रों जैसे तेल, गैस, पेट्रोकेमिकल्स, खुदरा और दूरसंचार में अपनी स्थिति मजबूत बनाए हुए है। यह कंपनी अपनी इनोवेशन और विकास के लिए जानी जाती है, और वैश्विक स्तर पर अपनी सफलता को लगातार बढ़ाती जा रही है।

 

 

 

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