रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है, जो रेल मंत्रालय के अधीन काम करती है। 2003 में स्थापित यह कंपनी रेलवे परियोजनाओं के निर्माण और विकास में लगी हुई है। RVNL का मुख्य उद्देश्य देश की अवसंरचना को बेहतर बनाना और रेलवे सुविधाओं को तेजी से लागू करना है।
नाम | रेल विकास निगम लिमिटेड (Rail Vikas Nigam Limited) |
इंडस्ट्री | रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर |
शुरुवात की तारीख | 23 जनवरी 2003 |
मुख्य लोग | प्रदीप गौर (Chairman) |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :542649, NSE :RVNL |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹72,183 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹23,075 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹19,611.99 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹8,746 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
मालक | भारत सरकार |
वेबसाइट | rvnl.org |
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) एक प्रमुख भारतीय कंपनी है जो रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में सक्रिय है। यह कंपनी रेल की नई लाइनों, गेज परिवर्तन, विद्युतीकरण, पुलों, कार्यशालाओं और अन्य रेल परियोजनाओं का निर्माण और सुधार करती है।
आरवीएनएल रेल परियोजनाओं के सभी पहलुओं को संभालती है, जिसमें योजना, वित्तपोषण और कार्यान्वयन शामिल हैं। यह नई रेल लाइनें, दोहरीकरण, मेट्रो परियोजनाएं, और प्रमुख पुलों का निर्माण करती है, साथ ही साथ रेलवे विद्युतीकरण और अन्य आवश्यक कार्य भी करती है।
कंपनी पूरी परियोजना को टर्नकी आधार पर पूरा करती है, जिसमें डिजाइन, अनुमान, अनुबंध प्रबंधन और निर्माण की सभी गतिविधियाँ शामिल होती हैं। इसके प्रमुख ग्राहक केंद्रीय और राज्य सरकारों के मंत्रालय, विभाग, और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम होते हैं।
भारतीय रेलवे तेलंगाना में काजीपेट में एक नई रेलवे वैगन फैक्ट्री बनाने जा रहा है। यह फैक्ट्री 160 एकड़ जमीन पर बनेगी, जिसकी लागत लगभग 521 करोड़ रुपये होगी। इसे फरवरी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस परियोजना की जिम्मेदारी रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को दी गई है।
महाराष्ट्र के लातूर में आरवीएनएल की मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री ने 25 दिसंबर 2020 को अपना पहला कोच शेल तैयार किया। यह अत्याधुनिक फैक्ट्री सिर्फ दो वर्षों में स्थापित की गई है और इसे भारतीय रेलवे के लिए स्व-चालित ट्रेनों के निर्माण के लिए डिजाइन किया गया है। जल्द ही, इस फैक्ट्री में वंदे भारत एक्सप्रेस के कोचों का निर्माण भी शुरू होगा।
रेल विकास निगम लिमिटेड ने अक्टूबर 2021 में हरियाणा के सोनीपत में एक नया रेल कोच नवीनीकरण कारखाना शुरू किया। यह फैक्ट्री अत्याधुनिक तकनीक और Industry 4.0 मानकों के अनुसार बनाई गई है। इस कारखाने में जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस के कोचों का निर्माण शुरू होगा।
RVNL भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह नई रेल लाइनों का निर्माण, गेज परिवर्तन और ट्रैक विद्युतीकरण जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट्स संभालता है। दिल्ली, कोलकाता और बेंगलुरु मेट्रो के विस्तार में भी RVNL की महत्वपूर्ण भागीदारी रही है।
इसके अलावा, RVNL ने असम के बोगीबील पुल (देश का सबसे लंबा रेल-सह-सड़क पुल) और जम्मू-कश्मीर के चेनाब ब्रिज (दुनिया का सबसे ऊँचा रेल पुल) जैसे ऐतिहासिक प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं। अब यह मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में भी सहयोग कर रहा है।
स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए RVNL ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत काम कर रहा है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी। इस तरह, RVNL भारतीय रेलवे को एक नए युग में ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एचएसआरसी) एक विशेष परियोजना वाहन (एसपीवी) है, जिसे 2012 में स्थापित किया गया। यह कंपनी भारत में उच्च गति वाली रेल परियोजनाओं को लागू करने के लिए बनाई गई थी और रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) की एक सहायक कंपनी है।
आरवीएनएल ने किर्गिज़ इंडस्ट्री के साथ मिलकर “किर्गिज़ इंडस्ट्री-आरवीएनएल” नाम की एक नई कंपनी बनाई है, जिसमें दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी समान है। यह कंपनी किर्गिज़स्तान में रेल, सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास करेगी।
आरवीएनएल ने काइनेट रेलवे सॉल्यूशंस लिमिटेड नामक एक निजी कंपनी को जोड़ा है। यह कंपनी एक विशेष परियोजना वाहन (एसपीवी) के रूप में काम करेगी और रेल मंत्रालय के साथ निर्माण और रखरखाव के समझौते पर हस्ताक्षर करेगी।
जून 2025 में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 72.84% पर स्थिर रही, जो कंपनी पर उनका मजबूत नियंत्रण दिखाती है। खुदरा और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी 15.89% थी, जो मार्च 2025 के समान ही बनी हुई थी। अन्य घरेलू संस्थाओं की हिस्सेदारी जून 2025 में 6.21% रही, जबकि विदेशी संस्थानों की हिस्सेदारी थोड़ी कमी होकर 4.89% पर आ गई। म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी भी जून 2025 में 0.18% थी।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Promoter | 72.84 | 72.84 | 72.84 |
Retail and other | 15.89 | 15.89 | 15.90 |
Other domestic institutions | 6.21 | 6.00 | 5.97 |
Foreign institution | 4.89 | 5.07 | 5.10 |
Mutual funds | 0.18 | 0.21 | 0.19 |
RVNL की क्रेडिट रेटिंग बहुत मजबूत और स्थिर है। मार्च 2025 में CARE एजेंसी ने RVNL के लिए लंबी अवधि के बैंक ऋण ₹30 करोड़ और लघु-दीर्घकालिक बैंक ऋण ₹8,500 करोड़ पर CARE AAA; Stable / CARE A1+ रेटिंग दोबारा दी। यह उच्च रेटिंग RVNL के भारत सरकार में 72.84% हिस्सेदारी, रेलवे क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रोजेक्ट निष्पादन और ₹96,780 करोड़ के विशाल ऑर्डर बुक की वजह से है। कंपनी का कम ऋण-इक्विटी अनुपात (0.511) इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को भी दर्शाता है। इन कारणों से RVNL निवेशकों के लिए एक विश्वसनीय और स्थिर विकल्प है।
Announcement Date | Ex-Dividend Date | Dividend Type | Dividend Amount (₹) |
21 मई, 2025 | 21 अगस्त, 2025 | Final | 1.72 |
17 मई, 2024 | 23 सितंबर, 2024 | Final | 2.11 |
29 मई, 2023 | 20 सितंबर, 2023 | Final | 0.36 |
21 मार्च, 2023 | 6 अप्रैल, 2023 | Interim | 1.77 |
30 मई, 2022 | 22 सितंबर, 2022 | Final | 0.25 |
9 मार्च, 2022 | 24 मार्च, 2022 | Interim | 1.58 |
29 जून, 2021 | 30 नवंबर, 2021 | Final | 0.44 |
22 मार्च, 2021 | 8 अप्रैल, 2021 | Interim | 1.14 |
29 जुलाई, 2020 | 8 दिसंबर, 2020 | Final | 1.14 |
29 मई, 2019 | 6 सितंबर, 2019 | Final | 0.09 |
रेल विकास निगम ने मार्च 2019 में अपना IPO ₹17 से ₹19 के बीच के मूल्य पर जारी किया था, जिसमें सरकार ने अपनी 12.12% हिस्सेदारी बेचकर लगभग ₹482 करोड़ जुटाए थे। इस IPO में खुदरा निवेशकों को विशेष छूट भी दी गई थी। RVNL के शेयरों ने आईपीओ के बाद मजबूत प्रदर्शन किया है और सितंबर 2024 तक इसका मूल्य IPO प्राइस से लगभग 34 गुना बढ़कर ₹645 तक पहुंच गया।
कंपनी ने रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में लगातार नए प्रोजेक्ट हासिल किए हैं, जिससे उसके ऑर्डर बुक में भी मजबूती आई है। RVNL की सफलता का मुख्य कारण भारत सरकार का रेलवे क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने का मजबूत इरादा और कंपनी की परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की क्षमता है। इस कारण, RVNL उन निवेशकों के लिए एक दिलचस्प विकल्प बन गया है जो लंबी अवधि में स्थिर और बढ़ती हुई निवेश संभावनाओं की तलाश में हैं।
रेल विकास निगम लिमिटेड का क्या कार्य है?
RVNL को दो मुख्य उद्देश्यों के लिए बनाया गया था: एक, रेल बुनियादी ढांचे की क्षमता को तेजी से बढ़ाना और सुधारना, और दो, SPV परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त बजट जुटाना।
रेल विकास निगम निजी है या सरकारी (RVNL is Private or Government)
RVNL एक सरकारी कंपनी है जिसकी स्थापना 2003 में रेल मंत्रालय ने की थी। यह भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास और मेट्रो परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार है। हालांकि यह स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध है, लेकिन इसका अधिकांश स्वामित्व भारत सरकार के पास ही बना हुआ है।
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