पावर ग्रिड | Power Grid

पावर ग्रिड कंपनी प्रोफाइल, सहायक कंपनियां, इतिहास, चैयरमेन, नेटवर्थ, CEO, सेवाए, अधिग्रहण, पुरस्कार, और अधिक (Power Grid company details in hindi)

पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Powergrid) एक प्रमुख पावर ट्रांसमिशन कंपनी है जो हाई वोल्टेज नेटवर्क से बिजली सप्लाई करती है। इसके साथ ही यह पावरटेल ब्रांड के तहत दूरसंचार सेवाएं भी देती है। 23 अक्टूबर 1989 में स्थापित इस कंपनी में भारत सरकार की 51.34% हिस्सेदारी है। कंपनी की सेवाएं केंद्रीय बिजली स्टेशनों, स्वतंत्र बिजली उत्पादकों, और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। कंपनी का मुख्यालय गुड़गांव, हरियाणा में स्थित है।

 

कंपनी प्रोफाइल (Profile)

नाम पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया
इंडस्ट्री बिजली ग्रिड
शुरुवात की तारीख 23 अक्टूबर 1989
मुख्य लोग  रवीन्द्र कुमार त्यागी(CMD)
मुख्यालय गुरूग्राम, हरियाणा
स्टॉक एक्सचेंज BSE :532898, NSE :POWERGRID
मार्किट कैप (Market Cap) ₹2,58,836 करोड़
राजस्व (Revenue) ₹46,913 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
कुल संपत्ति (Total Asset) ₹2,50,890 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
नेटवर्थ (Net Worth) ₹87,145 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
मालक भारत सरकार
वेबसाइट powergrid.in

 

कंपनी के बारे में (About Company)

पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड एक प्रमुख पावर ट्रांसमिशन कंपनी है। यह कंपनी बिजली के ट्रांसमिशन, दूरसंचार, और कंसल्टेंसी सेवाओं में काम करती है। इसके ट्रांसमिशन नेटवर्क भारत के विभिन्न राज्यों में उच्च वोल्टेज की बिजली सप्लाई करता है।

कंपनी कंसल्टेंसी सेवाओं में योजना, डिजाइन, और इंजीनियरिंग जैसी सलाह देती है। इसके अलावा, यह ट्रांसमिशन नेटवर्क पर ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग करके दूरसंचार सेवाएं भी प्रदान करती है। इसका स्मार्ट ग्रिड सिस्टम बिजली की निगरानी और नियंत्रण को वास्तविक समय में संभव बनाता है।

 

पावर ग्रिड का इतिहास (History)

  • पावर ग्रिड की स्थापना 23 अक्टूबर 1989 को ‘नेशनल पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ के नाम से की गई थी, जो कंपनियों के अधिनियम 1956 के तहत स्थापित हुई थी।
  • कंपनी को 8 नवंबर 1990 में व्यवसाय शुरू करने का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
  • 1991 में, न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ट्रांसमिशन संपत्तियां कंपनी को हस्तांतरित कर दी गईं।
  • 1992 में, एनटीपीसी, एनएचपीसी और नॉर्थ-ईस्टर्न इलेक्ट्रिक की ट्रांसमिशन संपत्तियां पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड को 1 अप्रैल 1992 से स्थानांतरित कर दी गईं। इस दौरान कंपनी का नाम ‘नेशनल पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड’ से बदलकर ‘पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड’ कर दिया गया।
  • 2003 में, कंपनी ने टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उद्यम समझौता किया, जिसके तहत ताला हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजना से जुड़ी ट्रांसमिशन प्रणाली का एक हिस्सा कार्यान्वित किया गया।
  • 2004 में, कंपनी ने ग्रामीण विद्युतीकरण कार्य के लिए आरईसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जो राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत आता है।
  • कंपनी को 5 जुलाई 2006 में दूरसंचार विभाग के निदेशक (बीएसIII) के साथ एक समझौते के तहत राष्ट्रीय लंबी दूरी की सेवा नेटवर्क स्थापित करने और संचालित करने के लिए लाइसेंस प्रदान किया गया।
  • 2007 में, प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने ताला जल-विद्युत परियोजना से जुड़े ट्रांसमिशन सिस्टम का उद्घाटन किया।
  • 2008 में, कंपनी को भारत सरकार द्वारा नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम घोषित किया गया।
  • 2009 में, पुल-ए-खुमरी से काबुल ट्रांसमिशन सिस्टम के लिए 220 केवी डबल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन शुरू की गई।
  • 2010 में, कंपनी को National Knowledge Network Project के कंसोर्टियम सदस्य के रूप में चुना गया, जो एक दूरसंचार बुनियादी ढांचा परियोजना है।
  • 2012 में, कंपनी ने दुनिया की सबसे उच्चतम वोल्टेज वाली 1,200 KV UHVAC लाइन का परीक्षण किया और अपना पहला 1,200 KV परीक्षण केंद्र स्थापित किया।
  • 2013 में, कंपनी को पहली बार S&P और Fitch से अंतरराष्ट्रीय रेटिंग प्राप्त हुई।
  • 2016 में, कंपनी ने अपनी पहली परियोजना, खम्मम-नागार्जुनसागर 400kV D/C ट्रांसमिशन लाइन, को सफलतापूर्वक चार्ज किया।
  • 2018 में, कंपनी ने 5 मेगावाट पीक क्षमता वाली रूफटॉप सौर परियोजनाएं स्थापित कीं।
  • 2021 में, कंपनी ने 1:3 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किए।
  • 2023 में, कंपनी ने 1:3 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किए।

 

सेवाए (Services)

ट्रांसमिशन सेवाएँ (Transmission services)

Power grid की ट्रांसमिशन सेवाएँ भारत में बिजली की व्यवस्था को समर्थन देती हैं। कंपनी ने 164,064 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइनों का बड़ा नेटवर्क तैयार किया है। 2017 में, कंपनी ने 1,200 केवी यूएचवीएसी ट्रांसमिशन सिस्टम को लागू करके अपनी तकनीकी क्षमताओं को साबित किया। ये सेवाएँ बिजली के नुकसान को कम करने और ग्रिड की विश्वसनीयता बढ़ाने में मदद करती हैं, जिससे पूरे देश में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

कंसल्टेंसी (Consultancy)

Power grid की कंसल्टेंसी शाखा बिजली ट्रांसमिशन के लिए बहुत ही अच्छा सलाहकार है। 2003 में, कंपनी ने भूटान टेलीकम्युनिकेशंस से अपना पहला सलाहकार अनुबंध प्राप्त किया, जिससे उनकी सेवाओं का विस्तार हुआ। वे परियोजना प्रबंधन, डिजाइन, इंजीनियरिंग, संचालन और रखरखाव में विशेषज्ञ हैं। कंपनी की कंसल्टेंसी सेवाएँ विभिन्न देशी और विदेशी परियोजनाओं में उन्नत और प्रभावी बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम बनाने में मदद करती हैं।

दूरसंचार (Telecommunication)

कंपनी ने दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखा है, जिसमें उन्होंने अपनी ट्रांसमिशन लाइनों के साथ ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का उपयोग किया है। यह कंपनी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लंबी दूरी की सेवाएँ प्रदान करती है, जिससे मजबूत और भरोसेमंद कनेक्शन मिलते हैं। 2016 में, कंपनी ने भारत का पहला 800 किमी लंबा 765kV चरण-शिफ्टिंग ट्रांसफार्मर चालू किया, जो दूरसंचार सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच को बेहतर बनाता है।

 

पावर ग्रिड की प्रमुख सहायक कंपनियां (Subsidiaries)

पावर ग्रिड काला अंब ट्रांसमिशन लिमिटेड

यह कंपनी हिमाचल प्रदेश और पंजाब में बिजली ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट पर काम करती है। कंपनी ने 400kV सिंगल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन लगाकर उत्तरी भारत में ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया है। कंपनी समय पर प्रोजेक्ट् को पूरा करने के लिए मशहूर है और इससे प्रदेश में ट्रांसमिशन क्षमता बढ़ी है।

पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (POSOCO)

पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड एक सरकारी कंपनी है जो बिजली ग्रिड के सुचारु और सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करती है। 2009 में स्थापित, यह कंपनी लोड प्रबंधन और परिचालन सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। POSOCO ने 390GW से अधिक की बिजली क्षमता का प्रबंधन करते हुए और रिन्यूएबल एनर्जी को आसानी से शामिल करते हुए अपनी कुशलता साबित की है।

पावर ग्रिड वरोरा ट्रांसमिशन लिमिटेड

यह कंपनी पश्चिमी भारत में बिजली ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट् पर काम करती है। कंपनी ने 765kV सिंगल सर्किट वरोरा-पारली ट्रांसमिशन लाइन को स्थापित किया, जिससे पश्चिमी क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बेहतर और अधिक भरोसेमंद हुई है।

पावर ग्रिड विजाग ट्रांसमिशन लिमिटेड

पावर ग्रिड विजाग ट्रांसमिशन लिमिटेड दक्षिणी भारत में बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम को मजबूत करती है। यह कंपनी ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा कर क्षेत्र में बेहतर बिजली आपूर्ति और कम ट्रांसमिशन समस्याओं में मदद करती है। 400kV डबल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन को शुरू करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिससे क्षेत्र के नेटवर्क में बड़ा सुधार हुआ है।

 

अधिग्रहण

  • “पावर ग्रिड ने 2015 में ‘Vindhyachal Jabalpur Transmission’ का अधिग्रहण किया। यह अधिग्रहण Tariff Based Complete Bidding (TBCB) के तहत किया गया था।”
  • “कंपनी ने 2015 में ‘गाडरवारा (ए) ट्रांसको लिमिटेड’ का अधिग्रहण किया। यह अधिग्रहण ‘गाडरवारा (बी) ट्रांसमिशन लिमिटेड’ के तहत किया गया था।”
  • “2015 में, कंपनी ने ‘वेमागिरी II ट्रांसमिशन’ का अधिग्रहण किया। यह अधिग्रहण पावर ग्रिड लिमिटेड द्वारा किया गया था।”

 

शेयर होल्डिंग

दिसंबर 2024 तक, Power Grid का शेयर होल्डिंग पैटर्न: प्रोमोटर 51.34%, विदेशी संस्थाएँ 28.12%, म्यूच्यूअल फंड्स 12.11%, अन्य घरेलू संस्थान 4.93%, रिटेल और अन्य 3.50%, टोटल 100%।

शेयरहोल्डर शेयर होल्डिंग
प्रोमोटर 51.34%
विदेशी संस्थाएँ (FIIs) 28.12%
म्यूच्यूअल फंड्स 12.11%
अन्य घरेलू संस्थान 4.93%
रिटेल और अन्य 3.50%
टोटल 100%

 

पुरस्कार और मान्यताएं (Awards and Recognitions)

  • 2009 में, Power grid को IEEMA पावर अवार्ड्स में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • कंपनी को 2008-09 में सार्वजनिक क्षेत्र प्रबंधन में उत्कृष्ट योगदान के लिए स्कोप अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार सार्वजनिक उद्यमों और डीपीई के सम्मेलन में श्रेणी खड़े होकर प्रदान किया गया।
  • 2011 में कंपनी को इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा ‘Environmental Excellence and Sustainable Development’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • कंपनी को ‘Powerline Awards 2012’ में ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ट्रांसमिशन कंपनी’ का पुरस्कार पावरलाइन पत्रिका द्वारा प्रदान किया गया।
  • कंपनी ने 2013 में गवर्नेंस नाउ पीएसयू अवार्ड्स में ‘jury award’ भी जीता, जिसे गवर्नेंस नाउ, इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस और हम्मुराबी एंड सुलैमान द्वारा प्रस्तुत किया गया।
  • कंपनी को 2014 में दिल्ली प्रबंधन संस्थान द्वारा लोक सेवा उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • 2017 में, Power grid को केंद्रीय सिंचाई एवं विद्युत बोर्ड (CBIP) द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ट्रांसमिशन यूटिलिटी’ का पुरस्कार दिया गया।
  • Powergrid ने 2017 में उत्कृष्टता के लिए गोल्डन पीकॉक पुरस्कार प्राप्त किया, विशेषकर कॉर्पोरेट गवर्नेंस के क्षेत्र में।
  • 2018 में, कंपनी को ‘Dun & Bradstreet Infra Award’ में ट्रांसमिशन श्रेणी में बिजली क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया।
  • कंपनी को 2019 में PMI India अवार्ड्स में विजेता का खिताब हासिल हुआ।
  • 2020 में, कोविड प्रतिक्रिया के लिए ग्रीनटेक कोरोना वारियर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
  • 2021 में, कंपनी को जल संरक्षण और प्रबंधन में सीएसआर टाइम्स अवार्ड मिला, इसके ‘इंटीग्रेटेड वाटरशेड मैनेजमेंट’ प्रोजेक्ट के लिए।
  • 2022 में, कंपनी को सीएसआर कांग्रेस द्वारा ‘Best CSR Practice’ पुरस्कार मिला।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

पावर ग्रिड कंपनी क्या करती है?

पावर ग्रिड भारत में बिजली के ट्रांसमिशन का प्रमुख काम करती है। यह कंपनी देशभर में बिजली की आपूर्ति को सुचारू और निर्बाध रूप से पहुंचाने के लिए ट्रांसमिशन लाइनों और नेटवर्क का निर्माण और संचालन करती है।

पावर ग्रिड पैसे कैसे कमाता है?

कंपनी अपनी कमाई मुख्य रूप से बिजली ट्रांसमिशन से करती है। यह कंपनी बिजली उत्पादकों से बिजली लेकर उसे ट्रांसमिशन लाइनों के जरिए उपभोक्ताओं तक पहुंचाती है और इसके बदले ट्रांसमिशन शुल्क लेती है। इसके अलावा, कंपनी अपने ट्रांसमिशन नेटवर्क के विस्तार और रखरखाव से भी आय प्राप्त करती है।

Read Also :- REC Limited

निष्कर्ष (Conclusion)

पावर ग्रिड भारत में बिजली आपूर्ति को लगातार बनाए रखती है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन में सुधार होता है। यह एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग करके अपनी सेवाओं का विस्तार करती है, जिससे ऊर्जा प्रणाली में स्थिरता और कुशलता सुनिश्चित होती है। कंपनी के कोशिश से जीवन स्तर में सुधार, इकनोमिक डेवलपमेंट, और इंडस्ट्रियल प्रोग्रेस होता है। भविष्य में, कंपनी का काम भारत के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगा और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Leave a Comment