मनबा फाइनेंस| Manba Finance
मनबा फाइनेंस कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सर्विस, CEO, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, क्रेडिट रेटिंग, डिविडेंड और अधिक (Manba Finance company details in hindi)
Manba Finance की शुरुआत 1996 में मुंबई से हुई। यह कंपनी मुख्य रूप से उन इलाकों और ग्राहकों तक वित्तीय सहायता पहुंचाती है, जहां पारंपरिक बैंकिंग सेवाएं आसानी से उपलब्ध नहीं होतीं। समय के साथ, कंपनी ने अपनी पहुंच कई राज्यों तक बढ़ाई है और वाहन ऋण सहित कई तरह के वित्तीय उत्पादों को लोगों तक पहुंचाना सुनिश्चित किया है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
नाम | Manba Finance Limited |
इंडस्ट्री | वित्तीय सेवाएं |
शुरुवात की तारीख | 1996 |
मुख्य लोग | Mr. Manish Kiritkumar Shah (MD & CEO) |
मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :544262, NSE : MANBA |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹689 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹192 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹1,465.98 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹201 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
वेबसाइट | www.manbafinance.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
Manba Finance एक भारतीय गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी है, जिसकी स्थापना 1996 में मुंबई में की गई थी। यह कंपनी मुख्य रूप से वाहन ऋण, खासकर दोपहिया और तिपहिया वाहनों के फाइनेंस में सक्रिय है। समय के साथ कंपनी ने अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में विविधता लाते हुए प्रयुक्त कार ऋण, व्यक्तिगत ऋण और सूक्ष्म व्यवसाय ऋण जैसी सेवाओं को भी शामिल किया है। कंपनी का फोकस उन ग्राहकों पर रहता है जिन्हें पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम में फाइनेंसिंग की सुविधा कम या कठिन रूप में मिलती है।
मनबा फाइनेंस ने अपनी उपस्थिति को पश्चिम, मध्य और उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों – जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश – तक विस्तार दिया है। इसका डीलर नेटवर्क 850 से अधिक भागीदारों तक पहुंच चुका है, जिनमें ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) से जुड़े डीलर भी शामिल हैं। कंपनी उन्नत तकनीकी प्लेटफॉर्म की मदद से ग्राहकों को लोन प्रक्रिया में तेज़ी और सहजता प्रदान करती है।
इतिहास (Manba Finance History)
- 1996 में, कंपनी को “मनबा फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड” के रूप में एक निजी लिमिटेड कंपनी के रूप में मुंबई, महाराष्ट्र में निगमित किया गया।
- 1998 में, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा कंपनी को NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) के रूप में पंजीकरण प्राप्त हुआ।
- 2005 में, कंपनी को सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी में परिवर्तित किया गया और नाम बदलकर “मनबा फाइनेंस लिमिटेड” कर दिया गया।
- 2009 में, वाहन वित्तपोषण क्षेत्र में संचालन का विस्तार किया गया।
- 2013 में, कंपनी की प्रबंधित परिसंपत्तियाँ (AUM) ₹5,000 लाख के पार पहुंचीं।
- 2018 में, संचालन का विस्तार पुणे, नासिक और सातारा (महाराष्ट्र) के साथ-साथ अहमदाबाद (गुजरात) तक किया गया। इसी वर्ष AUM ₹25,000 लाख के पार पहुंचा।
- 2021 में, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर्स (NCDs) की पहली किस्त BSE पर सूचीबद्ध की गई और जयपुर (राजस्थान) में नई शाखा की शुरुआत की गई।
- 2022 में, संचालन का विस्तार नागपुर, विदर्भ (महाराष्ट्र) और रायपुर (छत्तीसगढ़) में किया गया। इसके साथ ही, RBI द्वारा बिना सार्वजनिक जमा स्वीकृति के NBFC संचालन हेतु संशोधित पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।
- 2023 में, कर्मचारी संख्या 1,000 से अधिक हो गई। मुथूट कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के साथ को-लेंडिंग समझौता किया गया।
- 31 दिसंबर 2023 तक AUM ₹80,000 लाख के पार पहुंच गया। और डीलर नेटवर्क 850 से अधिक तक विस्तारित किया गया, जिसमें 60 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन डीलर शामिल हैं।
- 2024 में, AUM ₹90,000 लाख के पार पहुंच गया और संचालन का विस्तार लखनऊ (उत्तर प्रदेश) तक किया गया।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
- दोपहिया और तिपहिया वाहन ऋण
- प्रयुक्त कार ऋण
- व्यक्तिगत ऋण
- छोटे व्यवसाय ऋण
- को-लेंडिंग विकल्प
- वाहन डीलर वित्तीय सहायता
- डिजिटल लोन प्रोसेसिंग
Manba Finance Credit Rating
3 जनवरी 2025 को CARE Ratings ने मनबा फाइनेंस की क्रेडिट रेटिंग को CARE BBB+ के स्तर पर बरकरार रखा, साथ ही इसके आउटलुक को ‘पॉज़िटिव’ में बदल दिया। यह रेटिंग कंपनी की पूंजी की स्थिरता, टू-व्हीलर फाइनेंसिंग में अनुभव और लगातार बढ़ते ऑपरेशन्स को ध्यान में रखते हुए दी गई है। हालांकि, सीमित भौगोलिक पहुंच और प्रोडक्ट पोर्टफोलियो की एकरूपता अभी भी कुछ जोखिम के रूप में मौजूद हैं। सितंबर 2024 में कंपनी ने सफलतापूर्वक ₹150.84 करोड़ का आईपीओ पूरा किया, जिससे मिलने वाली राशि का उपयोग आने वाले समय में व्यवसाय के विस्तार के लिए किया जाएगा। बेहतर प्रदर्शन और स्थिरता बनाए रखना कंपनी की रेटिंग के लिए आगे भी एक महत्वपूर्ण पहलू रहेगा।
शेयर होल्डिंग (Manba Finance Shareholding Pattern)
जून 2025 में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 74.98% पर स्थिर रही, जो लगातार तीन तिमाहियों से समान बनी हुई है। खुदरा और अन्य निवेशकों की भागीदारी दिसंबर 2024 के 22.25% से बढ़कर मार्च 2025 में 24.10% और जून 2025 में 24.15% पर पहुंची। विदेशी संस्थागत निवेशक की हिस्सेदारी में गिरावट जारी रही, जो दिसंबर 2024 में 2.35% से घटकर जून 2025 में 0.87% रह गई। अन्य घरेलू संस्थानों की हिस्सेदारी दिसंबर में 0.42% थी, जबकि मार्च और जून तिमाही में दर्ज नहीं की गई।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Promoter | 74.98 | 74.98 | 74.98 |
Retail and other | 24.15 | 24.10 | 22.25 |
Foreign institution | 0.87 | 0.92 | 2.35 |
Other domestic institutions | – | – | 0.42 |
Manba Finance Dividend History
घोषणा की तारीख | एक्स-डिविडेंड तारीख | डिविडेंड प्रकार | डिविडेंड (रु) |
19 दिसंबर, 2024 | 05 फरवरी, 2025 | अंतरिम | 0.25 |
15 अक्टूबर, 2024 | 04 नवंबर, 2024 | अंतरिम | 0.25 |
22 मई, 2025 | – | अंतिम | 0.25 |