Jindal Steel and Power कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, संचालन, प्रोडक्ट, चैयरमेन, मालिक, नेटवर्थ, सहायक कंपनिया, और अधिक (Jindal Steel and Power company details in hindi)
Jindal Steel and Power Limited (JSPL) भारत की एक प्रमुख स्टील और ऊर्जा उत्पादक कंपनी है, जो खनन क्षेत्र में भी अहम भूमिका निभाती है। यह कंपनी ओपी जिंदल समूह का हिस्सा है, जिसका कुल व्यापार 18 अरब अमेरिकी डॉलर का है। जेएसपीएल की उत्पादन इकाइयाँ रायगढ़ (छत्तीसगढ़), अंगुल (ओडिशा), बारबिल (ओडिशा) और पतरातू (झारखंड) में स्थित हैं। यहां से कंपनी उच्च गुणवत्ता वाले स्टील और बिजली का उत्पादन करती है।
नाम | जिंदल स्टील एंड पावर (Jindal Steel and Power Ltd) |
इंडस्ट्री | स्टील, एनर्जी |
शुरुवात की तारीख | 1979 |
मुख्य लोग | नवीन जिंदल (Chairman) |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :532286, NSE : JINDALSTEL |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹97,694 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹50,511 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹85,839.37 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹44,751 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
वेबसाइट | jindalsteel.com |
Jindal Steel and Power Limited (JSPL) एक जानी-मानी भारतीय स्टील कंपनी है, जिसका मुख्य दफ्तर नई दिल्ली में है। यह ओ.पी. जिंदल ग्रुप का हिस्सा है और भारत की सबसे बड़ी निजी स्टील बनाने वाली कंपनियों में से एक है। खास बात यह है कि जेएसपीएल देश की अकेली निजी कंपनी है जो रेल पटरियाँ बनाती है। इसके अलावा, यह कंपनी स्पंज आयरन, माइल्ड स्टील स्लैब, स्ट्रक्चरल स्टील, हॉट रोल्ड प्लेट्स, लौह अयस्क की गोलियाँ और स्टील की कॉइल्स जैसे कई तरह के स्टील उत्पाद बनाती है।
कंपनी ने ओडिशा के अंगुल में दुनिया का पहला एमएक्ससीओएल प्लांट लगाया है, जो स्थानीय कोयले का इस्तेमाल कर उसे स्टील बनाने के लिए जरूरी गैस में बदल देता है। इससे विदेशी कोकिंग कोयले पर निर्भरता कम हो जाती है और खर्च भी घटता है। जेएसपीएल न सिर्फ स्टील बनाती है, बल्कि थर्मल, जलविद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा से बिजली भी पैदा करती है। इसका कारोबार सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि एशिया, यूरोप, उत्तर अमेरिका, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट के कई देशों में फैला हुआ है।
अंगुल (Angul)
ओडिशा के अंगुल जिले में 1.4 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) क्षमता वाली टीएमटी रेबार मिल स्थापित की गई है, जो अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है। इस मिल में सीमेंस (यूएसए) और एसएमएस एमईईआर द्वारा दी गई सर्वोत्तम सरिया उत्पादन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। केंद्रीय इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने इस मिल का उद्घाटन किया था।
पतरातू (Patratu)
झारखंड के पतरातू में स्थित जिंदल स्टील एंड पावर (जेएसपी) की 1 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) क्षमता वाली टीएमटी रीबार मिल जिंदल पैंथर™ टीएमटी सरिया बनाती है। इस मिल में नई और उन्नत तकनीक, जैसे ऑन-लाइन उच्च उपज शमन और सेल्फ टेम्परिंग (HYQST) का इस्तेमाल किया जाता है, जो सरिया को मजबूत और टिकाऊ बनाता है। इस संयंत्र की कुल उत्पादन क्षमता 1.6 एमटीपीए है, जो भारत और विदेशों में इस्पात की मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
बारबिल (Barbell)
बारबिल स्थित जेएसपीएल का पेलेट प्लांट 9 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की क्षमता से विभिन्न ग्रेड के पेलेट का उत्पादन करता है। इस संयंत्र में ड्राई ग्राइंडिंग तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिसमें स्ट्रेट ग्रेड तकनीक से पेलेट तैयार किए जाते हैं। 2009 में इसका व्यावसायिक उत्पादन शुरू हुआ था, और अब यह कोयला गैसीकरण तकनीक का इस्तेमाल कर भट्ठी के तेल को ईंधन के रूप में प्रतिस्थापित कर रहा है, जिससे पर्यावरण पर इसका असर कम हो रहा है। 2014 में, कंपनी ने अपनी दूसरी पेलेटाइजेशन यूनिट से उत्पादन शुरू किया, जो गीली पीसने की प्रक्रिया पर आधारित है और इसे रिकॉर्ड समय में चालू किया गया।
रेल (Rails)
जेएसपीएल ने भारत और आसपास के बाजारों के बढ़ते रेल क्षेत्र के लिए 121 मीटर लंबी ट्रैक रेल बनाने की शुरुआत की है, जिनकी वेल्डेड लंबाई 484 मीटर तक पहुंच सकती है। यह रेलें मिश्रित यातायात, मेट्रो, हाई स्पीड और भारी ढुलाई के लिए उपयुक्त हैं। कंपनी अपनी उच्च गुणवत्ता वाली रेलों को कड़ी गुणवत्ता जांच प्रक्रिया से बनाती है, जैसे हाइड्रिस और एडी करंट। जेएसपीएल भारत में पहली बार हेड हार्डेंड रेलों का निर्माण कर रहा है, जो घिसाव प्रतिरोधी और मजबूत होती हैं, और इनकी लंबी उम्र लागत को भी कम करती है।
बीम और कॉलम (Beams and Columns)
जेएसपीएल ने भारत में हॉट रोल्ड समानांतर फ्लैंज बीम और कॉलम का उत्पादन किया, जो लागत बचत और डिज़ाइन लचीलापन प्रदान करते हैं। इन बीमों की ताकत और कार्यक्षमता पारंपरिक बीमों से बेहतर है, और ये जटिल निर्माणों में 10-25% स्टील बचाने में मदद करते हैं।
प्लेटें और कॉइल (Plates and Coils)
जेएसपीएल की रायगढ़ और अंगुल स्थित प्लेट मिलों में उच्च गुणवत्ता वाली प्लेटें और कॉइल बनाए जाते हैं। रायगढ़ मिल में 3500 मिमी चौड़ाई और 120 मिमी मोटाई तक की प्लेटें बनती हैं, जबकि अंगुल मिल में 5000 मिमी चौड़ाई तक की प्लेटों का उत्पादन होता है। दोनों मिलों में आधुनिक तकनीक और सटीक नियंत्रण प्रणालियाँ हैं, जो बेहतरीन उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करती हैं।
एंगल और चैनल (Angles and Channels)
जेएसपीएल ने रायगढ़, छत्तीसगढ़ में 0.6 एमटीपीए क्षमता वाली एक नई संरचनात्मक मिल लगाई है, जो हल्के और मध्यम आकार के इस्पात खंडों का उत्पादन करती है। यह मिल डेनियली, इटली की उन्नत तकनीक से सुसज्जित है और भारत में अपनी तरह की पहली मिल है। इसके उत्पादों का इस्तेमाल बिजली संयंत्र, ट्रांसमिशन टावर, औद्योगिक शेड और घरों जैसी जगहों पर किया जाता है।
गोल सलाखें (Round Bars)
जेएसपीएल ने पतरातू, झारखंड में 6 एमटीपीए क्षमता वाली मिल से 20 मिमी से 63 मिमी व्यास तक की बेलनाकार सलाखें बनानी शुरू की हैं। यह मिल सीमेंस की आधुनिक तकनीक से सुसज्जित है, जो उच्च गुणवत्ता और सही माप के साथ इस्पात का उत्पादन करती है।
स्टील फैब्रिकेशन (steel fabrication)
जेएसपीएल ने इस्पात फैब्रिकेशन के क्षेत्र में एच-प्रकार बीम, आई-प्रकार बीम, बॉक्स सेक्शन और स्टार कॉलम जैसे विशेष अनुभागों का उत्पादन शुरू किया है। ये अनुभाग ग्राहकों की विशिष्ट जरूरतों के अनुसार तैयार किए जाते हैं और कंपनी की प्लेट मिल से प्राप्त प्लेटों से बनाए जाते हैं।
जिंदल स्पीडफ्लोर (Jindal Speed floor)
“जिंदल स्पीडफ्लोर” एक हल्की और किफायती निलंबित कंक्रीट फर्श प्रणाली है, जिसे तेजी से और आसानी से स्थापित किया जा सकता है। यह विशेष रूप से गैल्वनाइज्ड स्टील जॉयस्ट से बनी होती है, जो बहुमंजिला इमारतों और पार्किंग के लिए आदर्श है। यह प्रणाली निर्माण लागत को घटाती है और लोड तथा आग सुरक्षा की आवश्यकताएँ पूरी करती है।
जिंदल पैंथर सीमेंट (Jindal Panther Cement)
जिंदल पैंथर सीमेंट रायगढ़, छत्तीसगढ़ में स्थित अपने आधुनिक संयंत्र से पोर्टलैंड स्लैग सीमेंट (PSC), पोर्टलैंड पॉज़ोलाना सीमेंट (PPC), और सामान्य पोर्टलैंड सीमेंट (OPC) 43 और 53 ग्रेड का उत्पादन करता है।
पावर (Power)
जेएसपीएल की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 3400 मेगावाट है, जिसमें रायगढ़ और तमनार के ताप विद्युत संयंत्र शामिल हैं। इन संयंत्रों ने 93% के उच्चतम लोड फैक्टर और सालाना 37.6 बिलियन यूनिट बिजली उत्पादन क्षमता के साथ कंपनी को ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान दिलाया है।
स्पंज आयरन (Sponge Iron)
कंपनी का रायगढ़, छत्तीसगढ़ में स्थित स्पंज आयरन प्लांट भारत में सबसे बड़ी कोयला आधारित विनिर्माण सुविधा है, जहां हर साल 1.37 मिलियन टन स्पंज आयरन का उत्पादन होता है। 1991 से कार्यरत इस संयंत्र में स्वदेशी रोटरी भट्टियों का उपयोग किया जाता है, जो 81% से अधिक धातु लौह की गुणवत्ता सुनिश्चित करती हैं। यह संयंत्र कच्चे माल की आपूर्ति और बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के कारण कंपनी को अपने उत्पादों की कीमत और गुणवत्ता पर पूरा नियंत्रण रखने में मदद करता है।
खनिज पदार्थ (Minerals)
जेएसपीएल अपने खनन संसाधनों का पूरा लाभ उठाते हुए सस्ती इस्पात और बिजली का उत्पादन करती है। इसके पास 9.41 मिलियन टन से अधिक कोयला और लौह अयस्क की खनन क्षमता है। कंपनी अपनी खुद की खदानों से कच्चे माल की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करती है, जिससे बाहरी आपूर्ति पर निर्भरता कम होती है और लागत और समय की बचत होती है।
जिंदल पावर लिमिटेड (जेपीएल), जो Jindal Steel and Power का हिस्सा है, भारत में बिजली उत्पादन में अहम भूमिका निभा रहा है। इसकी कुल क्षमता 3400 मेगावाट है, जो देश की बढ़ती बिजली की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करती है। 2007 में, जेपीएल ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 4×250 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट शुरू किया, जो भारत में एक स्वतंत्र पावर प्लांट (आईपीपी) स्थापित करने वाली पहली निजी कंपनी बनी। इस प्लांट का लोड फैक्टर 93% है, जो इसकी उच्च कार्यक्षमता को दिखाता है।
जेएसपी मेटालिक्स लिमिटेड (जेएमएल) एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी है, जो 21 अप्रैल 2021 को भारत में पंजीकृत हुई थी। इसका मुख्य कार्यालय ओडिशा के खोर्दा में स्थित है। यह कंपनी मुख्य रूप से धातु और खनिज उद्योग में काम करती है और स्टील, एल्यूमीनियम, और अन्य धातु उत्पादों का निर्माण करती है। जेएमएल निर्माण, ऑटोमोटिव और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में अपनी उच्च गुणवत्ता वाली धातु सामग्री की आपूर्ति करती है।
रायगढ़ पत्थलगांव एक्सप्रेसवे लिमिटेड एक भारतीय प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है, जो 18 अक्टूबर 2016 को स्थापित हुई थी। यह कंपनी सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डों और बंदरगाहों के लिए रोशनी और सिग्नल सिस्टम स्थापित करने के साथ-साथ औद्योगिक पाइपिंग, बिजली संयंत्र, ट्रांसफार्मर, दूरसंचार और रडार संयंत्रों का निर्माण भी करती है।
मार्च 2025 में Jindal Steel and Power के शेयरधारिता ढांचे में कुछ दिलचस्प बदलाव देखने को मिले। प्रमोटरों ने अपनी पकड़ और मजबूत की, और उनकी हिस्सेदारी बढ़कर 62.22% पहुंच गई, जो बीते दो तिमाहियों से 61.19% पर स्थिर थी। म्यूचुअल फंड्स की रुचि भी बढ़ी है, जिसकी हिस्सेदारी अब 13.89% हो गई है। वहीं, खुदरा निवेशकों और अन्य छोटे भागीदारों की हिस्सेदारी हल्की सी घटकर 10.48% पर आ गई।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पिछली तिमाहियों के मुकाबले निवेश घटाया है, जिससे उनकी हिस्सेदारी गिरकर 9.59% रह गई। दूसरी ओर, घरेलू संस्थाएं लगभग स्थिर बनी रहीं और उनकी हिस्सेदारी 3.83% दर्ज की गई। कुल तस्वीर देखें तो कंपनी में घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी में मजबूती आई है, जबकि विदेशी निवेशकों ने थोड़ा सतर्क रुख अपनाया है।
All values in % | Mar-25 | Dec-24 | Sep-24 |
Promoter | 62.22 | 61.19 | 61.19 |
Mutual funds | 13.89 | 13.38 | 12.60 |
Retail and other | 10.48 | 10.57 | 10.57 |
Foreign institution | 9.59 | 10.99 | 12.19 |
Other domestic institutions | 3.83 | 3.87 | 3.46 |
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