इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (इरेडा)| Indian Renewable Energy Development Agency
इरेडा कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, प्रोजेक्ट्स, चैयरमेन, मालिक, नेटवर्थ,सहायक कंपनिया, विजन & मिशन और अधिक (IREDA company details in hindi)
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी, (इरेडा) भारत सरकार की एक कंपनी है, जो 1987 से देश में पर्यावरण के अनुकूल बिजली परियोजनाओं को बढ़ावा देने का काम कर रही है। यह संगठन ऐसे प्रोजेक्ट्स को आर्थिक सहायता देता है जो सौर, पवन, जल या जैविक स्रोतों से बिजली पैदा करते हैं। इरेडा बिजली की बचत और ऊर्जा के सही इस्तेमाल को लेकर भी सलाह और सहायता प्रदान करता है। यह संस्था गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्था के रूप में पंजीकृत है और भारत को स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
नाम | इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) |
इंडस्ट्री | वित्तीय सेवाएं |
शुरुवात की तारीख | 1987 |
मुख्य लोग | प्रदीप कुमार दास (Chairman & MD) |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :544026, NSE :IREDA |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹44,899 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹4,965 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹79,734.95 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹8,559 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
मालक | भारत सरकार |
वेबसाइट | ireda.in |
कंपनी के बारे में (About Company)
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी, जिसे (IREDA) कहा जाता है, भारत सरकार की एक सरकारी कंपनी है जो साफ और सस्ती ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए काम करती है। इसकी शुरुआत 1987 में हुई थी और यह ऊर्जा मंत्रालय के अधीन आती है। IREDA का काम उन परियोजनाओं को मदद देना है जो सूरज की रोशनी, हवा, पानी या बायोमास से बिजली बनाते हैं। यह सिर्फ पैसे की मदद ही नहीं करती, बल्कि तकनीकी सलाह भी देती है जिससे ऊर्जा की बचत हो सके और उसका सही इस्तेमाल हो।
IREDA को सरकारी मान्यता मिली हुई है और इसे एक खास वित्तीय संस्था माना गया है जो बैंक नहीं होते हुए भी कर्ज देने का काम करती है। यह संस्था देशभर में उन लोगों और कंपनियों की मदद करती है जो स्वच्छ ऊर्जा से जुड़े प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं। इसके चलते यह संस्था गांवों से लेकर शहरों तक हरित ऊर्जा फैलाने में एक अहम भूमिका निभा रही है।
साल 2023 में IREDA ने एक और बड़ा कदम उठाया और खुद को शेयर बाजार में लिस्ट करवाया। अब आम लोग भी इसमें निवेश कर सकते हैं और इसकी तरक्की का हिस्सा बन सकते हैं। IREDA देश को साफ और टिकाऊ ऊर्जा की दिशा में आगे ले जाने के लिए लगातार काम कर रही है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और स्वच्छ भविष्य मिल सके।
इरेडा का इतिहास (History)
- Indian Renewable Energy Development Agency Limited की स्थापना 11 मार्च 1987 को दिल्ली में एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के तौर पर की गई थी।
- 1997 में, कंपनी ने एशियाई विकास बैंक से 100 मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता पाने के लिए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय ऋण समझौता किया।
- 2008 में, भारतीय रिजर्व बैंक ने कंपनी को सार्वजनिक जमा स्वीकार किए बिना संचालन की अनुमति देते हुए, एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के रूप में पंजीकृत किया और इसे निवेश एवं ऋण कंपनी की श्रेणी में रखा।
- 2010 में कंपनी को केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की सूची में ‘श्रेणी सी’ से बढ़ाकर ‘श्रेणी बी’ में स्थानांतरित किया गया।
- 2015 में, MNRE ने कंपनी को ‘मिनी-रत्न’ श्रेणी-I का सम्मान प्रदान किया, जो इसके उत्कृष्ट योगदान को दर्शाता है।
- 2016 में, कंपनी ने केरल में 50 मेगावाट क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजना का सफलतापूर्वक उद्घाटन किया।
- 2017 में, कंपनी लंदन और सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध ग्रीन मसाला बॉन्ड जारी करने वाली पहली भारतीय वित्तीय संस्था बन गई।
- 2020 में, अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में तकनीकी और व्यापारिक सलाह प्रदान करने के लिए एसजेवीएन के साथ एक समझौता ज्ञापन किया गया।
- 2021 में, कंपनी ने पश्चिमी भारत (मुंबई) और पूर्वी भारत (भुवनेश्वर) में नए शाखा कार्यालय स्थापित किए।
- 2022 में, कंपनी ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में तकनीकी और व्यापारिक सलाह देने के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड और सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- 2023 में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने कंपनी को गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्था के रूप में पंजीकरण नवीनीकरण किया और बुनियादी ढांचा वित्त कंपनी के रूप में मान्यता दी।
- 2023 में, बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) के साथ नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना के लिए सह-ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
- 2024 में, इरेडा ने ग्रीन ऊर्जा परियोजनाओं के लिए पंजाब नेशनल बैंक के साथ मिलकर वित्त पोषण करने का समझौता किया।
परियोजनाएं (Project)
इरेडा ने देश में कई जगहों पर साफ ऊर्जा से जुड़ी योजनाओं को ज़मीन पर उतारने में बड़ा योगदान दिया है। आंध्र प्रदेश में एक बड़ा सोलर पार्क बना है, जहां हजार मेगावाट से ज़्यादा बिजली बनने की क्षमता है और इसके लिए भारी निवेश किया गया है। राजस्थान में भी एक बड़ा सोलर प्रोजेक्ट चल रहा है, जिसे निजी कंपनी के साथ मिलकर आगे बढ़ाया गया है। केरल के कासरगोड ज़िले में इरेडा की मदद से 50 मेगावाट की सौर परियोजना पूरी तरह चालू हो चुकी है।
तेलंगाना में पानी के ऊपर तैरती सोलर यूनिट की एक अनोखी योजना को भी इरेडा ने सहारा दिया है। वहीं ओडिशा में, राज्य की ऊर्जा ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए कई बड़ी परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई है, जिससे आने वाले सालों में वहां हरित ऊर्जा की हिस्सेदारी काफी बढ़ने की उम्मीद है।
इरेडा की सहायक कंपनी (Subsidiary)
IREDA ग्लोबल ग्रीन एनर्जी फाइनेंस
IREDA ग्लोबल ग्रीन एनर्जी फाइनेंस IFSC लिमिटेड, इरेडा की एक सहायक कंपनी है, जिसे 2024 में गुजरात के GIFT सिटी में शुरू किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य देश और विदेशों में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को वित्तीय सहायता देना है, ताकि पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोतों का विकास तेजी से हो सके। यह कंपनी 2025 में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) से वित्तीय संचालन की अनुमति प्राप्त कर चुकी है। इसके द्वारा जुटाए गए संसाधनों से IREDA को अपने हरित ऊर्जा लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी और भारत को वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र में मजबूती मिलेगी।
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
मार्च 2025 में इरेडा के शेयरों की बनावट देखें तो सबसे बड़ा हिस्सा अब भी प्रमोटरों के पास है, जो बिना किसी बदलाव के 75 फीसदी पर टिका हुआ है। दूसरी ओर, आम निवेशकों और बाकी हिस्सेदारों की भागीदारी थोड़ी बढ़कर 22.74 फीसदी तक पहुंच गई है। विदेशी संस्थानों की हिस्सेदारी में इस बार गिरावट आई है, जो अब 1.75 फीसदी पर आ गई है बीते महीनों में ये आंकड़ा थोड़ा ज़्यादा था।
घरेलू संस्थानों का दखल इस बार कुछ कम होकर 0.28 फीसदी पर सिमट गया है। म्यूचुअल फंड भी थोड़े पीछे हटे हैं और इनकी हिस्सेदारी अब 0.23 फीसदी रह गई है। कुल मिलाकर, मालिकाना ढांचे में कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, पर विदेशी और घरेलू संस्थानों की ओर से थोड़ी सतर्कता ज़रूर देखी गई।
All values in % | Mar-25 | Dec-24 | Sep-24 |
Promoter | 75.00 | 75.00 | 75.00 |
Retail and other | 22.74 | 22.51 | 22.62 |
Foreign institution | 1.75 | 1.85 | 2.02 |
Other domestic institutions | 0.28 | 0.36 | 0.19 |
Mutual funds | 0.23 | 0.28 | 0.16 |
विजन & मिशन (Vision & Mission)
विज़न (Vision):
IREDA का मुख्य लक्ष्य भारत को एक स्वच्छ और हरित ऊर्जा का हब बनाना है, जहां नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का व्यापक रूप से उपयोग हो। इसका उद्देश्य है कि देश में पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा तकनीकों का प्रचार-प्रसार हो और ऊर्जा संकट का समाधान करने के लिए स्थायी उपायों को अपनाया जाए।
मिशन (Mission):
IREDA का मिशन है नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को मजबूत आर्थिक और तकनीकी समर्थन देना, ताकि इन परियोजनाओं का प्रभावी ढंग से विकास हो सके। साथ ही, यह ऊर्जा की बचत और उसके प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है, ताकि हमारे ऊर्जा संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जा सके और पर्यावरण पर पड़ने वाले असर को कम किया जा सके।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
क्या इरेडा एक नवरत्न कंपनी है?
साल 2024 के अप्रैल महीने में इरेडा को भारत सरकार की ओर से “नवरत्न” का दर्जा दिया गया, जो किसी भी सार्वजनिक कंपनी के लिए एक बड़ी पहचान मानी जाती है। इस मान्यता के साथ कंपनी को अब कई ऐसे अधिकार मिल गए हैं, जिनसे वह बिना सरकारी मंजूरी के बड़े निवेश कर सकती है, साझेदारियों में शामिल हो सकती है और अपने काम को देश के बाहर भी विस्तार दे सकती है।
इरेडा फुल फॉर्म
इरेडा का पूरा नाम है इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी, जिसे हिंदी में भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था कहा जाता है।