Infosys Limited| इन्फोसिस लिमिटेड

इन्फोसिस कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सर्विस, फाउंडर, MD, मालिक, नेटवर्थ, सहायक कंपनिया, और अधिक (Infosys company details in hindi)

Infosys Limited एक भारतीय IT कंपनी है जो बिजनेस सलाह, कंप्यूटर सेवाएं और बाहरी काम करने वाली सेवाएं देती है। इसकी शुरुआत 1981 में हुई थी और इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। 24 अगस्त 2021 को यह कंपनी 100 अरब अमेरिकी डॉलर के बाजार मूल्य तक पहुंची, और यह भारत की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बनी। इसका मकसद अपने ग्राहकों को आसान डिजिटल सेवा और नई तकनीक के जरिए मदद देना है।

कंपनी प्रोफाइल (Profile)

नाम Infosys Limited
इंडस्ट्री इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, कंसल्टिंग, आउटसोर्सिंग
शुरुवात की तारीख 1981
मुख्य लोग Mr. Salil Parekh (MD & CEO)
मुख्यालय बेंगलुरु, कर्नाटक
स्टॉक एक्सचेंज BSE :500209, NSE :INFY
मार्किट कैप (Market Cap) ₹6,56,482 करोड़
राजस्व (Revenue) ₹1,66,590 करोड़ (वित्त वर्ष2025)
कुल संपत्ति (Total Asset) ₹1,48,903 करोड़ (वित्त वर्ष2025)
नेटवर्थ (Net Worth) ₹96,203 करोड़ (वित्त वर्ष2025)
कर्मचारी की संख्या 3,17,240 (मार्च 2024)
वेबसाइट www.infosys.com

कंपनी के बारे में (About Company)

Infosys Limited की शुरुआत साल 1981 में पुणे से हुई थी। इसे एन.आर. नारायण मूर्ति और उनके सात साथियों ने सिर्फ 250 डॉलर की छोटी पूंजी से शुरू किया था। धीरे-धीरे यह टीम मेहनत से आगे बढ़ी और आज यह कंपनी तकनीकी और सलाह सेवाओं के क्षेत्र में एक बड़ा नाम बन गई है। अब इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है और यह 50 से भी ज़्यादा देशों में काम कर रही है।

यह कंपनी केवल सॉफ्टवेयर और नई तकनीक जैसे डिजिटल सेवा, क्लाउड और AI तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ईमानदारी और समाज के प्रति जिम्मेदारी को भी महत्व देती है। इसके कई प्रमुख उत्पाद और प्लेटफॉर्म हैं, जैसे फिनेकल बैंकिंग सॉफ्टवेयर, हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म, डिजिटल खरीद-बिक्री के साधन और कई नई तकनीकी सेवाएं। यह भारत में एक बड़े विदेशी बैंक के IT काम को भी संभालती है।

Infosys का उद्देश्य है अपने ग्राहकों को तकनीक के जरिए बेहतर बनाना और आगे बढ़ाना। इसमें करीब 3 लाख लोग काम करते हैं, जो अपने हुनर और मेहनत से इसे नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं।

संस्थापक (Infosys Founder)

सात प्रेरणादायक व्यक्तियों ने मिलकर एक कंपनी की नींव रखी, जो आज दुनिया भर में जाना जाता है। Infosys की स्थापना N.R. नारायण मूर्ति, नंदन नीलेकणि, क्रिस गोपालकृष्णन, S.D. शिबुलाल, K. दिनेश, N.S. राघवन और अशोक अरोड़ा ने की थी।

  1. R. नारायण मूर्ति ने पहले नेता के रूप में कंपनी को दिशा दी और कई पदों पर रहते हुए इंफोसिस को वैश्विक पहचान दिलाई।
  2. नंदन नीलेकणि ने डिजिटल तकनीक के माध्यम से इंफोसिस को नई राह दिखाई।
  3. क्रिस गोपालकृष्णन ने 2007 से 2011 तक कंपनी की कमान संभाली और उसे नई सफलताएं दिलाईं।
  4. D. शिबुलाल ने संचालन की जिम्मेदारी संभाली और बाद में 2011 से 2014 तक CEO के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  5. दिनेश ने शुरुआत से लेकर प्रबंधन तक कंपनी के विकास में योगदान दिया।
  6. S. राघवन ने शुरुआती फैसलों से इंफोसिस की सही दिशा तय की।
  7. अशोक अरोड़ा ने स्थापना और सफलता के रास्ते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इतिहास (Infosys History)

  • 1981 में मुंबई में एक छोटी आईटी कंपनी की शुरुआत हुई। यही आगे चलकर Infosys बनी।
  • 1987 में अमेरिका के बोस्टन में पहला विदेशी कार्यालय खोला गया।
  • 1992 में कंपनी का नाम बदलकर Infosys Technologies रखा गया और बेंगलुरु में कार्यालय शिफ्ट किया गया।
  • 1993 में बेंगलुरु के पास 5 एकड़ ज़मीन पर एक सॉफ्टवेयर पार्क बनाया गया।
  • 1995 में यूके में पहला यूरोपीय कार्यालय और टोरंटो-मैंगलोर में नए केंद्र शुरू किए गए।
  • 1996 में अफ्रीका और एशिया में 6 नए प्रोजेक्ट शुरू हुए और इंटरनेट सलाह सेवा भी शुरू की गई।
  • 1999 में इंफोसिस ने 100 मिलियन डॉलर की कमाई की और अमेरिका के NASDAQ बाजार में नाम दर्ज कराया।
  • 2000 में जम्मू-कश्मीर बैंक ने इंटरनेट बैंकिंग के लिए इंफोसिस का सॉफ्टवेयर अपनाया।
  • 2001 में पुणे के हिंजवडी में दूसरा सॉफ्टवेयर केंद्र शुरू किया गया।
  • 2003 में सऊदी अरब के एक बैंक ने फिनेकल सॉफ्टवेयर को अपनाया।
  • 2004 में कंपनी ने अरबों की कमाई की और सलाह सेवा के लिए एक नई इकाई बनाई।
  • 2006 में अमेरिका की निसान कंपनी में PeopleSoft सॉफ्टवेयर लगाया गया।
  • 2007 में मेक्सिको में पहला लैटिन अमेरिका विकास केंद्र शुरू हुआ।
  • 2010 में आंध्र प्रदेश के एक गांव में पहली ग्रामीण बीपीओ इकाई शुरू हुई।
  • 2011 में केवी कामथ को चेयरमैन और शिबूलाल को सीईओ बनाया गया।
  • 2012 में इंफोसिस ने विदेशी कंपनी को खरीदा और न्यूयॉर्क के बाजार में भी लिस्ट हुई।
  • 2015 में हेल्थ सेवा के लिए वित्तीय समाधान दिया गया।
  • 2016 में पेटीएम ने पेमेंट बैंक सेवा के लिए फिनेकल सॉफ्टवेयर चुना।
  • 2017 में एनालिटिक्स क्लाउड सेवा शुरू की गई।
  • 2020 में महामारी के दौरान 100-बेड का क्वारंटीन केंद्र खोला गया।
  • 2022 में जीवन विज्ञान क्षेत्र की विदेशी कंपनी को खरीदा गया।
  • 2023 में इंफोसिस फाउंडेशन ने ‘गर्ल्स फॉर गोल्ड’ कार्यक्रम शुरू किया, ताकि देश की महिला खिलाड़ियों को मदद मिल सके।

उत्पाद और सेवाएँ (Infosys Products and Services)  

Infosys Nia

Nia एक AI-आधारित प्लेटफ़ॉर्म है जो मुश्किल काम अपने आप करता है और व्यापार को बढ़ाने में मदद करता है। यह डेटा को समझना और संभालना आसान बनाता है। निया कंपनियों को जरूरी जानकारी देता है, आने वाले समय की बातें बताता है और सही योजना बनाने में मदद करता है, ताकि वे बेहतर फैसले ले सकें।

Finacle

Finacle एक ऐसा बैंकिंग सिस्टम है जो बैंकों की रोज़मर्रा की ज़रूरतें जैसे कोर बैंकिंग, ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग, ग्राहक से जुड़ी सेवाएं और भुगतान जैसे कामों में मदद करता है। इसे इस तरह तैयार किया गया है कि बैंक इसे आसानी से चला सकें और अपनी ज़रूरत के अनुसार इसमें बदलाव भी कर सकें। इसकी मदद से बैंक अपने ग्राहकों को तेज़, सरल और आधुनिक सेवाएं दे पाते हैं, जिससे उनका काम आसान और बेहतर हो जाता है।

Infosys Cortex

कॉर्टेक्स एक क्लाउड पर चलने वाला प्लेटफ़ॉर्म है जो कंपनियों को अपने ग्राहकों से बेहतर और व्यक्तिगत तरीके से जुड़ने में मदद करता है। इसमें ऐसी तकनीकें इस्तेमाल होती हैं जो ग्राहकों की ज़रूरतों को समझने, उन्हें पहले से जानने और सही ढंग से बात करने में मदद करती हैं। इससे कंपनियां अपने ग्राहकों को अच्छा अनुभव दे सकती हैं और समझदारी से फैसले ले सकती हैं।

Infosys TradeEdge

TradeEdge एक ऑनलाइन समाधान है जो कंपनियों को सही फैसले लेने में मदद करता है और बाज़ार में जल्दी प्रतिक्रिया देने लायक बनाता है। इसे खास तौर पर खुदरा कारोबार (retail business) के लिए तैयार किया गया है, ताकि कंपनियां अपनी सप्लाई चेन यानी सामान की आवाजाही को अच्छे से संभाल सकें। इसके ज़रिए कारोबारी अपने रोज़मर्रा के कामकाज पर नज़र रख सकते हैं, खर्च कम कर सकते हैं और ग्राहकों को बेहतर सेवा दे सकते हैं। इससे उन्हें बाज़ार में आगे बने रहने में मदद मिलती है।

Cloud Services

Cloud Services कारोबारों को उनके कामकाज को ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर लाने में पूरी मदद करती हैं। जब कंपनियां अपने सिस्टम और सेवाओं को क्लाउड पर ले जाती हैं, तो उन्हें हर कदम पर सही सलाह और तकनीकी मदद मिलती है। इसमें डेटा को क्लाउड में शिफ्ट करना, नए ऑनलाइन ऐप बनाना और क्लाउड से जुड़ा ढांचा तैयार करना शामिल होता है। इसका मकसद है कि कंपनियों को क्लाउड के सारे फायदे मिलें जैसे तेज़ी, सुरक्षा और कम खर्च।

McCamish

McCamish एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो बीमा और पैसों से जुड़ी सेवाओं में मदद करता है। यह खास तौर पर जीवन बीमा, पेंशन और रिटायरमेंट से जुड़ी सेवाओं के लिए काम आता है। इसमें VPAS नाम का एक सिस्टम है जो बीमा से जुड़ी नीतियों को संभालने का आसान तरीका देता है। इसके ज़रिए बीमा कंपनियां अपने काम को जल्दी और सरल बना सकती हैं, ग्राहक सेवा को बेहतर कर सकती हैं और पूरे कामकाज को आसानी से चला सकती हैं।

सहायक कंपनियाँ (Infosys subsidiaries)

EdgeVerve

EdgeVerve, जो Infosys की एक सहायक कंपनी है, जिसकी की शुरुआत 2014 में हुई थी। यह कंपनी कारोबार से जुड़े कई कामों में मदद करती है, जैसे रोबोट की मदद से काम करना (ऑटोमेशन), ग्राहक सेवा बेहतर बनाना और दफ्तर के अंदरूनी कामों को आसान बनाना। इसका मुख्य प्लेटफ़ॉर्म असिस्टएज है, जो ग्राहक सेवा और बैक-ऑफिस के काम को तेज़ और असरदार बनाता है। इसके अलावा, इनफ़ोसिस के कुछ और अहम प्लेटफ़ॉर्म हैं फिनैकल (बैंकिंग के लिए), ट्रेडएज (सप्लाई चेन संभालने के लिए), और एजवर्व एआई, जो व्यापार से जुड़ी समस्याओं को हल करने में मदद करता है।

Panaya

पानाया एक अंतरराष्ट्रीय टेक कंपनी है, जिसका मुख्यालय इज़राइल में है और यह Infosys की सहायक कंपनी है। यह कंपनी क्लाउड पर काम करने वाले सॉफ्टवेयर के लिए मदद देती है, जैसे ERP और CRM सिस्टम्स के अपडेट और टेस्टिंग। पानाया का सिस्टम सॉफ्टवेयर को जल्दी और बिना मुश्किल के बदलने में कंपनियों की मदद करता है, ताकि उनका काम बिना रुके smoothly चलता रहे।

Skava

Skava, जो Infosys की सहायक कंपनी है, डिजिटल बदलाव के काम में एक बड़ी कंपनी है। यह रिटेल, हेल्थकेयर और फाइनेंस के क्षेत्र में ऑनलाइन शॉपिंग और ग्राहक सेवा के समाधान देती है। अमेरिका में कई बड़े दुकानदार इसके मोबाइल और कई जगह एक साथ काम करने वाले सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उनका ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मोबाइल, टैबलेट, फेसबुक और दुकान में इस्तेमाल होने वाली टेक्नोलॉजी में बदल जाता है। Skava ने 2002 से ऐप बनाने में मदद की है और कई लोकप्रिय ऐप और मोबाइल वेबसाइट बनाई हैं। इनके समाधान कंपनियों को तुरंत डेटा देखकर सही फैसले लेने और ग्राहक की सेवा बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

Infosys Consulting

Infosys Consulting यह कंपनी कारोबार को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह मैनेजमेंट, आईटी सलाह, योजना बनाना और बदलाव को सही ढंग से लागू करने में माहिर है। यह अमेरिका, यूरोप और एशिया के 18 देशों में काम करती है। 2004 में शुरू हुई इस कंपनी की शुरुआत एक जाने-माने उद्योगपति ने की थी। इसका मकसद ग्राहकों को नई तकनीक और अच्छे विचार देकर उनके काम को आसान और असरदार बनाना है।

शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)

मार्च 2025 में Infosys के शेयरों में विदेशी निवेशकों का हिस्सा 32.88% था, जो पिछले कुछ महीनों से थोड़ा कम है। म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी बढ़कर 20.45% हो गई। दूसरे घरेलू निवेशकों का हिस्सा 18.07% और प्रमोटरों का हिस्सा 14.60% रहा। खुदरा और दूसरे छोटे निवेशकों का हिस्सा 14.00% के आस-पास बना हुआ है।

All values in % Mar-25 Dec-24 Sep-24
Foreign institutions 32.88 33.30 33.28
Mutual funds 20.45 20.05 19.70
Other Domestic Institutions 18.07 18.32 18.39
Promoters 14.60 14.43 14.43
Retail and other 14.00 13.91 14.19

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

इन्फोसिस का क्या काम है?

इन्फोसिस एक जानी-मानी भारतीय कंपनी है जो दुनियाभर की कंपनियों को परामर्श, सूचना प्रौद्योगिकी और आउटसोर्सिंग से जुड़ी सेवाएँ अपने आसान और समझदार तरीकों से देती है। यह कारोबारों को सॉफ्टवेयर बनाने, डाटा प्रबंधन, क्लाउड सिस्टम, और दूसरी डिजिटल तकनीकों के ज़रिए उनके काम को तेज़ और आसान बनाने में मदद करती है।

इंफोसिस कंपनी का मालिक कौन है?

इंफोसिस की नींव 1981 में नारायण मूर्ति और उनके कुछ साथियों ने मिलकर रखी थी। यह कंपनी अब आम जनता के शेयरों से चलती है, इसलिए इसका मालिक कोई एक नहीं होता। आज के समय में नंदन निलेकणी इसके प्रमुख पद पर हैं और सलिल पारेख इसका रोज़मर्रा का काम देखने वाले मुख्य अधिकारी हैं।

 

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