हिंदुस्तान पेट्रोलियम |Hindustan Petroleum

हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सहायक कंपनियाँ, अधिग्रहण, मालिक, चैयरमेन, नेटवर्थ, CEO, प्रोडक्ट, शेयर होल्डिंग, पुरस्कार और अधिक (Hindustan Petroleum Company details in hindi)

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के क्षेत्र में एक भारतीय सार्वजनिक उपक्रम है, जिसे 5 जुलाई 1952 को स्थापित किया गया था। इसका मुख्यालय मुंबई में है और यह तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) की सहायक कंपनी है, जिसका स्वामित्व भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पास है।

 

कंपनी प्रोफाइल (Profile)

नाम हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL)
इंडस्ट्री पेट्रोलियम
शुरुवात की तारीख 5 जुलाई 1952
मुख्य लोग पुष्प कुमार जोशी (Chairman & MD)
मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र
स्टॉक एक्सचेंज BSE: 500104, NSE: HINDPETRO
मार्किट कैप (Market Cap) ₹72,878 करोड़
राजस्व (Revenue) ₹4,35,773 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
कुल संपत्ति (Total Asset) ₹1,82,784 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
नेटवर्थ (Net Worth) ₹46,921 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
मालक भारत सरकार
वेबसाइट hindustanpetroleum.com

 

कंपनी के बारे में (About Company)

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) एक प्रमुख ऊर्जा कंपनी है जो कच्चे तेल को शोधित करके पेट्रोलियम उत्पादों को बनाने और बेचने में अग्रणी भूमिका निभाती है। HPCL की गतिविधियों में रिफाइनरियों का संचालन, पेट्रोल पंपों का नेटवर्क, LPG की आपूर्ति, लुब्रिकेंट्स का निर्माण और नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है। यह कंपनी ईंधन तेल, नेफ्था, गैसोलीन जैसे विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात भी करती है।

HPCL एक एकीकृत संगठन है जो रिफाइनिंग और मार्केटिंग के साथ-साथ टर्मिनल, पाइपलाइन नेटवर्क, एयरपोर्ट सर्विसेज, LPG बॉटलिंग प्लांट, अंतर्देशीय डिपो और रिटेल आउटलेट्स के माध्यम से ऊर्जा उत्पादों की आपूर्ति और वितरण करता है। यह कंपनी विमानन ईंधन, बल्क ईंधन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार, तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (LPG), लुब्रिकेंट्स और रिटेल सेक्टर में भी सक्रिय है। HPCL का विमानन विभाग भारत के प्रमुख हवाई अड्डों पर विमानन ईंधन की सुविधा प्रदान करता है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, HPCL कच्चे तेल के आयात, पेट्रोलियम उत्पादों के व्यापार और रिफाइनरियों के लिए शिपिंग और उत्पादन योजना पर काम करता है। इसके अलावा, HPCL देशभर में LPG लोडिंग स्टेशनों के माध्यम से घरेलू और औद्योगिक उपयोग के लिए तरलीकृत पेट्रोलियम गैस की आपूर्ति करता है। HPCL ने ऊर्जा क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति और नवीन दृष्टिकोण के साथ भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

 

हिंदुस्तान पेट्रोलियम का इतिहास (History)

  • HPCL की स्थापना 5 जुलाई 1952 को स्टैंडर्ड वैक्यूम रिफाइनिंग कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के नाम से हुई थी।
  • 31 मार्च 1962 को इसका नाम बदलकर ईएसएसओ स्टैंडर्ड रिफाइनिंग कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड रख दिया गया।
  • 15 जुलाई 1974 को कंपनी का नाम बदलकर हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड रख दिया गया।
  • 1983 में, ल्यूब प्लांट की क्षमता में हर साल 74,000 टन उच्च चिपचिपापन वाले ल्यूब बेस स्टॉक की बढ़ोतरी की गई।
  • 1985 में, निगम ने मुंबई में कच्चे तेल की आसवन क्षमता को 2 मिलियन टन प्रति वर्ष तक बढ़ाने के लिए 45 करोड़ रुपये की लागत से एक नई योजना बनाई, जो अप्रैल में शुरू हुई।
  • 1989 में, निगम ने बॉम्बे रिफाइनरी में बिजली की जरूरतों के लिए 3*10 मेगावाट की गैस टर्बाइन स्थापित की।
  • 1994 में, कंपनी ने ईईएसओ ब्रांड के ल्यूब के मिश्रण और बिक्री के लिए प्रमुख तेल कंपनी एक्सॉन के साथ एक समझौता किया।
  • 1997 में, काकीनाडा में 30,000 केएल की टैंकेज और संबंधित सुविधाओं के साथ 06 करोड़ रुपये की लागत से एक नया टर्मिनल शुरू किया गया।
  • 1998 में, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने अलीबाग के उसर में एक नया और आधुनिक एलपीजी भराई संयंत्र शुरू किया।
  • 1999 में, HPCL और गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) ने विशाखापत्तनम से सिकंदराबाद तक एलपीजी पाइपलाइन और इसके बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए एक समझौता किया।
  • 2000 में, भारत के सबसे बड़े निजी इंटरनेट सेवा प्रदाता सत्यम इन्फोवे और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने देशभर के पेट्रोल पंपों पर साइबर कियोस्क लगाने के लिए एक साझेदारी की।
  • 2001 में, हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने बेंगलुरु में देश का पहला स्मार्ट कार्ड लॉन्च किया।
  • 2002 में, एचपी ने ‘क्लब एचपी’ नाम से नया रिटेल ब्रांड लांच किया, जिसका मकसद चुनिंदा आउटलेट्स के जरिए बेहतर व्यक्तिगत वाहन और उपभोक्ता सेवाएं देना था।
  • 2004 में, यश बिड़ला समूह की कंपनी बिड़ला पावर सॉल्यूशंस ने HPCL के साथ मिलकर एलपीजी पर चलने वाले बिजली जनरेटर बनाने के लिए एक समझौता किया।
  • 2007 में, HPCL और ओएनजीसी ने उत्पाद बिक्री, बुनियादी ढांचा सेवाएं और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
  • 2012 में, HPCL ने राजस्थान रिफाइनरी में 25,000 करोड़ रुपये की लागत से 9 मिलियन मीट्रिक टन वार्षिक क्षमता के साथ 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करके प्रमोटर बन गया।
  • 2013 में, हैदराबाद में COCO ROs के जरिए 5 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की बिक्री शुरू की गई।
  • 2015 में, HPCL और अन्य तेल विपणन कंपनियों ने चुनिंदा खुदरा दुकानों में जैव-ईंधन मिश्रित हाई स्पीड डीजल (बी-5 डीजल) बेचना शुरू किया।
  • 2017 में, HPCL ने एचपी स्टार्टअप पोर्टल की शुरुआत की।
  • 2020 में, HPCL ने भूटान में अपना पहला पेट्रोल पंप खोला। यह कंपनी के अंतरराष्ट्रीय विस्तार का हिस्सा है।
  • 2023 में, HPCL ने ई27 ईंधन और इथेनॉल मिश्रित डीजल का उपयोग करने वाले वाहनों पर एक अनोखा पायलट अध्ययन शुरू किया।

 

प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)

  • ईंधन (Fuel)
  1. पेट्रोल (Petrol)
  2. डीजल (Diesel)
  3. मिट्टी का तेल (Kerosene)
  4. हवाई जहाज का ईंधन (Aviation Turbine Fuel – ATF)
  • चिकनाई वाले पदार्थ (Lubricants)
  1. इंजन का तेल (Engine Oil)
  2. फैक्ट्री के लिए तेल (Industrial Oil)
  3. हाइड्रॉलिक तेल (Hydraulic Oil)
  4. ग्रीस (Grease)
  5. खास तेल (Specialty Lubricants)
  • पेट्रोकेमिकल्स (Petrochemicals)
  1. नैफ्था (Naphtha)
  2. एलपीजी (LPG – Liquefied Petroleum Gas)
  3. पॉलीप्रोपिलीन (Polypropylene)
  4. पॉलीइथिलीन (Polyethylene)
  • दूसरे उत्पाद (Other Products)
  1. फ्यूल ऑइल (Fuel Oil)
  2. बिटुमिन (Bitumen)
  3. सॉल्वेंट्स (Solvents)
  4. खुशबूदार हाइड्रोकार्बन (Aromatic Hydrocarbons)
  • खास उत्पाद (Specialty Products)
  1. सफेद तेल (White Oil)
  2. ट्रांसफार्मर तेल (Transformer Oil)
  3. धातु काम के लिए तरल पदार्थ (Metalworking Fluids)
  4. अलग-अलग कामों के लिए ग्रीस (Grease for Various Applications)

 

संचालन (Operation)

  • HPCL का विपणन नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है, जो 21 जोनल और 128 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से प्रमुख शहरों तक अपनी सेवाएं पहुंचाता है। इस नेटवर्क में टर्मिनल, विमानन ईंधन सेवाएं, एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, लुब्रिकेंट्स के संयंत्र, अंतर्देशीय डिपो और हजारों पेट्रोल पंप शामिल हैं।
  • HPCL ने ऊर्जा क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराते हुए मैंगलोर रिफाइनरी में 95% हिस्सेदारी हासिल की है, जो प्रतिवर्ष 9 मिलियन टन कच्चे तेल को शोधित करने की क्षमता रखती है। इसके अलावा, बठिंडा में HPCL और HMEL का संयुक्त उद्यम 11.3 मिलियन टन क्षमता वाली एक और रिफाइनरी का संचालन कर रहा है। भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए एचपीसीएल ने राजस्थान सरकार के साथ हाथ मिलाकर बाड़मेर में एक नई रिफाइनरी स्थापित करने का समझौता किया है, जो देश की ऊर्जा सुरक्षा को और मजबूत करेगा।
  • HPCL भारत की सबसे बड़ी लुब्रिकेंट रिफाइनरी का संचालन करती है, जिसकी क्षमता 335,000 मीट्रिक टन है। यह रिफाइनरी अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उच्च गुणवत्ता वाले चिकनाई बेस तेल का उत्पादन करती है और देश के कुल लुब्रिकेंट बेस तेल उत्पादन में 40% से अधिक का योगदान देती है। HPCL ने अपनी विशेषज्ञता का परिचय देते हुए 300 से अधिक प्रकार के ल्यूब और ग्रीस का निर्माण किया है, जो विभिन्न उद्योगों और वाहनों की जरूरतों को पूरा करते हैं।

 

जॉइंट वेंचर और सहायक कंपनियां (Joint venture & Subsidiaries)

एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड

एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड (HMEL) हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) और मित्तल एनर्जी इन्वेस्टमेंट्स पीटीई लिमिटेड, सिंगापुर के बीच एक संयुक्त उद्यम है, जिसमें दोनों कंपनियों की 48.99% हिस्सेदारी है। यह कंपनी कच्चे तेल के शोधन, पेट्रोकेमिकल उत्पादन और विपणन में कार्यरत है। एचएमईएल पंजाब के बठिंडा में स्थित गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरी (जीजीएसआर) का संचालन करती है, जिसकी उत्पादन क्षमता 11.3 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) है। यह रिफाइनरी विभिन्न प्रकार के परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन करती है, जो न केवल भारतीय बाजार में, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उपलब्ध हैं।

साउथ एशिया एलपीजी कंपनी प्रा. लिमिटेड

साउथ एशिया एलपीजी कंपनी प्रा. लिमिटेड (SALPG) एक भारतीय कंपनी है जो लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) के उत्पादन, भंडारण और वितरण के क्षेत्र में काम करती है। यह कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) और टोटल एनर्जी मार्केटिंग होल्डिंग्स इंडिया के बीच एक संयुक्त उद्यम है, जिसमें दोनों की 50% हिस्सेदारी है। SALPG विशाखापत्तनम में 60 टीएमटी क्षमता वाला एक भूमिगत एलपीजी कैवर्न संचालित करती है, जिसमें प्राप्ति और वितरण की सुविधाएं भी हैं।

हिंदुस्तान कोलास प्राइवेट लिमिटेड

हिंदुस्तान कोलास प्राइवेट लिमिटेड (HINCOL) एक भारतीय कंपनी है जो बिटुमेन डेरिवेटिव्स का निर्माण और वितरण करती है। यह कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) और कोलास S.A., फ्रांस के बीच एक साझेदारी है, जिसमें दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी 50-50% है। HINCOL भारत में सड़क निर्माण और हवाई अड्डों के विकास के लिए बिटुमेन उत्पादों की आपूर्ति करती है। इसके अलावा, कंपनी सड़क रखरखाव के काम जैसे माइक्रो सरफेसिंग और स्लरी सीलिंग भी करती है। HINCOL के पास देशभर में 10 से ज्यादा बिटुमेन इमल्शन और संशोधित बिटुमेन संयंत्र हैं, और हल्दिया और न्यू मैंगलोर बंदरगाहों पर बिटुमेन भंडारण के दो टर्मिनल भी हैं।

मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड

मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (MRPL) एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है जो तेल शोधन और पेट्रोकेमिकल उत्पादों के निर्माण में लगी हुई है। यह ओएनजीसी और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) के बीच एक संयुक्त उद्यम है, जिसमें ओएनजीसी के पास 71.63% और HPCL के पास 16.96% की हिस्सेदारी है, और बाकी हिस्सेदारी जनता के पास है। कंपनी की रिफाइनरी कर्नाटका के मंगलुरु में स्थित है और इसका शोधन क्षमता 15 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) है। MRPL पेट्रोल, डीजल, नाफ्था, केरोसिन, लुब्रिकेंट्स और अन्य कई रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन करती है। इसके अलावा, यह पेट्रोकेमिकल्स का भी निर्माण करती है जो विभिन्न उद्योगों में उपयोग होते हैं।

रत्नागिरी रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड

रत्नागिरी रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (RRPCL) एक भारतीय संयुक्त उद्यम कंपनी है, जिसे इंडियन ऑयल (IOCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) ने 50:25:25 के अनुपात में स्थापित किया है। यह कंपनी महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में एक अत्याधुनिक रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना बना रही है। इसके अलावा, सऊदी अरामको और एडीएनओसी ने इस परियोजना के लिए साझेदारी की है और इस संयुक्त उद्यम के माध्यम से इसे लागू करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। RRPCL का उद्देश्य पश्चिमी तट पर एक बड़ा रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल उत्पादन केंद्र स्थापित करना है, जिससे पेट्रोल, डीजल, विमानन ईंधन और अन्य पेट्रोकेमिकल्स का उत्पादन होगा और यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान देगा।

 

अधिग्रहण (Acquire)

  • दिसंबर 2000 में “गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरीज” नाम की एक सहायक कंपनी स्थापित की गई। इसके लिए लगभग 2000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया।
  • 2003 में, टोटलफिनाएल्फ़ ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) में 34 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की दौड़ से हटने का निर्णय लिया।
  • 2014 में, एचपीसीएल ने ऑस्ट्रेलिया में 85 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की लागत से दो गैस ब्लॉकों को खरीदा।
  • 2016 में, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने पेट्रोनेट इंडिया लिमिटेड से पेट्रोनेट एमएचबी लिमिटेड के शेयर खरीद लिए।

 

संयुक्त उद्यम (Joint venture)

  • 1979 में, कंपनी ने मैंगलोर रिफाइनरी (एमआरपीएल), हिंदुस्तान कोलास, पेट्रोनेट इंडिया, पंजाब रिफाइनरी, विशाख पावर प्रोजेक्ट, प्राइज पेट्रोलियम और साउथ एशिया एलपीजी जैसे कई संयुक्त उद्यम स्थापित किए।
  • मार्च 1993 में, भारत सरकार और ओमान सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत हिंदुस्तान ओमान पेट्रोलियम कंपनी लिमिटेड के माध्यम से भारत के पश्चिमी तट पर 6 मिलियन टीपीए की रिफाइनरी स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
  • 1996 में, फ्रांस की कोलास एस.ए. के साथ एक संयुक्त उद्यम में, कंपनी ने वाशी में 20,000 टीपीए क्षमता वाला अपना पहला आधुनिक बिटुमेन इमल्शन प्लांट शुरू किया, जिसका नाम हिंदुस्तान कोलास लिमिटेड रखा गया।
  • 1997 में, राष्ट्रीयकरण से पहले हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और उसके पूर्व मालिक एस्सो के बीच का संयुक्त उद्यम कठिनाई में था।
  • 1998 में, HPCL ने देश और विदेश में तेल और गैस की खोज के लिए स्थानीय वित्तीय संस्थानों के साथ एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनाई।
  • 1999 में, विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) और टोटल ऑफ फ्रांस के संयुक्त उद्यम को एलएनजी टर्मिनल स्थापित करने और पेट्रो-उत्पादों के विपणन की अनुमति दी।
  • 2000 में, कंपनी ने अपने ई-कॉमर्स और इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं के लिए एक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी स्थापित करने का फैसला किया।
  • 2004 में, हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) ने विशाखापत्तनम में सबसे बड़ी भूमिगत ‘कैवर्न एलपीजी स्टोरेज’ परियोजना के लिए टोटल गैस एंड पावर इंडिया (टीजीपीआई) के साथ 50:50 का संयुक्त उद्यम बनाया।
  • 2005 में, एचपीसीएल ने 50:50 के संयुक्त उद्यम के लिए बीपी पीएलसी (ब्रिटिश पेट्रोलियम) के साथ एक समझौता किया।
  • 2012 में, एचपीसीएल और मित्तल एनर्जी के संयुक्त उद्यम ने डेटा समाधान के लिए आईबीएम के साथ एक समझौता किया।
  • 2013 में, एचपीसीएल ने गुजरात तट पर तरल गैस (एलएनजी) के आयात के लिए शापूरजी पल्लोनजी समूह के साथ 50:50 का संयुक्त उद्यम स्थापित किया।

 

शेयर होल्डिंग

दिसंबर 2024 तक, HPCL का शेयर होल्डिंग पैटर्न: प्रोमोटर 54.90%, म्यूच्यूअल फंड्स 16.97%, विदेशी संस्थाएँ 14.44%, रिटेल और अन्य 8.84%, अन्य घरेलू संस्थान 4.85% , टोटल 100%।

शेयरहोल्डर शेयर होल्डिंग
प्रोमोटर 54.90%
म्यूच्यूअल फंड्स 16.97%
विदेशी संस्थाएँ 14.44%
रिटेल और अन्य 8.84%
अन्य घरेलू संस्थान 4.85%
टोटल 100%

 

पुरस्कार और मान्यताएं (Awards and Recognitions)

  • 2004 में केरल चैप्टर की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने रासायनिक उद्योग में औद्योगिक सुरक्षा के लिए पुरस्कार दिया।
  • 2011 में HPCL को ऑयल और गैस मार्केटिंग कंपनी ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिला।
  • 2013 में HPCL को कॉर्पोरेट गवर्नेंस के लिए गोल्डन पीकॉक अवार्ड मिला।
  • 2014 में HPCL ने प्लैट्स टॉप 250 ग्लोबल एनर्जी अवार्ड हासिल किया।
  • HPCL को 2016 में गोल्डन पीकॉक पुरस्कार मिला।
  • 2021 में भारतीय गुणवत्ता नियंत्रण परिषद ने गुणवत्ता नियंत्रण विभाग की परियोजना को स्वर्ण श्रेणी का राष्ट्रीय गुणवत्ता पुरस्कार दिया।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

क्या एचपीसीएल एक सरकारी कंपनी है?

हां, एचपीसीएल (HPCL) एक सरकारी कंपनी है, जो भारत सरकार के अधीन काम करती है। यह कंपनी पेट्रोलियम उत्पादों की रिफाइनिंग और विपणन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देती है।

भारत में एचपीसीएल की कितनी रिफाइनरियां हैं?

भारत में एचपीसीएल की दो रिफाइनरियां हैं, एक मुम्बई में और दूसरी विशाखापट्टनम में स्थित है। इन दोनों रिफाइनरियों से कंपनी पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन करती है और देशभर में उनकी आपूर्ति करती है।

एचपीसीएल कंपनी क्या करती है?

एचपीसीएल एक प्रमुख कंपनी है जो कच्चे तेल को रिफाइन करके पेट्रोल, डीजल, एलपीजी और अन्य पेट्रोलियम उत्पाद बनाती है। यह कंपनी इन उत्पादों का वितरण और विपणन भी करती है, ताकि पूरे देश में ऊर्जा की जरूरतें पूरी की जा सकें।

 

निष्कर्ष (Conclusion)

हिंदुस्तान पेट्रोलियम भारत की एक प्रमुख तेल और गैस कंपनी है, जो देश में ईंधन और ऊर्जा उत्पादों की आपूर्ति करती है। यह कंपनी पेट्रोल, डीजल, और एलपीजी जैसे उत्पादों के साथ-साथ अन्य ऊर्जा उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करती है। HPCL का निरंतर प्रयास अपने उत्पादन और वितरण प्रणालियों को और बेहतर बनाने का है, ताकि वह भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए ग्राहकों की जरूरतों को पूरा कर सके।

 

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