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जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर| GTL Infrastructure

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर| GTL Infrastructure

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सर्विसेज, चैयरमेन, मालिक, नेटवर्थ, और अधिक (GTL Infrastructure company details in hindi)

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर एक ऐसी कंपनी है जो भारत में मोबाइल नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए टावर लगाती है। यह देश की कई बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के साथ मिलकर काम करती है और इसके हज़ारों टावर पूरे भारत में 2G, 3G और 4G नेटवर्क को सपोर्ट करते हैं। ये टावर 22 अलग-अलग टेलीकॉम ज़ोन में फैले हुए हैं, जिससे लाखों लोगों को बेहतर सिग्नल और तेज़ नेटवर्क सेवा मिलती है।

कंपनी प्रोफाइल (Profile)

नाम जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (GTL Infrastructure Ltd)
इंडस्ट्री टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर
शुरुवात की तारीख 2004
मुख्य लोग मनोज तिरोडकर (Chairman)
मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र
स्टॉक एक्सचेंज BSE :532775, NSE :GTLINFRA
मार्किट कैप (Market Cap) ₹1,896 करोड़
राजस्व (Revenue) ₹1,423 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
कुल संपत्ति (Total Asset) ₹4,206 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
नेटवर्थ (Net Worth) ₹-5,087 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
वेबसाइट gtlinfra.com

कंपनी के बारे में (About Company)

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर एक प्रमुख भारतीय कंपनी है जो मोबाइल नेटवर्क के लिए 2G से लेकर 5G तक के संचार टावरों को स्थापित करने, संचालित करने और उनकी देखरेख करने का काम करती है। इसकी स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी और तब से यह कंपनी देश भर में संचार ढांचे के विकास में अहम भूमिका निभा रही है। जीटीएल इंफ्रा का उद्देश्य मोबाइल सेवा प्रदाताओं को साझा बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराना है, ताकि वे कम लागत में अधिक क्षेत्रों तक अपनी सेवाएं पहुंचा सकें। कंपनी की सेवाएं भारत के सभी टेलीकॉम सर्किलों में फैली हुई हैं, और इसके पास हजारों की संख्या में टावर हैं, जिनकी मदद से नेटवर्क कवरेज को मजबूती मिलती है।

इस कंपनी का मुख्यालय नवी मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है, और इसमें करीब 1000 से अधिक पेशेवर कार्यरत हैं। श्री मनोज तिरोडकर के नेतृत्व में, जीटीएल इंफ्रा ने खुद को एक भरोसेमंद, तटस्थ और पर्यावरण-संवेदनशील टॉवर प्रदाता के रूप में स्थापित किया है। पिछले दो दशकों में भारत में टेलीकॉम क्रांति के साथ कंपनी ने भी तेज़ी से विकास किया है। यह केवल टावर लगाने वाली कंपनी नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करती है कि हर टावर सुचारु रूप से काम करे, समय पर रखरखाव हो और नेटवर्क सेवाओं में कोई बाधा न आए।

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर का इतिहास (History)

  • जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की स्थापना 4 फरवरी, 2004 को कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत जीटीएल इंजीनियरिंग एंड मैनेज्ड नेटवर्क सर्विसेज लिमिटेड के नाम से की गई थी। इसके बाद, 1 फरवरी 2005 को कंपनी का नाम बदलकर जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड रख दिया गया।
  • 9 नवंबर 2006 को, जीटीएल इंफ्रा को बीएसई और एनएसई पर 1397 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ सूचीबद्ध किया गया। यह शेयर्ड टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में सूचीबद्ध होने वाली एशिया-प्रशांत की पहली कंपनी बन गई।
  • 2007 – जीटीएल इंफ्रा ने टेलीकॉम टॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर अधिग्रहण के अवसरों को लेकर एक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) स्थापित करने के लिए आईडीएफसी प्रोजेक्ट इक्विटी कंपनी लिमिटेड (IDFC Project Equity) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • 2008 – जीटीएल इंफ्रा स्वीडन की टेलीकॉम दिग्गज एरिक्सन के साथ ब्रिटेन में एक टर्नकी परियोजना लागू करने के लिए कई मिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर करने जा रही है।
  • 2010 – जीटीएल इंफ्रा ने 8,026 करोड़ रुपये की एंटरप्राइज वैल्यू पर 17,500 एयरसेल टावर्स और 21,000 किरायेदारों की खरीद पूरी की।
  • 2014 – जीटीएल इंफ्रा और रिलायंस जियो ने टावर इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरिंग डील पर समझौता किया।
  • 2017 – चेन्नई नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (‘सीएनआईएल’) और जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का एकीकरण।

सर्विस (Service)

  1. टावर बनाना और चलाना:

जीटीएल इंफ्रा भारत में मोबाइल नेटवर्क के लिए 2G से लेकर 5G तक के टावर बनाती है और उनका पूरा ध्यान रखती है।

  1. टावर की मरम्मत और देखभाल:

कंपनी टावरों की समय-समय पर जांच करती है, खराबी होने पर मरम्मत करती है और बैकअप बिजली की व्यवस्था भी करती है।

  1. साझा टावर सेवा:

एक ही टावर पर कई मोबाइल कंपनियां अपने उपकरण लगाकर खर्च बचा सकती हैं। जीटीएल इंफ्रा यह सुविधा देती है।

  1. सोलर और ग्रीन एनर्जी:

जहां बिजली नहीं पहुंचती, वहां कंपनी सोलर सिस्टम से टावर चलाती है, जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो।

  1. साइट ढूंढना और अनुमति लेना:

कंपनी टावर लगाने के लिए सही जगह ढूंढती है और सरकार से ज़रूरी मंजूरी भी खुद लेती है।

शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)

मार्च 2025 तक, जीटीएल इंफ्रा का शेयर होल्डिंग पैटर्न: प्रोमोटर 3.28%, रिटेल और अन्य 61.47%, विदेशी संस्थाएँ 0.05%, अन्य घरेलू संस्थान 35.20%, टोटल 100%।

शेयरहोल्डर शेयर होल्डिंग
प्रोमोटर 3.28
रिटेल और अन्य 61.47
विदेशी संस्थाएँ 0.05
अन्य घरेलू संस्थान 35.20
टोटल 100%

Read Also :-Indus Towers

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर का क्या काम है?

जीटीएल इंफ्रा का काम है मोबाइल कंपनियों के लिए टावर लगाना और उन्हें चालू हालत में बनाए रखना। यह कंपनियों को एक ही टावर पर अपने नेटवर्क उपकरण लगाने की सुविधा देता है, जिससे सेवा बेहतर और खर्च कम होता है।

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के मालिक कौन हैं?

जीटीएल इंफ्रा की शुरुआत श्री मनोज तिरोडकर ने की थी और वही इसके मुख्य मालिक हैं। उनके साथ कुछ सरकारी बैंक भी हिस्सेदार हैं, लेकिन कंपनी की दिशा और निर्णय उन्हीं के नेतृत्व में तय होते हैं।

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