ग्रासिम इंडस्ट्रीज | Grasim Industries
ग्रासिम इंडस्ट्रीज कंपनी प्रोफाइल, सहायक कंपनियां, इतिहास, चैयरमेन, नेटवर्थ, CEO, प्रोडक्ट, अधिग्रहण, पुरस्कार, और अधिक (Grasim Industries details in hindi)
ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड मुंबई में स्थित एक प्रमुख भारतीय कंपनी है, जिसे 1947 में कपड़ा निर्माण के क्षेत्र में स्थापित किया गया था। इसके बाद कंपनी ने विस्कोस स्टेपल फाइबर (VSF) और विस्कोस जैसे कच्चे माल के निर्माण में विस्तार किया और अब यह सीमेंट, रसायन और वित्तीय सेवाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भी अपनी मजबूत पहचान बना चुकी है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
नाम | ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड |
इंडस्ट्री | कपड़ा, रसायन, सीमेंट और वित्तीय सेवा उद्योग |
शुरुवात की तारीख | 1947 |
मुख्य लोग | कुमार मंगलम बिड़ला (Chairman) |
मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :500300, NSE :GRASIM |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹1,62,893 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹1,32,243 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹4,12,539 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹1,38,938 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
वेबसाइट | grasim.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड, आदित्य बिड़ला ग्रुप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह कंपनी भारत की उन बड़ी कंपनियों में से एक है, जिन्होंने अपनी शुरुआत वस्त्र उद्योग से की, लेकिन आज यह कई अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी पहचान बना चुकी है। चाहे बात हो विस्कोस स्टेपल फाइबर की, रसायनों की, सीमेंट की, या फिर वित्तीय सेवाओं की, ग्रासिम हर जगह अपना परचम लहरा रही है।
क्या आप जानते हैं कि ग्रासिम भारत का सबसे बड़ा कास्टिक सोडा उत्पादक है? यही नहीं, इसका विस्कोस स्टेपल फाइबर भी देश-विदेश में अपनी गुणवत्ता के लिए मशहूर है। ग्रासिम की सहायक कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड, जो सीमेंट के क्षेत्र में एक बड़ा नाम है, ग्रे और व्हाइट सीमेंट से लेकर एपॉक्सी और कास्टिक सोडा तक का उत्पादन करती है।
लेकिन ग्रासिम की कहानी यहीं खत्म नहीं होती। इसने वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में भी अपनी पकड़ मजबूत की है। जीवन बीमा, संपत्ति प्रबंधन, और आवास वित्त जैसी सुविधाएं देकर यह कंपनी आम लोगों की जिंदगी को आसान बना रही है।
और अगर आप फैशन के शौकीन हैं, तो ग्रासिम का नव्यासा साड़ी ब्रांड आपके लिए एक परिचित नाम होगा। यह ब्रांड भारतीय वस्त्र और फैशन उद्योग में अपनी अलग पहचान रखता है।
ग्रासिम की सबसे बड़ी ताकत है इसकी विविधता और गुणवत्ता। यही वजह है कि यह कंपनी न सिर्फ भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी धाक जमाए हुए है। तो अगली बार जब आप ग्रासिम का नाम सुनें, तो याद रखें, यह सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि भारत के औद्योगिक विकास की एक मिसाल है।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज का इतिहास (History)
- ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड की स्थापना 1947 में हुई थी।
- 1963 में कंपनी ने भिवानी (पंजाब) में 18,000 स्पिंडल और 286 करघों की क्षमता वाली एक सूती मिल खरीदी और इसका नाम भिवानी टेक्सटाइल मिल्स रखा।
- 1967 में कंपनी ने कर्नाटक के हरिहर में 100 टन प्रतिदिन क्षमता वाली पॉलीनोसिक फाइबर यूनिट स्थापित करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी।
- 1974 में, कंपनी को कर्नाटक के हरिहर में 100 टन प्रतिदिन उत्पादन क्षमता वाली पॉलीनोसिक फाइबर यूनिट स्थापित करने के लिए अनुमति का पत्र प्राप्त हुआ।
- 1980 में, कंपनी ने रामनाड, तमिलनाडु में एल्यूमीनियम फ्लोराइड संयंत्र स्थापित करने के लिए तमिलनाडु औद्योगिक विकास निगम के साथ मिलकर तमिलनाडु फ्लोरीन एंड अलाइड केमिकल्स लिमिटेड नामक एक नई कंपनी बनाई।
- 1984 में, कंपनी को स्थिर ब्लीचिंग पाउडर के 10,000 टन वार्षिक उत्पादन की मंजूरी मिली, जिसे दो चरणों में 5,000 टन प्रति वर्ष के हिसाब से स्थापित किया जाना था।
- 1987 में, कंपनी को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में 6 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वाली गैस आधारित स्पंज आयरन परियोजना स्थापित करने के लिए मंजूरी मिली।
- 1988 में, कंपनी ने “मास्टरवियर” ब्रांड के तहत रेडीमेड शर्ट और ट्राउजर पेश किए, जो बाजार में सफल रहे।
- 1990 में, कंपनी को छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार और राजस्थान के शाम्ब हुपुरा में 10 लाख टन वार्षिक उत्पादन क्षमता वाले नए सीमेंट प्लांट लगाने के लिए दो मंजूरी पत्र मिले।
- 1994 में, सूती कपड़ा मिल ने 14,000 स्पिंडल क्षमता वाली नई इकाई “एलिगेंट स्पिनर्स” स्थापित करने का निर्णय लिया।
- 1995 में, “ADONIS” ब्रांड के तहत कपड़ों की एक नई श्रृंखला लॉन्च की गई।
- 1996 में, “SUMO” ब्रांड नाम से पॉलिस्टर, विस्कोस और कॉटन के मिश्रण से बना नया सिंथेटिक डेनिम पेश किया गया।
- 1997 में, आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी ग्रासिम ने रेयान ग्रेड पल्प का उत्पादन बढ़ाने के लिए एक नया संयंत्र स्थापित करने का निर्णय लिया।
- 1998 में, ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने भारत में पहली बार सिंथेटिक सूटिंग विकसित करने का दावा किया।
- 1999 में, कच्चे माल की कमी के कारण ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने केरल के मावूर स्थित अपनी लुगदी और स्टेपल फाइबर इकाइयों में उत्पादन रोक दिया।
- 2000 में, कंपनी ने अपनी सॉफ्टवेयर डिवीजन को एक अलग सहायक कंपनी में परिवर्तित किया, जिसका नाम बिड़ला कंसल्टेंसी एंड सॉफ्टवेयर सर्विसेज रखा गया।
- 2001 में, ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कपड़ा विभाग ने “एक्वासॉफ्ट” नामक एक नया ट्राउजर फैब्रिक पेश किया।
- 2004 में, ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने ‘वेनेटिया’ रेंज लॉन्च की, जिसमें 5,000 रुपये की कीमत पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के सूट-लेंथ उपलब्ध कराए गए।
- 2008 में, ग्रासिम ने राजस्थान के शंभूपुरा में आदित्य सीमेंट संयंत्र का विस्तार कार्य आरंभ किया।
- 2010 में, ग्रासिम ने अपने सीमेंट व्यवसाय को अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के तहत मिलाकर एक किया।
- 2014 में, ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने गुजरात के विलायत में अपने विस्कोस स्टेपल फाइबर प्लांट से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू किया।
- 2016 में, आदित्य बिड़ला केमिकल्स (इंडिया) लिमिटेड का ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड में विलय हुआ।
उत्पाद/सेवाएँ (Product/Services)
कपड़ा और फाइबर:
ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने अपनी शुरुआत कपड़ा उद्योग से की और आज विस्कोस स्टेपल फाइबर (VSF) के क्षेत्र में भारत का अग्रणी बन चुकी है। यह फाइबर कपास का एक टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल विकल्प है। इसके अलावा, यह विस्कोस फिलामेंट यार्न (VFY) का भारत में सबसे बड़ा उत्पादक है और लिनन व ऊन जैसे उत्पादों को भी बनाती है।
रसायन और सीमेंट:
रसायन के क्षेत्र में, ग्रासिम कास्टिक सोडा का उत्पादन करती है और क्लोरीन डेरिवेटिव व एपॉक्सी जैसे उत्पादों के जरिए विभिन्न उद्योगों की जरूरतों को पूरा करती है। सीमेंट के क्षेत्र में, यह ग्रे सीमेंट और सफेद सीमेंट का उत्पादन करके निर्माण उद्योग को मजबूती प्रदान करती है।
वित्तीय सेवाएं:
ग्रासिम की वित्तीय शाखा, आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड (ABCL), फाइनेंसिंग, निवेश, और सलाहकार सेवाएं प्रदान करके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करती है।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनियां (Subsidiaries)
अल्ट्राटेक सीमेंट
अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड भारत की अग्रणी सीमेंट निर्माता कंपनी है, जिसकी स्थापना 1983 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। यह कंपनी ग्रे सीमेंट, रेडी-मिक्स कंक्रीट (RMC) और सफेद सीमेंट का निर्माण करती है और भारत में इन उत्पादों की सबसे बड़ी निर्माता है। इसके उत्पादन संयंत्र भारत सहित UAE, बांग्लादेश, श्रीलंका और बहरीन में भी स्थित हैं, जिससे इसकी वैश्विक उपस्थिति मजबूत होती है। लगभग 120 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ, यह कंपनी देश के बुनियादी ढांचे और निर्माण क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
आदित्य बिड़ला कैपिटल
आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड एक प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी है, जिसकी स्थापना 2007 में हुई और इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। यह कंपनी बैंकिंग, बीमा, म्यूचुअल फंड, ऋण और निवेश सेवाओं सहित वित्तीय समाधान की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है। कंपनी अपने व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट ग्राहकों को जीवन और स्वास्थ्य बीमा, रिटायरमेंट प्लानिंग, संपत्ति प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में कस्टमाइज्ड सेवाएं देती है।
जॉइंट वेंचर
- 1979 में, कंपनी ने बिहार में 33,000 टन कास्टिक सोडा उत्पादन के लिए एक संयुक्त उद्यम में भाग लिया और बिहार कास्टिक एंड केमिकल्स लिमिटेड नाम से एक नई कंपनी स्थापित की।
- 1995 में, बिड़ला कैपिटल इंटरनेशनल एएमसी लिमिटेड की स्थापना एक संयुक्त उद्यम के रूप में हुई, जिसमें प्रमुख अमेरिकी निवेश प्रबंधन कंपनी, कैपिटल ग्रुप इंटरनेशनल इंक शामिल थी।
- 2006 में, ग्रासिम ने बिड़ला जिंगवेई फाइबर्स कंपनी लिमिटेड नामक एक संयुक्त उद्यम की स्थापना की और चीन में वीएसएफ उत्पादन संयंत्र खरीदा।
अधिग्रहण
- 2003 में, कंपनी ने एलएंडटी के सीमेंट व्यवसाय का अधिग्रहण किया।
- 2004 में, कंपनी ने एलएंडटी से अलग हुए सीमेंट व्यवसाय, अल्ट्रा टेक सेमको लिमिटेड (अल्ट्रा टेक) में बहुमत हिस्सेदारी खरीदी।
- 2006 में, ग्रासिम ने टेम्बेक इंक. के साथ मिलकर कनाडा के सेंट ऐनी नैकाविक पल्प मिल का अधिग्रहण किया।
- 2011 में, ग्रासिम ने डोम्सजो फैब्रिकर एबी में अपनी हिस्सेदारी हासिल की।
- 2012 में, ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने कनाडा की एवी टेरेस बे इंक के साथ टेरेस बे पल्प इंक की संपत्ति हासिल करने के लिए समझौता किया, जिसमें ग्रासिम की एसपीवी में 40% हिस्सेदारी होगी।
शेयर होल्डिंग
दिसंबर 2024 तक, ग्रासिम इंडस्ट्रीज का शेयर होल्डिंग पैटर्न: प्रोमोटर 43.11%, रिटेल और अन्य 23.43%, विदेशी संस्थाएँ 15.55%, अन्य घरेलू संस्थान 10.84%, म्यूच्यूअल फंड्स 7.07%, टोटल 100%।
शेयरहोल्डर | शेयर होल्डिंग |
प्रोमोटर | 43.11% |
रिटेल और अन्य | 23.43% |
विदेशी संस्थाएँ (FIIs) | 15.55% |
अन्य घरेलू संस्थान | 10.84% |
म्यूच्यूअल फंड्स | 7.07% |
टोटल | 100% |
पुरस्कार और मान्यताएं (Awards and Recognitions)
- 2009 में, ग्रासिम के विक्रम सीमेंट और आदित्य सीमेंट संयंत्रों को फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनरल एंड इंडस्ट्रीज द्वारा “सामाजिक जागरूकता पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
- 2011 में, सीआईआई ने सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए ग्रासिम के नागदा स्थित स्टेपल फाइबर डिवीजन को पुरस्कार दिया।
- 2018 में, कपड़ा मंत्री ने विस्कोस स्टेपल फाइबर को सर्वोत्तम निर्यात प्रदर्शन के लिए गोल्ड ट्रॉफी से सम्मानित किया।
- 2019 में, उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर में स्थित ग्रासिम की इंडो गल्फ फर्टिलाइजर्स इकाई को “सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट” (CSE) द्वारा फोर लीव्स पुरस्कार प्राप्त हुआ।
निष्कर्ष
ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड, आदित्य बिड़ला समूह का एक अहम हिस्सा है, जिसने अपनी शुरुआत कपड़ा उद्योग से की और आज विस्कोस स्टेपल फाइबर, रसायन, सीमेंट, और वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में अपनी मजबूत पकड़ बना चुकी है। यह कंपनी न सिर्फ भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी गुणवत्ता, नवाचार और विविधता के लिए जानी जाती है। ग्रासिम ने अपने उत्पादों और सेवाओं के जरिए औद्योगिक विकास और आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जो इसे भारत के उद्योग जगत में एक विश्वसनीय और प्रगतिशील नाम बनाता है।
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