Blog

Company Secretary कैसे बनें? जानें पूरी प्रक्रिया, और कितनी मिलेगी सैलरी?

Company Secretary कैसे बनें?

Company Secretary कंपनी का वह अधिकारी होता है जो सभी कानूनी कामों को देखता है। यह सुनिश्चित करता है कि कंपनी सरकार के बनाए नियमों का पालन कर रही है। बोर्ड मीटिंग से लेकर शेयरधारकों तक, सभी जरूरी कागजात और रिपोर्ट्स इसी की देखरेख में तैयार होते हैं।

अगर आप भी इस इज्जतदार नौकरी को पाना चाहते हैं, तो यहां हम बताएंगे कि कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए क्या पढ़ाई करनी पड़ती है और किन परीक्षाओं को पास करना होता है। साथ ही, इस फील्ड में मिलने वाली सैलरी और नौकरी के मौकों के बारे में भी जानेंगे।

कंपनी सेक्रेटरी कौन होते हैं? (company secretary)

कंपनी सचिव (Company Secretary) कंपनी के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, खासकर उसके कानूनी और प्रशासनिक कार्यों में। उनका मुख्य कार्य यह सुनिश्चित करना होता है कि कंपनी सभी कानूनी मानकों और नियमों का पालन करती रहे। इसके अलावा, वे कंपनी की बोर्ड मीटिंग्स, वार्षिक आम बैठक (AGM) और अन्य आवश्यक बैठकों का आयोजन करते हैं, ताकि सभी फैसले सही तरीके से लिए जा सकें और कंपनी का काम व्यवस्थित तरीके से चलता रहे। इसके साथ ही, वे कंपनी के शेयरधारकों और अन्य हितधारकों से संवाद बनाए रखते हैं, ताकि वे कंपनी के निर्णयों और कार्यों से अपडेट रहें।

कंपनी सचिव का काम केवल कागजी काम तक सीमित नहीं होता, वे कंपनी के हर कार्य में दिशा-निर्देश देने का काम भी करते हैं। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि कंपनी की नीतियां और फैसले कानूनी रूप से सही हों और वित्तीय कामकाज भी सही तरीके से हो रहे हों। इसके अलावा, कंपनी सचिव कंपनी के विकास के लिए जरूरी रणनीतियां तैयार करने में भी मदद करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि कंपनी का संचालन सुचारू रूप से होता रहे।

कंपनी सचिव बनने का रास्ता (company secretary course details)

Company Secretary कोर्स कंपनियों के कानून और बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई है। यह कोर्स करके आप बड़ी कंपनियों में अच्छी नौकरी पा सकते हैं।

कोर्स के तीन हिस्से:

  1. बेसिक लेवल (8 महीने)
    • चाहिए: 12वीं पास (किसी भी सब्जेक्ट से)
    • पढ़ाई: बिजनेस के बेसिक नियम, हिसाब-किताब
  1. मिड लेवल (9 महीने)
    • चाहिए: ग्रेजुएशन या बेसिक लेवल पास
    • पढ़ाई: कंपनी के कानून, टैक्स, पैसे का प्रबंधन
  1. टॉप लेवल (9 महीने + 15 महीने ट्रेनिंग)
    • पढ़ाई: कंपनी चलाने के नियम, झगड़े सुलझाना, विदेशी बिजनेस के कानून
  1. एग्जाम और ट्रेनिंग:
    • साल में दो बार एग्जाम (जून और दिसंबर)
    • 15 महीने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग जरूरी
  1. नौकरी के मौके:
    • पोस्ट: कंपनी सेक्रेटरी, कानून सलाहकार, कंप्लायंस ऑफिसर
  1. कैसे करें एडमिशन?
    • ICSI की वेबसाइट icsi.edu पर जाकर फॉर्म भरें।

Company secretary के काम और ज़िम्मेदारियाँ

Company secretary किसी कंपनी का एक अहम हिस्सा होता है जो कानूनी, प्रशासनिक और नियम-कायदे से जुड़े काम देखता है। इनके मुख्य काम ये हैं:

  1. कानूनी नियमों का पालन
    • कंपनी से जुड़े सभी कानूनों का ध्यान रखना
    • सरकारी दफ्तरों में ज़रूरी कागज़ात जमा करना
  1. कंपनी के प्रबंधन में मदद
    • डायरेक्टर्स की मीटिंग्स का आयोजन करना
    • बैठकों के रिकॉर्ड रखना और ज़रूरी फैसलों पर अमल करवाना
  1. कागज़ातों का ध्यान रखना
    • शेयरों की खरीद-बिक्री का हिसाब रखना
    • कंपनी के सभी ज़रूरी रजिस्टर अपडेट रखना
  1. शेयरधारकों से संपर्क
    • निवेशकों के साथ बातचीत करना
    • सालाना आम बैठक (AGM) का इंतज़ाम करना
  1. खास काम
    • कंपनी के विलय या खरीद में मदद करना
    • नए निवेश या लोन लेने में सलाह देना
  1. आंतरिक जाँच
    • कंपनी के कामकाज की कानूनी जाँच करना
    • गलतियों को सुधारने के उपाय सुझाना

कंपनी सचिव का वेतन (Company secretary salary)

किसी कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary) का वेतन कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे उनका अनुभव, कंपनी का साइज़ और उसका लोकेशन। शुरुआती दौर में, नए कंपनी सेक्रेटरी को आम तौर पर ₹3 लाख से ₹6 लाख सालाना मिल सकता है। कुछ वर्षों का अनुभव होने के बाद, यह वेतन ₹6 लाख से ₹12 लाख तक बढ़ जाता है। अगर किसी को ज़्यादा अनुभव है और वह ज़िम्मेदारियाँ संभाल रहा है, तो वह ₹12 लाख से ₹20 लाख तक कमा सकता है, खासकर बड़ी या मल्टीनेशनल कंपनियों में।

सीनियर या बहुत अनुभवी कंपनी सेक्रेटरीज का वेतन ₹30 लाख से ₹50 लाख या उससे भी अधिक हो सकता है। इसके अलावा, कई कंपनियाँ बोनस और दूसरे लाभ भी देती हैं, जिससे कुल पैकेज और भी आकर्षक बन जाता है।

कंपनी सेक्रेटरी बनने के फायदे (Benefits of becoming a company secretary)

कंपनी सेक्रेटरी बनने से कई फायदे होते हैं। इस पेशे में आपको अच्छा वेतन और करियर में आगे बढ़ने के कई मौके मिलते हैं। आपको कंपनी के कानूनी नियमों और प्रक्रियाओं की पूरी जानकारी होती है, जिससे आप कंपनी को सही दिशा में चलाने में मदद करते हैं। इस काम के दौरान आपको बड़े अधिकारियों और व्यापारिक नेताओं से मिलने का मौका मिलता है, जो आपके नेटवर्क को और भी मजबूत करते हैं। कंपनी के अहम फैसलों में आपकी भागीदारी होती है, जिससे आपकी जिम्मेदारी और पहचान बढ़ती है। इसके अलावा, यह पेशा आपको अपनी खुद की क्षमताओं को निखारने का अवसर भी देता है, जैसे नेतृत्व कौशल, समय का सही इस्तेमाल और मुश्किलों का हल निकालने की कला।

कंपनी सेक्रेटरी बनने की प्रक्रिया (Process to become a company secretary)

अगर आप कॉमर्स या लॉ के फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो कंपनी सेक्रेटरी का प्रोफेशन आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इसके लिए सबसे पहले आपको किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास करनी होगी। उसके बाद आपको ICSI (इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया) के तीन लेवल के कोर्सेज करने होंगे – पहले फाउंडेशन, फिर एग्जीक्यूटिव और आखिर में प्रोफेशनल प्रोग्राम।

इन कोर्सेज के दौरान आपको बिजनेस लॉ, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे सब्जेक्ट्स पढ़ने होंगे। साथ ही 15 महीने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी करनी होगी, जहां आपको रियल कंपनी वर्क का एक्सपीरियंस मिलेगा।

पूरा कोर्स करने में 3-4 साल का समय लगता है और इसकी कुल फीस लगभग 50-60 हजार रुपये होती है। कोर्स पूरा करने के बाद आपको शुरुआत में 25-40 हजार रुपये महीना सैलरी मिल सकती है। 5-7 साल के एक्सपीरियंस के बाद आपकी सैलरी 1 लाख रुपये महीना तक पहुंच सकती है।

कंपनी सचिव के प्रकार (Types of Company Secretary)

  1. असिस्टेंट: यह शुरुआती स्तर का पद होता है, जो सीनियर को सपोर्ट करता है और प्रशासनिक कामों में मदद करता है।
  2. जूनियर: इसमें ज्यादा जिम्मेदारियां होती हैं, जैसे कानूनी दस्तावेज़ तैयार करना और मीटिंग्स ऑर्गनाइज़ करना।
  3. सीनियर: यह एक उच्च पद होता है, जिसमें बड़े फैसलों में भाग लेना और कानूनी कामों की देखरेख करना होता है।
  4. कॉर्पोरेट या पब्लिक सेक्टर: यह प्राइवेट और सरकारी कंपनियों के कानूनी और प्रशासनिक कामों को संभालता है।
  5. स्पेशलाइज्ड इंडस्ट्री: यह किसी खास इंडस्ट्री, जैसे बैंकिंग, मैन्युफैक्चरिंग, या इंश्योरेंस में काम करता है और उसी इंडस्ट्री से जुड़े कानूनी मामलों को देखता है।
  6. कॉर्पोरेट गवर्नेंस एक्सपर्ट: यह नीतियों और गवर्नेंस को सही तरीके से चलाने की जिम्मेदारी लेता है, ताकि सब कुछ सही तरीके से हो।

Company secretary meaning in hindi

Company Secretary वह पेशेवर होता है जो एक कंपनी के सभी कानूनी और प्रशासनिक मामलों की निगरानी करता है। वह कंपनी की बैठकों का संचालन करता है, ज़रूरी दस्तावेज़ों को तैयार करता है और यह सुनिश्चित करता है कि कंपनी सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन कर रही है। इसके अलावा, कंपनी सेक्रेटरी को नियमों की जानकारी देना और सरकारी दफ्तरों से जुड़े मामलों में मदद करना भी उसकी जिम्मेदारी होती है।

इसे भी पढ़े :- क्या सच में GIFT City बनेगा भारत का सबसे अमीर शहर?

 

A Company Details

View Comments

Recent Posts

भारत की टॉप 10 टेलीकॉम कंपनियां: Jio, Airtel और Vi के बीच कौन है आगे?

भारत की टॉप 10 टेलीकॉम कंपनियां जिनमें Jio, Airtel और Vi ने बनाई खास पहचान|… Read More

5 hours ago

हॉस्पिटल में वार्ड बॉय का काम, सैलरी, योग्यता | Ward Boy Work

वार्ड बॉय की नौकरी में क्या होता है? जानिए Ward boy work, सैलरी और ज़िम्मेदारियाँ… Read More

1 day ago

Godrej Industries – History, Growth and Overview in Hindi

Godrej Industries – History, Growth and Company Profile in Hindi गोदरेज इंडस्ट्रीज कंपनी प्रोफाइल, इतिहास,… Read More

2 days ago

Spandana Sphoorty Financial

स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल|Spandana Sphoorty Financial स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सेवाएं, CEO, नेटवर्थ, मार्किट… Read More

3 days ago

PNB Gilts Company Profile, History, and Key Services in Hindi​

PNB Gilts| पीएनबी गिल्ट्स पीएनबी गिल्ट्स कंपनी प्रोफाइल, सेवाएं, CEO, नेटवर्थ, मार्किट कैप, शेयर होल्डिंग,… Read More

4 days ago

Fusion Finance Company Profile, History, and Key Services in Hindi

फ्यूजन फाइनेंस |Fusion Finance फ्यूजन फाइनेंस कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सर्विस, CEO, नेटवर्थ, मार्किट कैप, शेयर… Read More

5 days ago