सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | Central Bank of India
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया प्रोफाइल, इतिहास, सहायक कंपनिया, संस्थापक,सर्विस, चेयरमैन & MD, पुरस्कार, नेटवर्थ, और अधिक (Central Bank of India details in hindi)
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भारत के सबसे पुराने और प्रमुख सार्वजनिक बैंकों में से एक है, जिसकी स्थापना 1911 में मुंबई में हुई थी। यह बैंक जमा, ऋण, कृषि कर्ज, डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय समाधान जैसी सेवाएं प्रदान करता है। इसका मुख्य लक्ष्य व्यक्तिगत ग्राहकों, छोटे-मझोले व्यापारियों और संस्थाओं की वित्तीय जरूरतों को पूरा करना है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
| नाम | सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI) |
| इंडस्ट्री | बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं |
| शुरुवात की तारीख | 1911 |
| मुख्य लोग | श्री एम.वी. राव (MD & CEO) |
| मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
| स्टॉक एक्सचेंज | BSE :532885, NSE :CENTRALBK |
| मार्किट कैप (Market Cap) | ₹34,477 करोड़ |
| राजस्व (Revenue) | ₹39,668 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
| कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹4,79,128 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
| नेटवर्थ (Net Worth) | ₹36,967 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
| मालक | भारत सरकार |
| वेबसाइट | centralbankofindia.co.in |
कंपनी के बारे में (About Company)
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI) भारत का एक बहुत पुराना और भरोसेमंद बैंक है। यह बैंक 1911 में शुरू हुआ और यह पहला ऐसा बैंक था जो पूरी तरह से भारतीयों के हाथों में था। आज, यह बैंक पूरे देश में अपनी शाखाओं और डिजिटल सेवाओं के जरिए लोगों की मदद करता है। चाहे गाँव हो या शहर, यह बैंक हर किसी को बैंकिंग सुविधाएं देता है, जैसे लोन, बचत खाता, किसानों के लिए कर्ज, और भी बहुत कुछ। इसकी मोबाइल बैंकिंग और मिस्ड कॉल सर्विस जैसी सुविधाएं लोगों के लिए बैंकिंग को आसान और सुविधाजनक बनाती हैं।
बैंक ने अपनी पहली शाखा 1918 में हैदराबाद में खोली थी। फिर 1925 में इसने सिकंदराबाद में भी अपनी शाखा खोलकर अपना विस्तार किया। यह बैंक हमेशा से ही लोगों की जरूरतों को समझता आया है। आज, यह बैंक न केवल पैसे जमा करने और निकालने की सुविधा देता है, बल्कि ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, और रेलवे टिकट बुकिंग जैसी सुविधाएं भी देता है।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भारत के लोगों का अपना बैंक है। यह बैंक 1911 में शुरू हुआ और तब से लेकर आज तक यह लोगों की मदद करता आ रहा है। यह बैंक न केवल शहरों में बल्कि गाँवों में भी अपनी सेवाएं देता है। किसानों को खेती के लिए कर्ज, छोटे व्यापारियों को लोन, और आम लोगों के लिए बचत खाते जैसी सुविधाएं यह बैंक देता है। इसकी डिजिटल सेवाएं जैसे इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग लोगों को घर बैठे बैंकिंग करने की सुविधा देती हैं।
संस्थापक (Founder)
सर सोराबजी पोचखानावाला एक प्रसिद्ध भारतीय बैंकर थे, जिन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना की। उनका जन्म मुंबई में हुआ था, और उनका सपना था कि भारतीयों के लिए एक ऐसा बैंक हो जो पूरी तरह से भारतीयों द्वारा चलाया जाए। उन्होंने कई प्रमुख व्यापारियों को एकजुट किया और बैंक के पहले बोर्ड का गठन किया, जिसमें विभिन्न समुदायों के व्यापारी शामिल थे। 11 दिसंबर 1911 को बैंक ने 50 लाख रुपये की पूंजी के साथ कार्य शुरू किया। सोराबजी पोचखानावाला ने इसके पहले प्रबंधक के रूप में कार्य किया और बाद में 1920 में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का इतिहास (History)
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना 21 दिसंबर 1911 को सर सोराबजी पोचखानावाला और सर फिरोजशाह मेहता के मार्गदर्शन में की गई। यह भारतियों द्वारा पूरी तरह से स्वामित्व और संचालित पहला वाणिज्यिक बैंक था।
- 1918 में, बैंक ने हैदराबाद में अपनी पहली शाखा खोली। इसके बाद, 1925 में सिकंदराबाद में भी एक शाखा स्थापित की गई।
- बैंक ने 1936 में लंदन में खुलने वाले सेंट्रल एक्सचेंज बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, 1938 में बार्कलेज बैंक ने इस बैंक को खरीद लिया।
- 1970 में, बैंक ने प्रमुख जिलों में 83 नई शाखाएं खोलीं, जिसके बाद 31 दिसंबर तक इन जिलों में कुल शाखाओं की संख्या 139 हो गई। राष्ट्रीयकरण के बाद, बैंक ने 47 जिलों में कुल 817 शाखाएं स्थापित कीं, जिससे बैंकिंग सेवाओं का विस्तार हुआ और ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाई गई।
- 1984 में, सेंट्रल बैंक ने एक नया क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक खोला। 1985 में, तीन और ऐसे बैंकों की स्थापना की गई, जिससे कुल संख्या 23 हो गई और ये 37 जिलों तक पहुंच गए।
- 1997 में, बैंक ने अपनी दो प्रमुख सहायक कंपनियां शुरू कीं: सेंटबैंक फाइनेंशियल एंड कस्टोडियल सर्विसेज लिमिटेड और सेंटबैंक होम फाइनेंस लिमिटेड। इन कंपनियों का उद्देश्य बैंक की वित्तीय सेवाओं को और अधिक विस्तारित करना और ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के वित्तीय उत्पाद और सेवाएं प्रदान करना था।
- 1998 तक, बैंक की कुल शाखाओं की संख्या 3,079 हो गई थी। इसके अलावा, विस्तार काउंटरों की संख्या पिछले साल की तुलना में बढ़कर 232 हो गई, जो बैंक के निरंतर विस्तार और सेवाओं के प्रसार को दर्शाता है।
- 2000 में, बैंक ने चेन्नई में अपनी कुछ प्रमुख शाखाओं में 7 दिनों तक बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना शुरू किया। इनमें अडयार, मायलापुर, पल्लावरम, टी नगर, कोडंबक्कम, वाशरमैनपेट और मोगाप्पेयर की शाखाएं शामिल थीं, जो ग्राहकों के लिए सुविधाजनक सेवाओं की पेशकश करती थीं।
- 2001 में, बैंक ने दिल्ली के विकास सदन में पहला ग्राहक सूचना डेस्क शुरू किया, जिससे ग्राहकों को बेहतर जानकारी और सुविधा मिल सके।
- 2003 में, सेंट्रल बैंक ने केनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB), यूको बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) के साथ मिलकर ‘कैश ऑनलाइन’ एटीएम नेटवर्क की शुरुआत की, जिससे ग्राहकों को ज्यादा सुविधाजनक और तेज़ बैंकिंग सेवाएं मिलने लगीं।
- 2004 में, बैंक ने न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के साथ मिलकर गैर-जीवन बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए एक समझौता किया।
- 2008 में, बैंक ने वीज़ा प्लैटिनम और वीज़ा गोल्ड कार्ड लॉन्च किए, जो रिवॉल्विंग क्रेडिट, रिवॉर्ड पॉइंट्स और बैलेंस ट्रांसफर जैसी सुविधाओं से लैस थे। इस पहल के तहत, बैंक के पास लगभग चार लाख डेबिट और क्रेडिट कार्ड धारक बन गए।
- 2010 में, बैंक ने अमेरिका से भारत में पैसे भेजने के लिए “CentFast2India” नामक एक नई ऑनलाइन सेवा शुरू की।
- 2012 में, एंजेल ब्रोकिंग के साथ मिलकर “CENT-e-TRADE” नामक एक थ्री-इन-वन ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सेवा पेश की गई।
- 2014 में, सेंट्रल बैंक और टाटा मोटर्स ने वाणिज्यिक वाहनों के वित्तपोषण के लिए समझौता किया।
- 2021 में, ऋण और जमा सेवाओं के लिए मिस्ड कॉल सुविधा शुरू की गई, जिससे ग्राहकों को बैंकिंग में अधिक सुविधा मिली।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
- खाता सेवाएं: बचत खाता, चालू खाता, फिक्स्ड डिपॉजिट, बच्चों के लिए खाता
- ऋण सेवाएं: होम लोन, व्यक्तिगत लोन, वाहन लोन, शिक्षा लोन, व्यापार लोन
- ऑनलाइन बैंकिंग: इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस बैंकिंग
- क्रेडिट/डेबिट कार्ड
- निवेश सेवाएं: म्यूचुअल फंड्स, बीमा, डिमैट खाता
- व्यापारिक सेवाएं: व्यापारिक खाता, ऋण सिंडिकेशन
- सुरक्षा सेवाएं: डिपॉजिट बीमा, बैंक गारंटी
- विदेशी मुद्रा सेवाएं: मुद्रा विनिमय, ट्रैवल कार्ड
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की सहायक कंपनियां (Subsidiaries)
सेंटबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (CFSL)
सेंटबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिसकी की शुरुआत 1 मई 1929 को हुई थी। 1996 में इसका नाम बदलकर सेंटबैंक कस्टोडियल एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड किया गया और फिर 2009 में इसे सेंटबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के नाम से जाना जाने लगा।
CFSL एक SEBI पंजीकृत श्रेणी A मर्चेंट बैंकर के रूप में ऋण सिंडिकेशन, अंडरराइटिंग, मर्जर और अधिग्रहण (M&A) सलाह, निजी प्लेसमेंट और निजी इक्विटी जैसी सेवाएं प्रदान करता है। इसके साथ ही, यह म्यूचुअल फंड, बीमा, पोर्टफोलियो प्रबंधन और निवेश सलाह की भी पेशकश करता है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य अपने ग्राहकों को वित्तीय मामलों में बेहतर मार्गदर्शन देना और उन्हें उनकी निवेश योजनाओं के लिए सही समाधान उपलब्ध कराना है।
सेंट बैंक होम फाइनेंस लिमिटेड (CBHFL)
सेंट बैंक होम फाइनेंस एक सार्वजनिक कंपनी है, जो 7 मई 1991 को निगमित हुई थी और यह ग्वालियर में कंपनी रजिस्ट्रार के पास पंजीकृत है। यह कंपनी गैर-सरकारी श्रेणी में आती है और हाउसिंग फाइनेंस और बंधक सेवाएं प्रदान करती है। सेंट बैंक होम फाइनेंस की स्थापना सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, नेशनल हाउसिंग बैंक, यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के उपक्रमों और हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी।
यह कंपनी घर खरीदने, निर्माण, मरम्मत और विस्तार के लिए किफायती लोन प्रदान करती है, खासकर मध्यवर्गीय और निम्न-मध्यवर्गीय परिवारों के लिए। CBHFL अपने ग्राहकों को आसान प्रक्रिया, कम ब्याज दरें और लचीले भुगतान विकल्पों के साथ आवासीय जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एसेट मैनेजमेंट आर्म
यह कंपनी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की एक महत्वपूर्ण सहायक कंपनी है, जो म्यूचुअल फंड्स और निवेश प्रबंधन सेवाओं के क्षेत्र में काम करती है। यह कंपनी निवेशकों को विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड्स जैसे इक्विटी, डेट, हाइब्रिड और अन्य वित्तीय उत्पादों के माध्यम से निवेश के विकल्प देती है।
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
जून 2025 में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 89.27% पर स्थिर रही, जो मार्च के समान है। अन्य घरेलू संस्थाओं की हिस्सेदारी घटकर 4.77% रही, जबकि खुदरा और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़कर 4.70% हो गई। विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी घटकर 0.96% और म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी बढ़कर 0.30% पर पहुंची। कुल मिलाकर, प्रमोटरों का नियंत्रण कायम है, लेकिन अन्य श्रेणियों में हल्की चाल देखने को मिली।
| All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
| Promoter | 89.27 | 89.27 | 93.08 |
| Other domestic institutions | 4.77 | 5.65 | 2.70 |
| Retail and other | 4.70 | 3.58 | 3.65 |
| Foreign institution | 0.96 | 1.27 | 0.44 |
| Mutual funds | 0.30 | 0.22 | 0.13 |
पुरस्कार
- 2012 में, बैंक को “गोल्डन पीकॉक एचआर एक्सीलेंस अवार्ड” प्राप्त हुआ।
- 2014 में, बैंक को एमएसएमई ऋण वितरण में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
- 2017 में, बैंक ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार विजेताओं को एक समारोह में सम्मानित किया, जो उनके बहादुरी और साहस को सराहने के लिए आयोजित किया गया था।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कितनी शाखाएं हैं?
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखाओं की संख्या समय समय पर बदलती रहती है। फिलहाल, बैंक के पास लगभग 4,700 से ज्यादा शाखाएं हैं, जो भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैली हुई हैं।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया प्राइवेट है या सरकारी?
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एक सरकारी बैंक है, जिसे भारत सरकार के अधीनस्थ संचालन में रखा गया है। यह देश के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक माना जाता है।
निष्कर्ष
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में एक पुराना और भरोसेमंद नाम है। इस बैंक ने समय के साथ अपनी सेवाओं में लगातार सुधार किया है, जिससे वह अपने ग्राहकों के बीच विश्वसनीयता बना पाया है। बैंक का नेटवर्क काफी विस्तृत है, और इसकी डिजिटल सेवाएं भी ग्राहकों के लिए सुविधाजनक बन चुकी हैं। भविष्य में भी यह बैंक अपनी सेवाओं में सुधार करते हुए भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।
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