भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL)
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सहायक कंपनियां, मालिक, फाउंडर, चैयरमेन, नेटवर्थ, CEO, प्रोडक्ट, और अधिक (Bharat Heavy Electricals Limited (BHEL) company details in hindi)
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) भारत की एक मशहूर सरकारी कंपनी है और देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन उपकरण बनाने वाली कंपनी भी। इसकी स्थापना 29 अगस्त 1956 को उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय के तहत हुई थी। BHEL ने भारतीय रेलवे को इलेक्ट्रिक इंजन देकर देश के परिवहन को मजबूत बनाया है। साथ ही, यह कंपनी ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन, नवीकरणीय ऊर्जा और रक्षा जैसे अहम क्षेत्रों में भी अपना बड़ा योगदान दे रही है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
नाम | भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (Bharat Heavy Electricals Limited (BHEL) |
इंडस्ट्री | एयरोस्पेस रक्षा विद्युत उपकरण बैटरी विनिर्माण फोर्जिंग लोकोमोटिव ऊर्जा रेल परिवहन जल विद्युत थर्मल पावर स्टेशन नवीकरणीय |
शुरुवात की तारीख | 1956 |
मुख्य लोग | सदाशिव मूर्ति कोप्पू (Chairman & MD) |
मुख्यालय | नई, दिल्ली |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :500103, NSE :BHEL |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹70,634 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹24,480 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹59,417 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹24,439 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
मालक | भारत सरकार |
वेबसाइट | bhel.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) भारत की बिजली और उद्योग के क्षेत्र में एक मिसाल है। 13 नवंबर 1964 को तिरुचिरापल्ली, हैदराबाद और हरिद्वार की तीन बड़ी इकाइयों को मिलाकर इसकी शुरुआत हुई। आज BHEL के पास 16 निर्माण इकाइयाँ, 8 विदेशी कार्यालय और 7 संयुक्त उद्यम हैं। यह कंपनी हर साल 20,000 मेगावाट बिजली के उपकरण बनाने की क्षमता रखती है और देश-विदेश में 150 से ज्यादा परियोजनाओं को पूरा कर चुकी है। 2013 में इसे ‘महारत्न’ का दर्जा मिला, जो इसकी मेहनत और कामयाबी को दिखाता है।
BHEL सिर्फ बिजली ही नहीं, बल्कि सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, रक्षा, रेलवे और तेल-गैस जैसे क्षेत्रों में भी काम करती है। यह कंपनी नई तकनीकों पर भी शोध कर रही है, जैसे हाइड्रोजन ऊर्जा और कार्बन कैप्चर, ताकि भविष्य में स्वच्छ और हरित ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा सके। BHEL ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने और दुनिया में तकनीकी ताकत के रूप में स्थापित करने में बड़ा योगदान दिया है। यह कंपनी न केवल बिजली बनाती है, बल्कि देश के सपनों को भी जगाती है।
प्रोडक्ट (Product)
- अल्ट्रा हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर
- गैस और भाप टर्बाइन
- औद्योगिक वाल्व
- बॉयलर
- बिजली के इलेक्ट्रॉनिक्स
- विद्युत् मोटर्स
- विद्युत् लोकोमोटिव
- नियंत्रित शंट रिएक्टर
- जेनरेटर
- हीट एक्सचेंजर्स
- परमाणु भट्टी
- स्विचगियर्स और सेंसर
- स्वचालन और नियंत्रण प्रणाली
- ट्रांसमिशन सिस्टम
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड कंपनी का इतिहास (History)
- जनवरी 1974 में, हेवी इलेक्ट्रिकल (इंडिया) लिमिटेड का BHEL में विलय हो गया। इस विलय के बाद, कंपनी ने बिजली संयंत्रों, परिवहन, पेट्रोकेमिकल्स, तेल और अन्य क्षेत्रों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने तकनीकी बुनियादी ढांचे, कौशल और गुणवत्ता को महत्वपूर्ण रूप से विकसित किया।
- 1982 में, बिजली क्षेत्र पर अपनी निर्भरता कम करने के उद्देश्य से BHEL ने बिजली उपकरणों के क्षेत्र में भी कदम रखा। इसने ट्रांसमिशन, परिवहन, तेल और गैस, और अन्य संबंधित उद्योगों के लिए विभिन्न प्रकार के विद्युत, इलेक्ट्रॉनिक और यांत्रिक उपकरणों का उत्पादन करने की क्षमता विकसित की।
- 1994 में, BHEL ने महाराष्ट्र में 250 मेगावाट के दो सेट और उड़ीसा में 500 मेगावाट का एक टावर टाइप बॉयलर चालू किया। इसी वर्ष, कंपनी ने तिरुचि में एशिया की सबसे बड़ी ईंधन मूल्यांकन परीक्षण सुविधा भी स्थापित की।
- 1995 में, BHEL ने महाराष्ट्र के दहानू बिजली स्टेशन में भारत की पहली 250 मेगावाट क्षमता वाली थर्मल उत्पादन इकाई शुरू की।
- 1996 में, BHEL ने भारतीय रेलवे को 100वां इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव सौंपा। इसी वर्ष, कंपनी ने Dhupdal-1 में 250वां हाइड्रो सेट स्थापित किया और सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज़ किया। इसके अलावा, BHEL ने वादी अल जिज्जी, ओमान में 30 मेगावाट 6 गैस टरबाइन भी सौंपा।
- 1998 में, BHEL ने आगामी भारतीय उपग्रहों के लिए सौर पैनलों के निर्माण और आपूर्ति के उद्देश्य से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ एक समझौता किया।
- 1999 में, BHEL ने कर्नाटक के रिचूर थर्मल पावर स्टेशन में 210 मेगावाट क्षमता की पांचवीं इकाई को निर्धारित समय से काफी पहले, मात्र 29 महीनों में सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज़ करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। इस सफलता के साथ, BHEL ने देश में भविष्य के उत्पादन सेटों को शीघ्रता से चालू करने का नया मानक स्थापित किया।
- 2000 में, BHEL ने इन्फोटेक क्षेत्र में कदम रखा और एक डॉटकॉम कंपनी स्थापित की, जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और बिजली क्षेत्र में बी2बी सेवाएं प्रदान करेगी।
- 2001 में, कंपनी ने भूटान में कुरिचू जलविद्युत परियोजना के चार जलविद्युत उत्पादन इकाइयों में से पहली इकाई को सफलतापूर्वक चालू किया।
- 2002 में, BHEL ने अमेरिका स्थित Metso Automation Max Control Systems Inc के साथ एक समझौता किया, जिसके तहत बिजली संयंत्रों में दोषों की पहचान के लिए maxDNA नियंत्रण प्रणालियों के साथ एक निदान और निगरानी केंद्र स्थापित किया गया।
- 2003 में, BHEL को कर्नाटक के गुलबर्गा जिले स्थित चिंचोली चीनी मिल (सीएसएम) से भाप टरबाइन जनरेटर के लिए एक महत्वपूर्ण ऑर्डर प्राप्त हुआ।
- 2005 में, BHEL को कड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के बावजूद, स्वचालित भंडारण और पुनर्प्राप्ति प्रणाली (ASRS) की आपूर्ति के लिए 58 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे बड़ा वाणिज्यिक ऑर्डर प्राप्त हुआ।
- 26 अगस्त 2008 को BHEL ने घोषणा की के उसने संयुक्त अरब अमीरात में 140 करोड़ रुपये मूल्य की दो गैस टरबाइन उत्पादन इकाइयों के निर्यात का अनुबंध प्राप्त किया है।
- 2011 में, BHEL को दैनिक भास्कर पावर लिमिटेड से 2×660 मेगावाट सुपरक्रिटिकल थर्मल सेट स्थापित करने के लिए 37,829 करोड़ रुपये का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त हुआ।
- 2015 में, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने महाराष्ट्र के अमरावती जिले में स्थित रतनइंडिया पावर लिमिटेड के नंदगांवपेठ में अपना चौथा 270 मेगावाट का कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट चालू किया।
- 2016 में, BHEL को तमिलनाडु में 1,600 मेगावाट सुपरक्रिटिकल पावर परियोजना के लिए 5,600 करोड़ रुपये का ऑर्डर प्राप्त हुआ।
- 2017 – BHEL को बिहार में कहलगांव सुपर थर्मल पावर स्टेशन के ESP पैकेज के लिए R&M ऑर्डर प्राप्त हुआ।
- 2018 – BHEL को महाराष्ट्र में एक बिजली परियोजना के लिए 2,800 करोड़ रुपये का ऑर्डर प्राप्त हुआ। उसी वर्ष, BHEL ने बिहार में 250 मेगावाट की थर्मल पावर यूनिट चालू की।
- 2019 में, BHEL और कॉनकोर के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसके तहत दोनों कंपनियां मिलकर एक संयुक्त कार्य समूह का गठन करेंगी।
- 2021 में, BHEL ने भारत का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पीवी प्लांट शुरू किया, जो फ्लोटिंग सोलर टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- 2023 में, BHEL ने बांग्लादेश में मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की 660 मेगावाट इकाई को सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज़ किया।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड की सहायक कंपनियां (Subsidiary)
NTPC BHEL पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (NBPPL)
NTPC BHEL पावर प्रोजेक्ट्स, एनटीपीसी लिमिटेड और (BHEL) के बीच 2008 में स्थापित एक संयुक्त उद्यम है। इसका मुख्य उद्देश्य विद्युत क्षेत्र में इंजीनियरिंग, निर्माण और आपूर्ति (ईपीसी) क्षमताओं को बढ़ाना और दोनों कंपनियों के कार्यों को एकजुट करना है। एनबीपीपीएल पावर प्लांट के लिए बॉयलर, टरबाइन और जनरेटर जैसे उपकरणों का निर्माण, आपूर्ति और इंस्टॉलेशन करती है। कंपनी ने भारत के कई बड़े थर्मल और हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स में योगदान दिया है।
दादा धूनीवाले खंडवा पावर लिमिटेड
दादा धूनीवाले खंडवा पावर एक संयुक्त उद्यम है, जो एम पी जेनको और BHEL द्वारा 25 फरवरी 2010 को खंडवा, मध्य प्रदेश में स्थापित किया गया। इसे 2×800 मेगावाट सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट की स्थापना, स्वामित्व और संचालन का जिम्मा सौंपा गया था। यह कंपनी उन्नत तकनीक का उपयोग करते हुए पावर जनरेशन करती है और खंडवा व आसपास के क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति में अहम भूमिका निभाती है। भविष्य में, यह सौर और पवन ऊर्जा जैसी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में भी विस्तार करने की योजना बना रही है
पावरप्लांट परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट लिमिटेड
पावरप्लांट परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट एक सार्वजनिक कंपनी है, जिसे 6 मई 1997 को निगमित किया गया और यह दिल्ली के रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में पंजीकृत है। यह कंपनी पावर प्लांट्स के संचालन में सुधार करने के लिए विभिन्न सेवाएं प्रदान करती है, जिसमें प्रदर्शन ऑडिट, उपकरण उन्नयन, मरम्मत और सुधार कार्य शामिल हैं। कंपनी का मुख्य उद्देश्य पावर जनरेशन क्षमता को बढ़ाना, ऊर्जा दक्षता में सुधार करना और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है।
BHEL-GE गैस टरबाइन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (BGGTS)
BHEL-GE गैस टरबाइन सर्विसेज, BHEL और GE का संयुक्त उद्यम है, जो गैस टरबाइन टेक्नोलॉजी में विशेष सेवाएं प्रदान करता है। इसका मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है, जहाँ एक मरम्मत सुविधा के साथ देश भर और बांग्लादेश में क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं। BGGTS गैस टरबाइन की इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग, ओवरहाल, मरम्मत और उन्नयन सेवाएं प्रदान करती है, जिससे पावर प्लांट्स की कार्यक्षमता और ऊर्जा दक्षता में सुधार होता है। यह कंपनी गैस टरबाइन तकनीक के लिए एकीकृत समाधान प्रदान करती है, जो न केवल भारत बल्कि अन्य देशों में भी पावर जनरेशन क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करती है।
लातूर पावर कंपनी लिमिटेड
लातूर पावर कंपनी लिमिटेड महाराष्ट्र के लातूर जिले में स्थित एक प्रमुख थर्मल पावर उत्पादक कंपनी है। यह कंपनी बिजली उत्पादन, पावर प्लांट का संचालन और रख-रखाव करने के लिए जानी जाती है। लातूर पावर कंपनी ने उच्च गुणवत्ता और दक्षता वाले पावर जनरेशन समाधान अपनाए हैं, जो राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विद्युत आपूर्ति को निरंतर बनाए रखते हैं।
शेयर होल्डिंग
दिसंबर 2024 तक, BHEL का शेयरहोल्डिंग पैटर्न: प्रोमोटर 63.17%, रिटेल और अन्य 13.35%, अन्य घरेलू संस्थान 9.13%, विदेशी संस्थाएँ (FIIs) 7.98%, म्यूच्यूअल फंड्स 6.37%, टोटल 100%।
शेयरहोल्डर | शेयर होल्डिंग |
प्रोमोटर | 63.17% |
रिटेल और अन्य | 13.35% |
अन्य घरेलू संस्थान | 9.13% |
विदेशी संस्थाएँ | 7.98 % |
म्यूच्यूअल फंड्स | 6.37% |
टोटल | 100% |
भारत में कितने भेल कारखाने हैं?
भारत में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के कुल 16 कारखाने हैं, जो देश के अलग-अलग राज्यों में स्थित हैं। ये कारखाने विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के लिए काम करते हैं। इनके अलावा, BHEL के 2 रिपेयर कारखाने भी हैं।
- बेंगलुरु – इलेक्ट्रॉनिक्स डिवीज़न (EDN), इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिवीज़न (ESD), सोलर बिज़नेस डिवीज़न (SBD)।
- भोपाल – हेवी इलेक्ट्रिकल प्लांट (HEP)।
- गोइंदवाल – इंडस्ट्रियल वाल्वस प्लांट (IVP)।
- हरिद्वार – हेवी इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट प्लांट (HEEP), सेंट्रल फाउंड्री फोर्ज प्लांट (CFFP)।
- हैदराबाद – हेवी पावर इक्विपमेंट प्लांट (HPEP)।
- जगदीशपुर – फैब्रिकेशन स्टैम्पिंग इंसुलेटर प्लांट (FSIP)।
- झांसी – ट्रांसफार्मर प्लांट (TP)।
- रुद्रपुर – कॉम्पोनेन्ट फेब्रिकेशन प्लांट (CFP)।
- रानीपेट – बायलर ऑक्सीलिएरीएस प्लांट (BAP)।
- तिरुचिरापल्ली – हाई प्रेशर बायलर प्लांट (HPBP), सीमलेस स्टील ट्यूब प्लांट (SSTP)।
- थिरुमायम – पावर प्लांट पाइपिंग यूनिट (PPPU)।
- विशाखापत्तनम – हेवी प्लेट्स एवं वेसल्स प्लांट (HPVP)।
रिपेयर कारखाने:
- मुंबई – इलेक्ट्रिकल मशीन रिपेयर प्लांट (EMRP)।
- वाराणसी – हेवी इक्विपमेंट रिपेयर प्लांट (HERP)।
पुरस्कार और मान्यताएं (Awards and Recognitions)
- 1997 – सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने मदुरै से लगातार आठवें वर्ष के लिए Engineering Export Promotion Council द्वारा 1995-96 के लिए राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ निर्यातक पुरस्कार प्राप्त किया है।
- 2000 – कंपनी ने लगातार 11वें वर्ष भारत में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों के बीच Top Exporter का पुरस्कार प्राप्त किया है।
- 2001 – भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने वैश्विक मानकों के अनुरूप गुणवत्ता में उत्कृष्टता के लिए लगातार दूसरे वर्ष प्रतिष्ठित Golden Peacock National quality पुरस्कार प्राप्त किया है।
- 2002 में, वर्ष 1999-2000 के लिए इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा Top Exporter के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 2003 – Det Norske Veritas, नीदरलैंड्स द्वारा ISO 14001 और OHSAS 18001 प्रमाणन से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार कंपनी को एकीकृत प्रबंधन प्रणाली के तहत HSE (स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण) प्रबंधन प्रणाली लागू करने के लिए प्रदान किया गया।
- 2005 में, BHEL के त्रिची, बेंगलुरु प्लांट ने पांच राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार प्राप्त किए हैं।
- 2008 में, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने लगातार 18वें वर्ष इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का Top Export पुरस्कार प्राप्त किया है।
- 2011 में, BHEL के कर्मचारियों ने 5 Vishwakarma National पुरस्कार जीते, और बीएचईएल की इकाइयों ने 3 National security पुरस्कार प्राप्त किए।
- 2012 – BHEL ने Human Resource Management में सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए 2010-11 का SCOPE Meritorious पुरस्कार प्राप्त किया।
- 2013 में, BHEL ने लगातार आठवें वर्ष Cost Management में उत्कृष्टता के लिए ICAI राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया।
- 2014 – BHEL ने 2013 में सबसे कुशल महारत्न पीएसयू के लिए DSIJ पुरस्कार प्राप्त किया।
- 2017 – BHEL ने उत्कृष्टता का उत्सव मनाया और प्रतिभाशाली कर्मचारियों तथा इकाइयों को Excel Award प्रदान किए।
- 2021 में, BHEL ने क्लेरिवेट साउथ एंड साउथ ईस्ट एशिया इनोवेशन अवार्ड 2021 में “मोस्ट इनोवेटिव कंपनी” का पुरस्कार प्राप्त किया।
- 2022 – BHEL को व्यावसायिक उत्कृष्टता के लिए CII-EXIM बैंक पुरस्कार प्राप्त हुआ।
- 2023 – BHEL ने 2023 में बिजनेस उत्कृष्टता के लिए CII-EXIM बैंक पुरस्कार प्राप्त किया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
भेल कंपनी का क्या काम है?
BHEL (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) एक सरकारी कंपनी है जो बिजली बनाने और उसे ले जाने के लिए जरूरी मशीनें और सिस्टम बनाती है। यह थर्मल, हाइड्रो, न्यूक्लियर और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में काम करती है, जिससे देश की बिजली जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है।
भेल का पूरा नाम क्या है?
BHEL का पूरा नाम भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड है।
भेल कंपनी का मालिक कौन है?
BHEL एक सरकारी कंपनी है, जिसका मालिक भारत सरकार है।
भेल का मुख्य व्यवसाय क्या है?
BHEL का मुख्य काम बिजली बनाने के लिए जरूरी मशीनों और उपकरणों का निर्माण करना है। यह कंपनी बिजली घरों के लिए जनरेटर, टर्बाइन, ट्रांसफार्मर जैसी चीजें बनाती है और साथ ही अन्य उद्योगों के लिए भी इंजीनियरिंग और निर्माण सेवाएं देती है।
Read Also :- स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL)
निष्कर्ष (Conclusion)
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) भारतीय उद्योग का एक अहम हिस्सा है, जो बिजली उत्पादन और भारी मशीनों के निर्माण में अग्रणी है। इस कंपनी ने समय-समय पर भारत के ऊर्जा क्षेत्र को मजबूती दी है और बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स को पूरा करके अपना नाम कमाया है। BHEL हमेशा अपने काम में गुणवत्ता और भरोसेमंदी पर जोर देता है, और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक योगदान देना है।