अज़ाद इंजीनियरिंग| Azad Engineering

अज़ाद इंजीनियरिंग कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, प्रोडक्ट, चेयरमैन, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग और अधिक (Azad Engineering company details in hindi)

Azad Engineering भारत की एक अग्रणी निर्माण कंपनी है, जो आधुनिक तकनीक से बेहद सटीक मशीन पार्ट्स बनाती है। इसकी शुरुआत 1983 में हैदराबाद में हुई थी। कंपनी के उत्पाद एयरोस्पेस, रक्षा, ऊर्जा और तेल-गैस जैसे क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं।

कंपनी प्रोफाइल (Company Profile)

नाम Azad Engineering Ltd
शुरुवात की तारीख 1983
मुख्य लोग राकेश चोपदार (Chairman)
मुख्यालय हैदराबाद, तेलंगाना
स्टॉक एक्सचेंज BSE :544061, NSE :AZAD
मार्किट कैप (Market Cap) ₹10,996 करोड़
राजस्व (Revenue) ₹468 करोड़ (वित्त वर्ष2025)
कुल संपत्ति (Total Asset) ₹1,860.70 करोड़ (वित्त वर्ष2025)
नेटवर्थ (Net Worth) ₹1,393 करोड़ (वित्त वर्ष2025)
वेबसाइट www.azad.in

कंपनी के बारे में (About Company)

Azad Engineering एक प्रमुख भारतीय कंपनी है, जिसकी स्थापना 1983 में हैदराबाद (तेलंगाना) में की गई थी। यह कंपनी ऐसे मशीन पार्ट्स बनाती है जो बहुत बारीकी और सटीकता से तैयार किए जाते हैं। इसके उत्पादों का इस्तेमाल एयरोस्पेस, रक्षा, ऊर्जा और तेल-गैस जैसे अहम उद्योगों में किया जाता है। कंपनी टर्बाइन, इंजन और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले हिस्से तैयार करती है। अज़ाद इंजीनियरिंग अपने बेहतरीन निर्माण और “शून्य गलती (Zero PPM)” वाले उत्पादों के लिए जानी जाती है।

यह कंपनी अपने काम में तीन मुख्य सिद्धांतों पर चलती है – सटीकता, प्रदर्शन और प्रगति। इन मूल्यों की वजह से यह देश और विदेश, दोनों जगह एक भरोसेमंद नाम बन चुकी है। अज़ाद इंजीनियरिंग आज 17 देशों में बड़ी-बड़ी ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर (OEM) कंपनियों को अपने पार्ट्स भेजती है। इसके हैदराबाद स्थित चार अत्याधुनिक कारखाने लगभग 20,000 वर्गमीटर में फैले हुए हैं।

इतिहास (History of Azad Engineering)

  • 1983 में कंपनी की शुरुआत “Azad Engineering Private Limited” नाम से हैदराबाद, तेलंगाना में हुई।
  • 2008 में कंपनी ने नई CNC मशीन शॉप शुरू की। इसी साल कंपनी को एक सरकारी बिजली उपकरण बनाने वाली बड़ी कंपनी से ब्लेड्स और एयरफॉइल्स सप्लाई करने का पहला ऑर्डर मिला।
  • 2012 में कंपनी ने अपना खुद का फोर्ज शॉप और हीट ट्रीटमेंट प्लांट बनाया ताकि अपने उत्पादन की क्षमता बढ़ा सके।
  • 2014 में कंपनी ने अपने कामकाज को एक नए और बड़े कारखाने में शिफ्ट किया। इससे उत्पादन और काम की गुणवत्ता दोनों में सुधार हुआ।
  • 2017 में कंपनी ने मित्सुबिशी हिताची पावर सिस्टम्स के लिए एक अलग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की, जहाँ गैस और थर्मल टर्बाइन के ज़रूरी पुर्जे बनाए जाने लगे।
  • 2019 में कंपनी ने हनीवेल इंटरनेशनल इंक. के साथ एक लंबे समय का समझौता किया, जिसके तहत एयरोस्पेस के उत्पादों की आपूर्ति शुरू हुई।
  • 2021 में कंपनी ने अपने पहले विस्तार (Phase 1) के लिए 45 एकड़ ज़मीन खरीदी और पहली बार ₹600 मिलियन की पूंजी जुटाई। इसी साल कंपनी ने GE एविएशन के साथ एक और बड़ा अनुबंध किया और स्पेशल प्रोसेस से जुड़ी नई तकनीकें अपनाईं।
  • 2022 में कंपनी ने 50 एकड़ ज़मीन और खरीदी ताकि दूसरे चरण (Phase 2) का विस्तार किया जा सके। इस साल कंपनी ने ₹2,173 मिलियन की पूंजी जुटाई।
  • 2023 में कंपनी ने अपना दर्जा निजी लिमिटेड से सार्वजनिक लिमिटेड में बदल लिया और नाम हो गया “Azad Engineering Limited”।
  • 2024 में कंपनी को हनीवेल एयरोस्पेस (अमेरिका) से जटिल एयरोस्पेस पुर्जों को बनाने और सप्लाई करने का बड़ा ऑर्डर मिला।

उत्पाद (Products)

  • टर्बाइन ब्लेड और वेन
  • एयरफॉइल्स (Airfoils)
  • इंजन के सटीक हिस्से
  • रोटर और स्टेटर असेंबली
  • हॉट सेक्शन पार्ट्स
  • फोर्ज्ड और कास्ट कंपोनेंट्स
  • प्रिसिजन मशीन किए गए घटक

शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)

सितंबर 2025 में प्रमोटरों की हिस्सेदारी जून की तरह 55.42% पर स्थिर रही, जबकि खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी घटकर 18.98% रह गई। विदेशी निवेशक 15.76%, म्यूचुअल फंड्स 8.74%, और अन्य घरेलू संस्थाएँ 1.10% पर रहीं। कुल मिलाकर, प्रमोटरों का नियंत्रण मजबूत रहा और संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी में हल्की बढ़ोतरी देखी गई।

All values in % Sep-25 Jun-25 Mar-25
Promoter 55.42 55.42 60.32
Retail and other 18.98 19.52 17.21
Foreign institution 15.76 16.15 14.23
Mutual funds 8.74 7.99 7.07
Other domestic institutions 1.10 0.92 1.16

 

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