अडानी ग्रुप | Adani Group

अडानी ग्रुप प्रोफाइल, गौतम अडानी, इतिहास, सहायक कंपनियां, सूचीबद्ध कंपनियां, प्रमुख प्रोजेक्ट, मार्किट कैप, प्रमुख कारोबार और बहोत कुछ (Adani Group details in hindi)

अडानी ग्रुप की शुरुआत कमोडिटी ट्रेडिंग व्यवसाय के रूप में 1988 में गौतम अडानी द्वारा शुरू की गई थी। शुरुवात के दौर में यह मुख्य तौर पर कृषि उत्पादों और कपडे के कारोबार में लगे हुए थे। आज के समय में यह ग्रुप एक मल्टीनेशनल बिज़नेस ग्रुप बन चुका है। अडानी ग्रुप के व्यवसायो  में खनन, पोर्ट मैनेजमेंट, ट्रांसमिशन, और विद्युत, रिन्यूएबल एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर, नेचुरल गैस और हवाई अड्डे का संचालन शामिल है।

 

प्रोफाइल (Profile)

नाम अडानी ग्रुप
स्थापना 20 जुलाई 1988
फाउंडर गौतम अडानी
मुख्य लोग गौतम अडानी (चेयरमैन)
राजेश अडानी (MD)
मुख्यालय अहमदाबाद, गुजरात
मुख्य कारोबार ऊर्जा, बंदरगाह, लॉजिस्टिक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, रिटेल, और नवीकरणीय ऊर्जा
राजस्व (Revenue) ₹3.09 लाख करोड़ (2024)
कर्मचारियों की संख्या 36,000 (2024)
वेबसाइट adani.com

 

अडानी ग्रुप के बारे में

अडानी ग्रुप की शुरुआत गौतम अडानी के जीवन के एक खास सफर से हुई। उन्होंने मुंबई में हीरे की छंटाई का काम शुरू किया और 1981 में अपनी बहन के प्लास्टिक के व्यवसाय को संभालने के लिए अहमदाबाद वापस आ गए। 1988 में, उन्होंने अदानी एक्सपोर्ट्स की स्थापना की, जो बाद में अदानी एंटरप्राइजेज के नाम से मशहूर हुई। यह कंपनी शुरू में कृषि और बिजली से जुड़े उत्पादों का व्यापार करती थी। इसी से एक ऐसी नींव पड़ी, जो आगे चलकर कई क्षेत्रों में फैल गई और अदानी ग्रुप को भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक बना दिया।

अडानी ग्रुप का इतिहास उसके शानदार विकास और विस्तार को दिखाता है। 1988 में गौतम अडानी ने इसकी शुरुआत एक छोटे से कारोबार के तौर पर की थी, लेकिन समय के साथ यह खनन, बिजली बनाने, बंदरगाह चलाने, नवीकरणीय ऊर्जा और कई अन्य क्षेत्रों में फैल गया। सिर्फ 15 लाख रुपये की शुरुआती पूंजी से शुरू हुआ यह समूह 2024 तक 13.09 लाख करोड़ रुपये के मुनाफे वाला एक बड़ा वित्तीय दिग्गज बन गया है।

अडानी ग्रुप ने न सिर्फ भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद की है, बल्कि दुनिया भर में भी अपनी पहचान बनाई है। हालांकि, पर्यावरण को लेकर चिंताएं और व्यापारिक तरीकों पर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन फिर भी यह समूह भारत के बुनियादी ढांचे और ऊर्जा के क्षेत्र में एक अहम भूमिका निभा रहा है।

 

गौतम अडानी (About Gautam Adani)

गौतम शांतिलाल अडानी एक प्रमुख भारतीय उद्योगपति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन हैं। इनका जन्म गुजराती जैन परिवार में हुआ था, और इनकी शिक्षा अहमदाबाद के शेठ चिमनलाल नगीनदास विद्यालय में हुई थी। ग्रेजुएशन के लिए इन्होने गुजरात विश्वविद्यालय में कॉमर्स से ग्रेजुएशन की डिग्री के लिए एडमिशन लिया, लेकिन दूसरे वर्ष ही इन्होने अपनी पढाई छोड़ दी।  गौतम अडानी ने 1988 में अडानी ग्रुप की शुरुवात की और आज के दौर में यह ग्रुप एक बहुराष्ट्रीय कॉर्पोरेट समूह है जो बंदरगाह, कृषि, लॉजिस्टिक्स, रियल एस्टेट, वित्तीय सेवाएँ और ऊर्जा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है। गौतम अडानी की व्यापारिक यात्रा ने उन्हें भारत के सबसे प्रभावशाली व्यापारिक नेताओं में से एक बना दिया है।

 

अडानी ग्रुप का इतिहास (History)

  • 1988 में गौतम अडानी ने अहमदाबाद, गुजरात में एक कमोडिटी ट्रेडिंग फर्म के तौर पर अडानी ग्रुप की शुरुवात की।
  • 1991 अडानी समूह की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ गुजरात राज्य सरकार से एक महत्वपूर्ण कॉन्ट्रैक्ट से आया। इस कॉन्ट्रैक्ट ने समूह के आश्वासन को बढ़ाया। इस कॉन्ट्रैक्ट से वित्तीय संसाधनों के प्रवाह ने अदानी समूह को अपने परिचालन का विस्तार और परिवर्तन लाने के लिए मजबूती मिली।
  • 1995 – जैसे जैसे भारत औद्योगीकरण और वैश्वीकरण की ओर तेजी से बढ़ रहा था, अच्छी तरह से विकसित बंदरगाहों की मांग स्पष्ट हो गई। इस आवश्यकता को समझते हुए, अडानी समूह ने बंदरगाह विकास क्षेत्र में कदम रखा। Mundra Port प्रोजेक्ट, जिसने इस क्षेत्र में अदानी ग्रुप के प्रवेश को चिह्नित किया, आखिर में ये भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट पोर्ट बन जाएगा, जिससे उद्योग में अदानी समूह की स्थिति मजबूत हो जाएगी।
  • 1996 – प्रोजेक्ट की शुरुआत के महज एक साल बाद मुंद्रा पोर्ट का परिचालन शुरू होना अडानी ग्रुप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण बिंदु था। पोर्ट के परिचालन ने प्रोजेक्ट्स को कुशलतापूर्वक वितरित करने और बुनियादी ढांचे के विकास में इसकी क्षमताओं के प्रति समूह की प्रतिबद्धता को उजागर किया। मुंद्रा पोर्ट प्रोजेक्ट कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था और इसने भारत में प्राइवेट पोर्ट विकास के एक नए युग की शुरुआत की।
  • अडानी ग्रुप ने 1998 में, गुजरात में गुजरात पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन के साथ भी सफलतापूर्वक भागीदारी की।
  • 1999 में, अडानी एक्सपोर्ट्स और विल्मर ट्रेडिंग ने 6 मिलियन डॉलर के इक्विटी बेस के साथ अडानी विल्मर नामक 50:50 संयुक्त उद्यम का गठन किया था।
  • 2009 में, अडानी समूह ने सीमेंट व्यवसाय में प्रवेश किया और शेयरधारकों को 1:1 बोनस जारी किया।
  • 2011 में, अदानी पावर लिमिटेड की स्थापना की गई, जिसे National Energy Conservation पुरस्कार से पहचान मिली। अडानी एंटरप्राइजेज एक ‘बिजनेस सुपरब्रांड’ बन गया और उसने जापानी बिजनेस ग्रुप Cova कंपनी के साथ साझेदारी की।
  • 2012 में, अडानी ग्रुप ने गुजरात में भारत का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट चालू किया।
  • 2017 में, अदानी एंटरप्राइजेज ने अदानी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया, राज्य सरकारों के साथ रॉयल्टी समझौते हासिल किए और ऑस्ट्रेलिया में विरोध का सामना किया।
  • 2018 में, अदानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने Elbit Systems के साथ साझेदारी में भारत की पहली निजी UAV विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन किया।
  • 2021 में, अदानी एंटरप्राइजेज ने भारत की सबसे बड़ी एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट को हासिल किया और केरल में एक हाईवे प्रोजेक्ट को जीता।
  • 2022 में, AdaniConneX ने चेन्नई में एक प्रमुख डेटा सेंटर शुरू किया, भारत की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के लिए वित्तीय समापन हासिल किया, टेक्निकल सोलूशन्स के लिए इज़राइल इनोवेशन अथॉरिटी के साथ साझेदारी की, और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का टेंडर हासिल किया।

 

अडानी ग्रुप के प्रमुख प्रोजेक्ट (Project)

अडानी ग्रुप ने विविध क्षेत्रों में कई प्रमुख प्रोजेक्ट्स के माध्यम से अपनी मजबूत उपस्थिति बनाई है, जिनमें मुंद्रा पोर्ट, जो भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बंदरगाह है, और अडानी ग्रीन एनर्जी के तहत सौर ऊर्जा के विशाल प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इसके अलावा, अडानी ट्रांसमिशन ने बिजली वितरण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं, जबकि अडानी वॉटर जल प्रबंधन और आपूर्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।

अडानी माइनिंग का कारमाइकल कोल प्रोजेक्ट भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित है, वहीं अडानी हॉस्पिटैलिटी के तहत उच्च गुणवत्ता वाले होटल और रिसॉर्ट्स की योजना बनाई गई है। साथ ही, अडानी केमिकल्स और पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में भी उन्होंने बड़े पैमाने पर निवेश किया है। इन सभी पहलुओं के जरिए, अडानी ग्रुप ने भारत और विदेशों में व्यापार, ऊर्जा, जल और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अपनी प्रभावशाली पहचान बनाई है।

 

अडानी ग्रुप के प्रमुख कारोबार:

  1. ऊर्जा
  • कोयला, गैस, और सौर ऊर्जा परियोजनाएं।
  1. बंदरगाह
  • मुंद्रा पोर्ट और अन्य प्रमुख बंदरगाहों का संचालन।
  1. हवाई अड्डे
  • भारत के कई प्रमुख हवाई अड्डों का प्रबंधन।
  1. खनन
  • ऑस्ट्रेलिया में कारमाइकल कोल प्रोजेक्ट।
  1. रिटेल
  • कृषि उत्पादों की आपूर्ति और वितरण
  1. फिनटेक
  • डिजिटल वित्तीय सेवाएं और नए नवाचार।
  1. बुनियादी ढांचा
  • सड़कें, रेलवे, और अन्य विकास परियोजनाएं।

 

अडानी ग्रुप की सहायक कंपनियां (Subsidiaries)

अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL)

अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी के रूप में काम करती है। 1988 में स्थापित यह कंपनी ट्रेडिंग फर्म के रूप में शुरू की गई थी वर्तमान में यह इंफ्रास्ट्रक्चर, लोजिस्टिक्स, एनर्जी और कृषि व्यवसाय क्षेत्र में काम करती है।

अडानी पावर लिमिटेड (एपीएल)

अडानी पावर लिमिटेड (APL) भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की बिजली उत्पादन कंपनियों में से एक है। 1996 में स्थापित यह कंपनी बिजली के उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण में लगी हुई है। APL थर्मल पावर प्लांट संचालित करता है और सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट के साथ अपने रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहा है।

अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL)

अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की स्थापना 2015 में हुई, यह भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरी है। कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स और मुख्य रूप से सोलर और पवन ऊर्जा के विकास के संचालन, रखरखाव पर केंद्रित है।

अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड

अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी निजी बंदरगाह ऑपरेटर है। यह कंपनी पोर्ट्स ऑपरेटिंग और टर्मिनल, कार्गो हैंडलिंग, लोजिस्टिक्स जैसी सेवाए प्रदान करती है। कंपनी व्यापार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए स्पेशल इकनोमिक ज़ोन्स (SEZs) का प्रबंधन भी करती है।

अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड

अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड की स्थापना 2015 में हुई यह कंपनी बिजली के ट्रांसमिशन और वितरण में लगी हुई है। यह ट्रांसमिशन, ट्रांसमिशन लाइनों और सबस्टेशन नेटवर्क का निर्माण, संचालन और रखरखाव करती है। कंपनी का लक्ष्य बिजली के कुशल वितरण को सुविधाजनक बनाना है।

अडानी टोटल गैस लिमिटेड

अडानी टोटल गैस लिमिटेड की स्थापना 2005 में अदानी ग्रुप और Total SE के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में की गई थी। कंपनी औद्योगिक, वाणिज्यिक और रेजिडेंशियल उपयोग के लिए प्राकृतिक गैस वितरित करती है। अदानी टोटल गैस का लक्ष्य स्वच्छ ईंधन विकल्पों को बढ़ावा देना और कार्बोन एमिशन्स को कम करना है।

अडानी विल्मर लिमिटेड

यह कंपनी अडानी ग्रुप और विल्मर इंटरनेशनल के बिच एक संयुक्त उद्यम है। कंपनी खाद्य तेल और कृषि व्यवसाय के क्षेत्र में अग्रणी खिलाडी है।

अडानी विल्मर विस्तृत श्रृंखला का निर्माण और विपणन करती है, इसके उत्पाद में शामिल है खाना पकाने का तेल, दाले, चावल, चीनी, आटा और बहोत से खाद्य उत्पाद।

 

अडानी ग्रुप सूचीबद्ध कंपनियां (Adani Group listed companies)

निचे दिए गए टेबल में अडानी समूह की लिस्टेड कंपनियों की जानकारी दी गयी है, जिसमे सेक्टर, मार्केट कैप, स्थापना वर्ष और BSE/NSE कोड शामिल हैं।

कंपनी का नाम सेक्टर मार्केट कैप (Jan2025) स्थापना वर्ष BSE/NSE कोड
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड कंग्लोमरेट, एनर्जी ₹2,48,472Cr 1993 512599/ADANIENT
अडानी पोर्ट्स एंड SEZ लिमिटेड इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स ₹2,29,601Cr 1998 532921/ADANIPORTS
अडानी पावर लिमिटेड पावर, एनर्जी ₹1,88,199Cr 1996 533096/ADANIPOWER
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड नवीकरणीय ऊर्जा ₹1,40,076Cr 2015 541450/ ADANIGREEN
अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड पावर ट्रांसमिशन ₹85,003Cr 2013 539254/ADANITRANS
अडानी टोटल गैस लिमिटेड सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन ₹63,052Cr 2005 542066/ATGL
अडानी विल्मर लिमिटेड FMCG, खाद्य तेल ₹30,724Cr 1999 543458/AWL
एनडीटीवी लिमिटेड मीडिया, समाचार ₹829Cr 1988 532529/NDTV
अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड सीमेंट ₹1,20,558Cr 1983 500425/AMBUJACEM
ACC लिमिटेड सीमेंट ₹35,142Cr 1936 500410/ACC

 

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Conclusion

अडानी ग्रुप की शुरुआत 1988 में इसके संस्थापक श्री गौतम अदानी द्वारा की गई थी। यह समूह बुनियादी ढांचे, एफएमसीजी, और लॉजिस्टिक्स ऊर्जा में रुचि के साथ भारत में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है। इसकी सफलता की कहानी में महत्वपूर्ण भूमिका अदानी पोर्ट्स, पावर और ग्रीन एनर्जी जैसी कंपनियों ने निभाई है।