वाडिया ग्रुप|Wadia Group
वाडिया ग्रुप की कहानी भारत के औद्योगिक इतिहास का गौरवशाली अध्याय है। 1736 में लोवजी नुसरवानजी वाडिया ने सूरत में इसकी नींव रखी, जब उन्होंने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ जहाज निर्माण का अनुबंध किया। यह समूह आज तक भारतीय उद्योग जगत में अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए है। समय के साथ इसने शिपबिल्डिंग से आगे बढ़कर बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (1863) और ब्रिटानिया जैसी प्रमुख कंपनियों की स्थापना की। आज भी यह समूह परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम प्रस्तुत करता हुआ, देश के आर्थिक विकास में योगदान दे रहा है।
प्रोफाइल (Profile)
| नाम | वाडिया ग्रुप |
| स्थापना | 1736 |
| फाउंडर | लोवजी नुसरवानजी वाडिया |
| मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
| मुख्य लोग | नुस्ली वाडिया (अध्यक्ष) |
| मुख्य कारोबार | कपड़ा, केमिकल्स, फ़ूड प्रॉसेसिंग, बागान, मीडिया रियल इस्टेट |
| वेबसाइट | wadiagroup.com |
समूह के बारे में (About Group)
वाडिया ग्रुप भारत की सबसे पुरानी और मशहूर कंपनियों में से एक है, जिसकी शुरुआत 1736 में लोवजी नुसरवानजी वाडिया ने सूरत में की थी। आज इसका मुख्यालय मुंबई में है। लोवजी वाडिया ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ जहाज बनाने और गोदी (डॉकयार्ड) सेवाओं का अनुबंध किया, जिससे भारत में शिपबिल्डिंग (जहाज निर्माण) को बड़ी ताकत मिली। इसके बाद, 1863 में बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन बनी, जो भारत की पहली सार्वजनिक कंपनी बनी।
1918 में ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज की शुरुआत हुई, जिसने बिस्कुट और खाने-पीने की चीजों के कारोबार में नाम कमाया। आज भी ब्रिटानिया भारत की सबसे पसंदीदा कंपनियों में से एक है। वाडिया ग्रुप ने सैकड़ों सालों से भारत के उद्योगों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है और आज भी यह कंपनी देश की तरक्की में योगदान दे रही है।
संस्थापक (Founder)
लोवजी नुसरवानजी वाडिया
1702 में सूरत की धरती पर जन्मे इस पारसी सपूत ने न सिर्फ लकड़ी के जहाज बनाए, बल्कि भारत की किस्मत बदलने वाले सपने गढ़े। जब पूरा देश विदेशी कंपनियों पर निर्भर था, तब लोवजी ने 1736 में अपने दम पर अंग्रेजों को जहाज बनाने का ठेका दिलाया। उनकी कारीगरी इतनी बेमिसाल थी कि मुंबई की गोदी दुनिया भर में मशहूर हो गई – यहाँ बने जहाजों ने न सिर्फ व्यापार के रास्ते खोले, बल्कि भारतीय हुनर का डंका बजाया। 1750 में उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर एक ऐसा डॉक बनाया जहाँ टूटे जहाजों को नया जीवन मिलता था, जो उस जमाने में किसी चमत्कार से कम नहीं था।
आज जब सूरत के किनारे पर दुनिया के सबसे बड़े जहाजों को तोड़ा जाता है, तो वो लोवजी की दूरदर्शिता का ही तोहफा है। सच पूछो तो ये वाडिया साहब कोई साधारण व्यापारी नहीं, बल्कि समंदर को अपनी मुट्ठी में करने वाले भारत के पहले शिपिंग किंग थे।
वाडिया ग्रुप की सहायक कंपनियाँ (Subsidiaries)
बॉम्बे डाइंग (Bombay Dyeing)
बॉम्बे डाइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड, 1879 में स्थापित, भारत की सबसे पुरानी वस्त्र कंपनियों में से एक है। यह वाडिया समूह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका मुख्यालय मुंबई में है। कंपनी विशेष रूप से उच्च गुणवत्ता वाले कपड़ों, जैसे कपास और पॉलिएस्टर फैब्रिक्स, के लिए जानी जाती है। होम फर्निशिंग के क्षेत्र में भी इसकी मजबूत पहचान है, जिसमें बेड लिनन और परदों के साथ-साथ अन्य डेकोर आइटम शामिल हैं।
बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (Bombay Burmah Trading Corporation)
बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड, जिसकी स्थापना 1863 में हुई, भारत की सबसे पुरानी और विविध कंपनियों में से एक है। इसका मुख्यालय मुंबई में है और इसकी शुरुआत चाय और कॉफी के व्यापार से हुई थी। समय के साथ, यह कंपनी प्लांटेशन, स्वास्थ्य देखभाल और निर्माण जैसे कई क्षेत्रों में विस्तारित हो गई है, और भारत में इसके पास महत्वपूर्ण चाय और कॉफी बागान हैं।
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (Britannia Industries)
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड, 1892 में स्थापित, वाडिया समूह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और भारत की प्रमुख खाद्य कंपनियों में से एक है। कोलकाता में स्थित, यह कंपनी बिस्कुट, ब्रेड, केक, और डेयरी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करती है, जिसमें ब्रिटानिया, मैरी गोल्ड, और गुड डे जैसे लोकप्रिय ब्रांड शामिल हैं।
नेपरोल इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (Naperol Investments Ltd)
नेपरोल इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड की स्थापना 1954 में हुई थी, और यह भारत की एक प्रतिष्ठित औद्योगिक कंपनी है जो हाइड्रोजन पेरोक्साइड के उत्पादन में अग्रणी मानी जाती है। इसका गठन द बॉम्बे डाइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी और लापोर्टे इंडस्ट्रीज के सहयोग से किया गया। मुंबई में स्थित, एनपीएल हाइड्रोजन पेरोक्साइड के अलावा कंप्रेस्ड हाइड्रोजन गैस और पेरासिटिक एसिड का भी उत्पादन करती है। यह कंपनी पेंट, कागज, टेक्सटाइल, और फूड प्रोसेसिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपने उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की आपूर्ति करती है।
पंजाब किंग्स (Punjab Kings)
पंजाब किंग्स, भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) की एक प्रमुख क्रिकेट टीम है, जिसकी स्थापना 2008 में हुई थी और इसका मुख्यालय मोहाली, पंजाब में है। पहले इसे “किंग्स XI पंजाब” के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2021 में इसका नाम बदलकर पंजाब किंग्स रखा गया। फ्रेंचाइजी का स्वामित्व मोहित बर्मन, नेस वाडिया, प्रीति जिंटा, और करण पॉल के पास है। इस टीम में कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सितारे हैं, और यह हर सीजन में बेहतर प्रदर्शन के लिए कड़ी मेहनत करती है।
गो फर्स्ट (Go First)
गो फर्स्ट, जिसे पहले गो एयर के नाम से जाना जाता था, 2005 में स्थापित हुई एक भारतीय एयरलाइन है, जिसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। यह एयरलाइन कम लागत वाली सेवाएं प्रदान करती है और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सक्रिय है।
ग्लैडरैग्स (Gladrags)
ग्लैडरैग्स की स्थापना 1959 में हुई, और इसका पहला अंक उसी साल जुलाई में प्रकाशित हुआ। यह पत्रिका, जिसका स्वामित्व मॉरीन वाडिया के पास है, महिलाओं के लिए समर्पित है और इसमें रिश्ते, सौंदर्य, फैशन, यात्रा, भोजन, और स्वास्थ्य व फिटनेस जैसे विषयों पर लेख होते हैं। साथ ही, ग्लैडरैग्स सेलिब्रिटी समाचारों को भी कवर करती है और भारतीय महिलाओं की सांस्कृतिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करती है
बॉम्बे रियल्टी (Bombay Realty)
बॉम्बे रियल्टी, मुंबई में स्थित एक प्रमुख रियल एस्टेट विकास कंपनी है, जो बाम्बे डाइंग और मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का हिस्सा है। यह कंपनी आवासीय, वाणिज्यिक, और मिश्रित परियोजनाओं का निर्माण करती है।
वाडिया ग्रुप की सूचीबद्ध कंपनियां (Wadia group listed companies)
बॉम्बे डाइंग, बॉम्बे बर्मा, ब्रिटानिया और नेशनल पेरोक्साइड भारत की ऐसी मशहूर कंपनियाँ हैं, जो दशकों से अपने-अपने क्षेत्रों में छाई हुई हैं और शेयर बाजार में भी अपनी मजबूत पहचान बनाए हुए हैं। नीचे दी गई तालिका में इन कंपनियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जैसे उनका कारोबार, स्थापना वर्ष, बाजार भाव, मुख्यालय और शेयर कोड (BSE/NSE) दिया गया है, जो निवेशकों और शोधकर्ताओं के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।
| कंपनी का नाम | सेक्टर | स्थापना वर्ष | मार्केट कैप (करोड़ ₹) | मुख्यालय | स्टॉक कोड (BSE/NSE) |
| बॉम्बे डाइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कं. लिमिटेड | टेक्सटाइल, रियल एस्टेट | 1879 | ₹2,619Cr | मुंबई, महाराष्ट्र | 500020, BOMDYEING |
| बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड | प्लांटेशन, हेल्थकेयर | 1863 | ₹12,669Cr | मुंबई, महाराष्ट्र | 501425, BBTC |
| ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड | FMCG | 1892 | ₹1,28,851Cr | कोलकाता, पश्चिम बंगाल | 500825, BRITANNIA |
| नेपरोल इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड | केमिकल्स | 1954 | ₹516Cr | मुंबई, महाराष्ट्र | 500298, NATPEROXID |
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Conclusion
वाडिया ग्रुप भारत के उन चुनिंदा बिजनेस घरानों में शामिल है जिनकी जड़ें बहुत गहरी हैं। सालों से यह ग्रुप कपड़ों से लेकर बिस्कुट तक, हवाई जहाज से लेकर रियल एस्टेट तक कई बिज़नेस में अपना दबदबा बनाए हुए है। ब्रिटानिया जैसी कंपनी ने तो हर भारतीय की चाय की प्लेट तक अपनी पहुँच बना ली है। हालाँकि गो एयर जैसे कुछ कारोबार में ठोकर लगी, मगर यह ग्रुप अब भी अपने दूसरे कामों से मजबूती से जमा हुआ है।
आज के दौर में जहाँ हर चीज तेजी से बदल रही है, वाडिया ग्रुप को भी नए तौर-तरीके अपनाने होंगे। टेक्नोलॉजी और पर्यावरण को ध्यान में रखकर चलने से यह ग्रुप आगे भी बना रह सकता है। इसकी मजबूत नींव और लोगों के भरोसे को देखते हुए लगता है कि आने वाले सालों में भी यह घराना भारत की तरक्की में अपना योगदान देता रहेगा।
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