असिस्टेंट स्टेशन मास्टर (ASM) कैसे बने: कार्य, परीक्षा, शैक्षणिक योग्यता और वेतन की पूरी जानकारी!

असिस्टेंट स्टेशन मास्टर (Assistant Station Master) भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण तकनीकी और प्रशासनिक पद है। इस पद पर अधिकारी स्टेशन संचालन और ट्रेन यातायात को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। उनका काम केवल ट्रेन चलाना नहीं, बल्कि स्टेशन पर सुरक्षा, सिग्नल और कर्मचारियों का समन्वय सुनिश्चित करना भी है। यह पद रेलवे में स्थिर करियर का पहला कदम माना जाता है और योग्य अधिकारी समय के साथ स्टेशन मास्टर या उच्च पदों तक पदोन्नति पा सकते हैं।

आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि ASM कैसे बने, इसके क्या जिम्मेदारियाँ हैं, परीक्षा प्रक्रिया कैसी होती है, वेतन कितना है, शैक्षणिक योग्यता क्या चाहिए और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।

असिस्टेंट स्टेशन मास्टर कैसे बने (How to become an Assistant Station Master)

ASM बनने के लिए सबसे पहले उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री पूरी करनी होती है और निर्धारित आयु सीमा का पालन करना होता है, जो सामान्य वर्ग के लिए लगभग 18 से 33 साल होती है। इसके बाद रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) द्वारा आयोजित कंप्यूटर आधारित परीक्षा में बैठना होता है, जिसमें सामान्य ज्ञान, रीजनिंग, गणित, अंग्रेज़ी और रेलवे संचालन से जुड़े तकनीकी प्रश्न शामिल होते हैं। परीक्षा में सफल होने के बाद उम्मीदवार को दस्तावेज़ सत्यापन और मेडिकल फिटनेस टेस्ट पास करना होता है, जिसमें दृष्टि, सुनने की क्षमता और शारीरिक स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाता है।

इन सभी चरणों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद ही उम्मीदवार को ASM के पद पर नियुक्ति मिलती है। इस पद पर अधिकारी ट्रेन संचालन, सिग्नल और शेड्यूल का पालन, स्टेशन पर यातायात नियंत्रण और कर्मचारियों के समन्वय जैसी जिम्मेदारियाँ निभाते हैं, और योग्य तथा मेहनती उम्मीदवार समय के साथ स्टेशन मास्टर या उच्च प्रशासनिक पदों तक भी पदोन्नति प्राप्त कर सकते हैं, जिससे यह रेलवे में स्थिर और सम्मानजनक करियर का अवसर बन जाता है।

ASM जिम्मेदारियाँ और कार्य (Assistant Station master work in railway)

  1. ट्रेन संचालन देखना:

स्टेशन पर ट्रेनों का समय पर आगमन और प्रस्थान सुनिश्चित करना, सिग्नल और ट्रैक की स्थिति पर नज़र रखना।

  1. यात्रियों की सहायता करना:

यात्रियों को सही जानकारी देना, जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करना और प्लेटफ़ॉर्म पर व्यवस्था बनाए रखना।

  1. संचार बनाए रखना:

गार्ड, ड्राइवर और कंट्रोल रूम के बीच समन्वय करना ताकि ट्रेन संचालन सुचारू रहे।

  1. सुरक्षा पर ध्यान देना:

स्टेशन और प्लेटफ़ॉर्म की सुरक्षा सुनिश्चित करना, किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कदम उठाना।

  1. रिकॉर्ड संभालना:

ट्रेनों के समय, देरी और अन्य जरूरी जानकारी का सही रिकॉर्ड रखना।

  1. शिफ्ट में काम करना:

दिन, शाम या रात – किसी भी शिफ्ट में स्टेशन संचालन की जिम्मेदारी निभाना।

  1. तकनीकी देखरेख:

सिग्नल या ट्रैक में गड़बड़ी दिखे तो तुरंत संबंधित विभाग को सूचित करना।

असिस्टेंट स्टेशन मास्टर बनने के लिए कौन सा एग्जाम देना पड़ता है?

ASM बनने के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) द्वारा आयोजित परीक्षा में सफल होना जरूरी है। यह परीक्षा RRB NTPC (Non-Technical Popular Categories) के तहत आती है और इसमें उम्मीदवारों का चयन तीन मुख्य चरणों में किया जाता है।

  1. कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT): यह पहला चरण है। इसमें सामान्य ज्ञान, गणित, रीजनिंग और तार्किक क्षमता के सवाल पूछे जाते हैं। इस चरण में पास होना अनिवार्य है ताकि उम्मीदवार अगले चरण में प्रवेश कर सके।
  2. कंप्यूटर आधारित एप्टीट्यूड टेस्ट (CBAT): ASM पद के लिए यह टेस्ट अनिवार्य है। CBAT उम्मीदवार की मानसिक क्षमता, निर्णय लेने की क्षमता, ध्यान, स्मृति और गहराई की समझ को परखता है। इस टेस्ट में पास होने के लिए प्रत्येक टेस्ट बैटरी में कम से कम 42 अंक का स्कोर जरूरी है। सवाल हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में होते हैं और इस टेस्ट में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती। CBAT देने के लिए उम्मीदवार के पास आंखों का प्रमाणपत्र भी होना जरूरी है।
  3. दस्तावेज़ सत्यापन (Document Verification): CBAT पास करने के बाद उम्मीदवार का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाता है। इसमें शिक्षा प्रमाणपत्र, पहचान, आयु और अन्य जरूरी दस्तावेज़ों की जांच की जाती है।

असिस्टेंट स्टेशन मास्टर न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)

ASM पद के लिए उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक (Graduation) पास होना अनिवार्य है। इस पद के लिए किसी विशेष विषय की आवश्यकता नहीं होती – आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स में स्नातक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं।

Assistant Station Master (Age Limit)

उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 32 वर्ष होती है। आरक्षित वर्गों के लिए आयु में छूट दी जाती है: SC/ST के लिए 5 वर्ष, OBC के लिए 3 वर्ष, और PwD उम्मीदवारों के लिए विशेषकर SC/ST श्रेणी में 15 वर्ष तक की छूट लागू होती है। कुछ मामलों में अधिकतम आयु 36 वर्ष तक बताई जाती है। इसलिए उम्मीदवारों को हमेशा संबंधित भर्ती अधिसूचना देखकर सही और नवीनतम जानकारी सुनिश्चित करनी चाहिए।

असिस्टेंट स्टेशन मास्टर (ASM) वेतन विवरण (Salary details)

ASM की सैलरी भारतीय रेलवे में काफी सम्मानजनक होती है, क्योंकि यह पद लेवल–6 (Pay Matrix) के अंतर्गत आता है। नीचे आपको 2025 के अनुसार इसका पूरा विवरण दिया गया है।

वेतन संरचना (Salary Breakdown)

घटकविवरण
बेसिक पे₹35,400 प्रति माह
ग्रेड पे₹4,200
महंगाई भत्ता (DA)लगभग 46% तक (समय-समय पर बढ़ता है)
मकान किराया भत्ता (HRA)8% – 24% तक, शहर के वर्ग के अनुसार
यातायात भत्ता (TA)₹3,600 – ₹7,200
कुल अनुमानित सैलरी₹50,000 – ₹65,000 (सभी भत्तों सहित)

ASM Career Growth Indian Railways

ASM से रेलवे में करियर की शुरुआत होती है, जहाँ ट्रेन संचालन, प्लेटफ़ॉर्म प्रबंधन और यात्री सुविधा का अनुभव मिलता है। कुछ वर्षों के अनुभव के बाद कर्मचारी को Station Master (SM) के पद पर प्रमोशन मिलता है, जिसमें पूरे स्टेशन का संचालन और ट्रेन मूवमेंट की जिम्मेदारी आती है।

इसके बाद बड़े या व्यस्त स्टेशनों पर Senior Station Master / Station Superintendent का पद आता है, जहाँ स्टेशन कर्मचारियों का प्रबंधन और प्रशासनिक कार्य मुख्य होते हैं।

आखिरकार, पर्याप्त अनुभव और प्रदर्शन के आधार पर Chief Station Manager / Divisional Station Manager जैसे उच्च पदों पर प्रमोशन होता है, जिसमें पूरे डिवीजन या ज़ोन के स्टेशन संचालन और प्रशासन का नियंत्रण होता है।

असिस्टेंट स्टेशन मास्टर ऑपरेटिंग vs ट्रैफिक – कौन सा पद बेहतर है?

  • ASM (Operating): ट्रेन संचालन और प्लेटफ़ॉर्म प्रबंधन पर केंद्रित; सिग्नलिंग और समय पर ट्रेन मूवमेंट सुनिश्चित करना मुख्य जिम्मेदारी।
  • ASM (Traffic): यात्री और माल यातायात पर केंद्रित; टिकटिंग, माल ट्रैकिंग और यात्री सुविधा का प्रबंधन मुख्य जिम्मेदारी।

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निष्कर्ष (Conclusion)

रेलवे में Assistant Station Master का पद मेहनती युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह नौकरी न केवल स्थिर आय और सम्मान देती है, बल्कि जिम्मेदारी और अनुशासन से भरे कार्यों का अनुभव भी कराती है। स्टेशन संचालन, ट्रेन की आवाजाही और यात्रियों की सुरक्षा जैसे कार्यों के बीच यह पद रेलवे की रीढ़ की तरह काम करता है। यदि आप लगन, धैर्य और ईमानदारी से तैयारी करें, तो ASM बनकर आप भारतीय रेलवे में एक सफल और गर्व से भरा करियर बना सकते हैं।

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