डीसीएम श्रीराम|DCM Shriram
डीसीएम श्रीराम कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, प्रोडक्ट एंड सर्विस, चेयरमैन, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, डिविडेंड और अधिक (DCM Shriram company details in hindi)
डीसीएम श्रीराम लिमिटेड एक विविध उद्योगों वाली भारतीय कंपनी है, जो रसायन, कृषि-इनपुट, चीनी और एथनॉल जैसे क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभा रही है। वर्षों से यह कंपनी औद्योगिक उत्पादन और ग्रामीण विकास के संतुलन के साथ कारोबार को विस्तार दे रही है।
कंपनी प्रोफाइल (DCM Shriram Company Profile)
नाम | DCM Shriram Ltd |
शुरुवात की तारीख | 1989 |
मुख्य लोग | अजय एस. श्रीराम (Chairman) |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :523367, NSE :DCMSHRIRAM |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹18,220 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹12,219 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹2,276.35 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹7,004 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
वेबसाइट | www.dcmshriram.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
डीसीएम श्रीराम लिमिटेड भारत की एक प्रतिष्ठित कंपनी है, जो रसायन, चीनी, एथनॉल, विनाइल और कृषि से जुड़े व्यवसायों में सक्रिय है। इसकी स्थापना 1989 में हुई थी और तब से यह लगातार अपने उद्योग क्षेत्र में मजबूती से आगे बढ़ रही है। कंपनी का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है, जबकि इसके विनिर्माण संयंत्र राजस्थान के कोटा, गुजरात के भरूच और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में फैले हुए हैं। डीसीएम श्रीराम मुख्य रूप से कॉस्टिक सोडा, क्लोरीन, पॉलिविनाइल, यूरिया, हाइब्रिड बीज, चीनी और एथनॉल जैसे उत्पादों का निर्माण करती है। यह अपने कृषि और ग्रामीण व्यवसायों के माध्यम से किसानों और ग्रामीण समुदायों के बीच गहरी पहुंच रखती है।
कंपनी भारत में कॉस्टिक सोडा की दूसरी सबसे बड़ी उत्पादक है और इसका भरूच (गुजरात) स्थित संयंत्र देश का सबसे बड़ा एकल-स्थान पर आधारित कॉस्टिक सोडा निर्माण इकाई है। डीसीएम श्रीराम की ताकत उसकी तकनीकी विशेषज्ञता, मजबूत वितरण नेटवर्क और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता में निहित है।
इतिहास (DCM Shriram Company History)
- 1889 में, दिल्ली क्लॉथ मिल्स (DCM) की स्थापना हुई, जिससे DCM समूह की नींव रखी गई।
- 1989 में, DCM श्रीराम कंसोलिडेटेड लिमिटेड की स्थापना की गई।
- 1990 में, DCM लिमिटेड का पुनर्गठन हुआ और इसे चार कंपनियों में विभाजित किया गया – DCM लिमिटेड, DCM श्रीराम इंडस्ट्रीज़, DCM श्रीराम कंसोलिडेटेड और श्रीराम इंडस्ट्रियल एंटरप्राइज़ेज़।
- 2000 में, कोटा इकाई को ISO 14001 प्रमाणन मिला और सत्यम इंफोवे के साथ आईटी साझेदारी की गई।
- 2001 में, पॉलिमर कंपाउंडिंग व्यवसाय को एक अलग कंपनी में स्थानांतरित किया गया।
- 2002 में, ज़्यूरिख फाइनेंशियल के साथ जीवन बीमा समझौता किया गया और मॉरीशस में निवेश किया गया।
- 2003 में, श्रीराम बायोसीड सहायक कंपनी बनी और उत्तर प्रदेश में किटप्लाई यूनिट का अधिग्रहण किया गया।
- 2004 में, डीसीएम श्रीराम इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को अप्रत्यक्ष सहायक कंपनी बनाया गया।
- 2005 में, 1:1 बोनस शेयर जारी किए गए और शेयर का मूल्य ₹10 से घटाकर ₹2 किया गया।
- 2009 में, ऊर्जा सेवा कंपनी को बेचा गया और उत्तर प्रदेश में दूध खरीद व्यवसाय शुरू किया गया।
- 2010 में, श्रीराम बायोसीड जेनेटिक्स इंडिया लिमिटेड का कंपनी में विलय किया गया।
- 2013 में, बायोसीड रिसर्च इंडिया लिमिटेड का विलय हुआ और 40 प्रतिशत अंतरिम लाभांश घोषित किया गया।
- 2014 में, कंपनी का नाम बदलकर DCM Shriram Limited किया गया और एक्सियाल (USA) के साथ पॉलिमर व्यवसाय में 50 प्रतिशत साझेदारी की गई।
- 2015 में, बायोसीड द्वारा किसानों के लिए हाइब्रिड टमाटर बीज पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए।
- 2016 में, कंपनी का पंजीकृत कार्यालय कंचनजंगा भवन की पहली मंजिल पर स्थानांतरित किया गया।
- 2017 में, भरूच (गुजरात) में क्लोर-अल्कली संयंत्र और कैप्टिव पावर प्लांट का विस्तार किया गया।
- 2018 में, चीनी और रसायन व्यवसाय में ₹1300 करोड़ के निवेश की घोषणा की गई।
- 2019 में, 150 से अधिक स्कूलों में शौचालय निर्माण और विभिन्न सामाजिक कार्य किए गए।
- 2020 में, कोटा में 66 मेगावाट क्षमता वाला पावर प्लांट चालू हुआ और कोविड राहत कार्यों में ₹25 करोड़ का योगदान दिया गया।
- 2021 में, भरूच रसायन इकाई में ₹1000 करोड़ निवेश की घोषणा की गई और 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वितरित किए गए।
- 2022 में, हरदोई ज़िले के हरियावन गांव में जल शोधन संयंत्र स्थापित किया गया और कृषि-जल समाधान के लिए ₹2.6 करोड़ की पुरस्कार योजना शुरू की गई।
DCM Shriram Products & services
प्रमुख उत्पाद
- यूरिया खाद
- चीनी और इथेनॉल
- कॉस्टिक सोडा और पीवीसी रेज़िन
- पीवीसी कंपाउंड और कैल्शियम कार्बाइड
- हाइब्रिड बीज (बायोसीड)
- Fenesta UPVC/एल्युमिनियम विंडो-डोर सिस्टम
- एपॉक्सी रेज़िन और अन्य विशेष रसायन
प्रमुख सेवाएँ
- कृषि सलाह और बीज समाधान
- बिजली उत्पादन (को-जेनरेशन प्लांट)
- ग्रामीण स्वच्छता और जल परियोजनाएं
- सप्लाई चेन और वितरण नेटवर्क
- औद्योगिक ग्राहकों को तकनीकी सपोर्ट
शेयर होल्डिंग (DCM Shriram Shareholding Pattern)
जून 2025 में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 66.52% पर स्थिर रही, जिससे कंपनी पर उनका नियंत्रण मजबूत बना रहा। खुदरा और अन्य निवेशकों की हिस्सेदारी घटकर 21.30% रह गई। अन्य घरेलू संस्थानों की हिस्सेदारी 7.37% रही, जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़कर 4.13% हो गई। म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी में सुधार दिखा और यह 0.68% तक पहुंच गई।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Promoter | 66.52 | 66.52 | 66.52 |
Retail and other | 21.30 | 21.62 | 21.84 |
Other domestic institutions | 7.37 | 7.37 | 7.38 |
Foreign institution | 4.13 | 4.10 | 4.00 |
Mutual funds | 0.68 | 0.39 | 0.26 |
DCM Shriram Dividend History
घोषणा की तिथि | एक्स-लाभांश तिथि | लाभांश प्रकार | लाभांश (₹) |
05 मई, 2025 | 05 अगस्त, 2025 | अंतिम | ₹3.40 |
10 जनवरी, 2025 | 24 जनवरी, 2025 | अंतरिम | ₹3.60 |
22 अक्टूबर, 2024 | 11 नवम्बर, 2024 | अंतरिम | ₹2.00 |
06 मई, 2024 | 09 जुलाई, 2024 | अंतिम | ₹2.60 |
21 फरवरी, 2024 | 06 मार्च, 2024 | अंतरिम | ₹4.00 |
02 मई, 2023 | 18 जुलाई, 2023 | अंतिम | ₹3.60 |
10 जनवरी, 2023 | 01 फरवरी, 2023 | अंतरिम | ₹5.80 |
11 अक्टूबर, 2022 | 31 अक्टूबर, 2022 | अंतरिम | ₹4.60 |
05 मई, 2022 | 07 जुलाई, 2022 | अंतिम | ₹4.90 |
10 जनवरी, 2022 | 24 जनवरी, 2022 | अंतरिम | ₹5.20 |
12 अक्टूबर, 2021 | 26 अक्टूबर, 2021 | अंतरिम | ₹4.60 |
04 मई, 2021 | 08 जुलाई, 2021 | अंतिम | ₹3.80 |
11 जनवरी, 2021 | 27 जनवरी, 2021 | अंतरिम | ₹5.50 |
27 जनवरी, 2020 | 06 फरवरी, 2020 | अंतरिम | ₹4.20 |
24 अक्टूबर, 2019 | 07 नवम्बर, 2019 | अंतरिम | ₹4.00 |
02 मई, 2019 | 12 जुलाई, 2019 | अंतिम | ₹1.60 |
29 जनवरी, 2019 | 07 फरवरी, 2019 | अंतरिम | ₹4.20 |
29 अक्टूबर, 2018 | 06 नवम्बर, 2018 | अंतरिम | ₹4.00 |
24 अप्रैल, 2018 | 20 जुलाई, 2018 | अंतिम | ₹0.80 |
23 फरवरी, 2018 | 07 मार्च, 2018 | अंतरिम | ₹3.40 |