ग्राविटा इंडिया| Gravita India
ग्राविटा इंडिया कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, प्रोडक्ट, चेयरमैन, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, डिविडेंड, सहायक कंपनियाँ और अधिक (Gravita India company details in hindi)
ग्राविटा इंडिया एक प्रमुख रीसायक्लिंग कंपनी है, जो लेड, एल्युमिनियम, प्लास्टिक और रबर जैसे विविध मटेरियल्स का रीसायक्लिंग करती है। कंपनी की स्थापना 1992 में जयपुर में हुई थी और तब से यह भारत के साथ-साथ कई अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है। Gravita रीसायक्लिंग प्रक्रिया के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करती है और कच्चे माल की आपूर्ति के लिए एक व्यापक नेटवर्क स्थापित किया है।
कंपनी प्रोफाइल (Company Profile)
नाम | Gravita India Ltd |
शुरुवात की तारीख | 1992 |
मुख्य लोग | श्री रजत अग्रवाल (Chairman) |
मुख्यालय | जयपुर, राजस्थान |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :533282, NSE :GRAVITA |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹11,588 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹3,981 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹1,851.03 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
नेटवर्थ (Net Worth) | ₹2,078 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
वेबसाइट | www.gravitaindia.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
Gravita India पुरानी चीजों जैसे लेड, एल्युमिनियम, प्लास्टिक और रबर को फिर से उपयोग में लाने का काम करती है। इसकी शुरुआत 1992 में जयपुर से हुई और अब यह भारत सहित कई देशों में अपनी सेवाएं दे रही है। कंपनी मुख्य रूप से चार क्षेत्रों में काम करती है – लेड की सफाई और उत्पादन, एल्युमिनियम प्रोसेसिंग, प्लास्टिक निर्माण, और रीसायक्लिंग के लिए टर्नकी सॉल्यूशंस। Gravita पुराने बैटरियों और स्क्रैप से नए लेड उत्पाद बनाती है और प्लास्टिक तथा एल्युमिनियम के छोटे-छोटे टुकड़े (ग्रैन्यूल) भी तैयार करती है।
हाल ही में कंपनी ने लिथियम-आयन बैटरी, कागज और रबर की रीसायक्लिंग में भी कदम रखा है। मुंद्रा में नया रीसायक्लिंग प्लांट स्थापित किया गया है और यूरोप में टायर रीसायक्लिंग फैक्ट्री भी खरीदी गई है। Gravita की “Vision 2028” योजना के तहत, कंपनी पारंपरिक रीसायक्लिंग के अलावा नए क्षेत्रों में भी विस्तार करना चाहती है। इसके लिए उसने बड़े पैमाने पर निवेश की योजना बनाई है, जिससे वह 2028 तक सालाना 7 लाख मीट्रिक टन की रीसायक्लिंग क्षमता हासिल कर सके।
इतिहास (Gravita India Company History)
- 1992 में कंपनी की स्थापना “Weldtech Private Limited” के नाम से राजस्थान में की गई।
- 1994 में कंपनी ने जयपुर में 600 मीट्रिक टन क्षमता वाला बैटरी स्क्रैप रीसाइक्लिंग संयंत्र स्थापित किया।
- 1996 में कंपनी का नाम बदलकर “Gravita India Private Limited” किया गया और उसी वर्ष इसे पब्लिक लिमिटेड में परिवर्तित किया गया।
- 1997 में कंपनी ने शुद्ध सीसा, ग्रे ऑक्साइड, रेड लीड और लिथार्ज के उत्पादन की शुरुआत की।
- 1999 में लिथार्ज पर आयात शुल्क घटाकर 35% से 5% कर दिए जाने से उद्योग पर विपरीत प्रभाव पड़ा।
- 2005 में बैंक के साथ बकाया निपटान के बाद कंपनी ने अपना व्यवसाय दोबारा शुरू किया।
- 2006 में कंपनी का वार्षिक कारोबार 20 करोड़ रुपये पार कर गया।
- 2008 में कंपनी ने Gravita Exim Limited का अधिग्रहण किया।
- 2009 में कंपनी ने 100 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल किया।
- 2011 में कंपनी ने सऊदी अरब की Best Group के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित किया।
- 2012 में कंपनी ने Gravita Honduras में अपनी पूरी हिस्सेदारी को बेच दिया।
- 2013 में कंपनी को “India SME 100 Awards” से सम्मानित किया गया।
- 2014 में कंपनी को एशिया और अमेरिका के लिए 230 करोड़ रुपये का निर्यात ऑर्डर प्राप्त हुआ।
- 2015 में कंपनी को Inc India द्वारा ‘Top 100 Innovative Companies’ में शामिल किया गया।
- 2016 में कंपनी को ‘NIRYAT SHREE’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 2018 में कंपनी ने Amara Raja Batteries के साथ समझौता किया।
- 2019 में कंपनी की Gravita Tanzania इकाई ने अफ्रीका में एल्युमिनियम कास्ट एलॉयज का उत्पादन शुरू किया।
- 2021 में कंपनी ने चित्तूर, आंध्र प्रदेश में अपनी रीसाइक्लिंग यूनिट की क्षमता में विस्तार किया।
- 2022 में कंपनी ने टोगो, पश्चिम अफ्रीका में एल्युमिनियम कास्ट एलॉयज का व्यावसायिक उत्पादन शुरू किया।
- 2023 में कंपनी ने तंजानिया, पूर्वी अफ्रीका में रबर रीसाइक्लिंग का उत्पादन आरंभ किया।
- 2024 में कंपनी ने यूरोप में रबर रीसाइक्लिंग संयंत्र के अधिग्रहण हेतु MOU पर हस्ताक्षर किए।
Gravita India Products
उत्पाद (Products)
- रीसायकल लीड
- लीड ऑक्साइड
- रीसायकल प्लास्टिक
- रीसायकल कूपर
- रेयॉन और सिंथेटिक फाइबर
सेवाएं (Services)
- रीसायकलिंग सेवाएं
- पर्यावरणीय कंसल्टिंग
- सतत समाधान
- खतरनाक अपशिष्ट प्रबंधन
- ई-वेस्ट रीसायकलिंग
शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)
जून 2025 में शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर में हल्के बदलाव दिखे। प्रमोटरों की हिस्सेदारी घटकर 55.88% रह गई, फिर भी नियंत्रण उनके पास ही बना हुआ है। खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़कर 24.62% हो गई, जबकि विदेशी निवेशकों की भागीदारी 15.09% तक पहुंची। म्यूचुअल फंड्स और अन्य घरेलू संस्थानों की हिस्सेदारी मामूली घटकर क्रमशः 2.22% और 2.19% रही। कुल मिलाकर, निवेश का संतुलन थोड़ा बदला है, लेकिन बड़ी तस्वीर में स्थिरता बनी हुई है।
All values in % | Jun-25 | Mar-25 | Dec-24 |
Promoter | 55.88 | 59.27 | 59.27 |
Retail and other | 24.62 | 21.26 | 21.19 |
Foreign institution | 15.09 | 14.03 | 14.12 |
Mutual funds | 2.22 | 2.60 | 2.44 |
Other domestic institutions | 2.19 | 2.83 | 2.98 |
Gravita India Dividend History
घोषणा तिथि | एक्स-डिविडेंड तिथि | डिविडेंड प्रकार | डिविडेंड (₹ प्रति शेयर) |
02 मई, 2025 | 08 मई, 2025 | अंतरिम | ₹6.35 |
30 अप्रैल, 2024 | 14 मई, 2024 | अंतिम | ₹5.20 |
02 मई, 2023 | 04 सितम्बर, 2023 | अंतिम | ₹4.35 |
31 जनवरी, 2022 | 08 फरवरी, 2022 | अंतरिम | ₹3.00 |
28 जनवरी, 2021 | 08 फरवरी, 2021 | अंतरिम | ₹1.10 |
24 फरवरी, 2020 | 05 मार्च, 2020 | अंतरिम | ₹0.70 |
29 मई, 2019 | 11 सितम्बर, 2019 | अंतिम | ₹0.30 |
28 मई, 2018 | 23 अगस्त, 2018 | अंतिम | ₹0.70 |
16 मई, 2017 | 01 अगस्त, 2017 | अंतिम | ₹0.60 |
16 मई, 2016 | 28 जुलाई, 2016 | अंतिम | ₹0.20 |
25 मई, 2015 | 30 जुलाई, 2015 | अंतिम | ₹0.20 |
29 मई, 2014 | 24 जुलाई, 2014 | अंतिम | ₹0.50 |
Gravita India की सहायक कंपनियाँ (Subsidiaries)
- ग्राविटा इंफोटेक लिमिटेड
- ग्राविटा घाना लिमिटेड
- ग्राविटा मोज़ाम्बिक एलडीए
- नोबल बिल्ड एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड
- ग्राविटा ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड (सिंगापुर)
- नावम लंका लिमिटेड (श्रीलंका)
- ग्राविटा नीदरलैंड्स बीवी
- ग्राविटा सेनेगल एस.ए.यू.
- ग्राविटा जमैका लिमिटेड
- ग्राविटा यूएसए इंक.
- ग्राविटा तंज़ानिया लिमिटेड
- रिसाइक्लर्स ग्राविटा कोस्टा रिका एस.ए.
- मोज़ाम्बिक रिसाइक्लर्स एलडीए
- रिसाइक्लिंग इंफोटेक एलएलपी
- ग्राविटा एम्प्लॉई वेलफेयर ट्रस्ट
- ग्राविटा टोगो एस.ए.यू.