टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन|Tata Investment Corporation Ltd
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, सर्विस, चैयरमेन, मालिक, नेटवर्थ, शेयर होल्डिंग, और अधिक (Tata Investment Corporation company details in hindi)
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन एक प्रमुख निवेश कंपनी है, जो शेयर, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगाकर लंबी अवधि में रिटर्न कमाने पर ध्यान देती है। यह टाटा समूह का हिस्सा है और निवेशकों को स्थिर कमाई देने के लिए जानी जाती है।
कंपनी प्रोफाइल (Profile)
नाम | टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन (Tata Investment Corporation Ltd) |
इंडस्ट्री | इनवेस्टमेंट सर्विस |
शुरुवात की तारीख | 1937 |
मुख्य लोग | अमित एन. दलाल (MD) |
मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
स्टॉक एक्सचेंज | BSE :501301, NSE :TATAINVEST |
मार्किट कैप (Market Cap) | ₹32,500 करोड़ |
राजस्व (Revenue) | ₹306 करोड़ (वित्त वर्ष2025) |
कुल संपत्ति (Total Asset) | ₹34,534.44 करोड़ (वित्त वर्ष2024) |
मालक | टाटा ग्रुप |
वेबसाइट | www.tatainvestment.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन एक ऐसी वित्तीय कंपनी है जो अपने पैसे का इस्तेमाल दूसरी कंपनियों में निवेश करने के लिए करती है। इसकी शुरुआत 1937 में हुई थी और पहले इसे इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता था। 1959 में यह कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई और आम लोगों के लिए इसके शेयर उपलब्ध हो गए। यह खुद कोई सामान या सेवा नहीं बेचती, बल्कि म्यूचुअल फंड्स, शेयर, और बॉन्ड जैसे साधनों में पैसा लगाकर कमाई करती है। कंपनी की आमदनी का बड़ा हिस्सा डिविडेंड, ब्याज और निवेश बेचकर हुए मुनाफे से आता है।
कंपनी अलग-अलग सेक्टरों में निवेश करती है, जैसे बैंक, बिजली, निर्माण, इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, धातु, होटल, खुदरा, एफएमसीजी, तेल और गैस, ऑटोमोबाइल, कपड़ा और लॉजिस्टिक्स। इसका उद्देश्य ऐसे क्षेत्रों में निवेश करना है, जहां भविष्य में बढ़िया कमाई की उम्मीद हो। कंपनी निवेश के जरिए अपने शेयरधारकों को लंबे समय तक फायदा पहुंचाना चाहती है।
इतिहास (Tata Investment Corporation History)
- 1937 में इस कंपनी की शुरुआत एक निवेश कंपनी के रूप में हुई थी। इसका उद्देश्य ज़मीन खरीदना, शेयर और डिबेंचर जैसे साधनों में पैसा लगाना और लंबे समय के लिए लाभ कमाना था।
- 1957 में मुंबई हाईकोर्ट के आदेश पर ओरिएंटल गवर्नमेंट सिक्योरिटी लाइफ एश्योरेंस कंपनी का विलय 1 जुलाई से निगम में कर दिया गया।
- 10 सितंबर 1981 को इन्वेस्टा लिमिटेड को एक सहायक कंपनी के रूप में शामिल किया गया, ताकि निवेश के काम को और मज़बूती मिल सके।
- 18 सितंबर 1995 को कंपनी का नाम बदलकर Tata Investment Corporation Limited रखा गया, ताकि इसका टाटा समूह से जुड़ाव साफ़ तौर पर दिखे।
- 2000 में CRISIL ने पर्ल पॉलीमर्स की एफडी रेटिंग घटाकर FA- की और इमको एलेकॉन की रेटिंग को A+ और एफडी प्रोग्राम को FAAA पर रखा।
- 2002 में मुंबई उच्च न्यायालय ने कहा कि निवेश की सही कीमत दिखाने के लिए सिक्योरिटी प्रीमियम खाते के कुछ हिस्सों को नए तरीके से बांटना होगा। इससे भविष्य की जरूरतों को भी ध्यान में रखा जा सकेगा।
- 2004 में कंपनी के निदेशक मंडल ने शेयरधारकों को पहले 20% लाभांश देने का सुझाव दिया, साथ ही 81% का अंतिम लाभांश देने की भी सिफारिश की।
- 2006 में कंपनी ने शेयरधारकों को 120% लाभांश देने का प्रस्ताव रखा।
- 2009 में कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 10 रुपये के हर शेयर पर 15 रुपये लाभांश देने की सिफारिश की, जो कुल 150% होता है।
- 2012 में कंपनी ने सिम्टो इन्वेस्टमेंट के 57% शेयर खरीदकर उसे अपनी सहायक कंपनी बना लिया।
- 2013 में कंपनी ने अपनी निवेश शाखा के जरिए कई प्रमुख बैंकों और फाइनेंस कंपनियों में शेयर खरीदे, जैसे ICICI बैंक, SBI, HDFC बैंक और एक्सिस बैंक।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
- Long-term शेयरों में निवेश
- डिबेंचर और Bonds में निवेश
- Listed और Unlisted कंपनियों में निवेश
- Investment Portfolio का Management
- Dividend और Interest से Income हासिल करना
शेयर होल्डिंग (Tata Investment Corporation Shareholding Pattern)
मार्च 2025 तक, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन में प्रमोटरों की हिस्सेदारी स्थिर रहकर 73.38% थी, जो दिसंबर 2024 और सितंबर 2024 में भी समान रही। खुदरा निवेशकों और अन्य का हिस्सा मार्च में 23.62% था, जो दिसंबर और सितंबर 2024 में थोड़ा अधिक, 23.85% था। विदेशी संस्थाओं की हिस्सेदारी मार्च में 2.46% रही, जो दिसंबर में 2.24% और सितंबर में 2.26% थी। अन्य घरेलू संस्थाओं की हिस्सेदारी तीनों महीनों में 0.43% पर बनी रही, जबकि म्यूचुअल फंड्स का हिस्सा मार्च में 0.10%, दिसंबर में 0.09% और सितंबर में 0.08% था। यह डेटा कंपनी के शेयरधारिता में स्थिरता और निवेशकों की विविधता को दर्शाता है।
All values in % | Mar-25 | Dec-24 | Sep-24 |
Promoter | 73.38 | 73.38 | 73.38 |
Retail and other | 23.62 | 23.85 | 23.85 |
Foreign institution | 2.46 | 2.24 | 2.26 |
Other domestic institutions | 0.43 | 0.43 | 0.43 |
Mutual funds | 0.10 | 0.09 | 0.08 |
Tata Investment Corporation Dividend History
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन ने पिछले कई सालों से अपने शेयरधारकों को समय-समय पर लाभांश दिया है। कंपनी ने हर साल ₹16 से लेकर ₹55 तक का लाभांश दिया है, जो इसकी अच्छी कमाई और मजबूत वित्तीय हालत को दर्शाता है। यह दिखाता है कि कंपनी सिर्फ अपना कारोबार बढ़ाने में ही नहीं, बल्कि अपने निवेशकों को भी अच्छा मुनाफा देने में यकीन रखती है।
घोषणा तिथि (Announcement Date) | एक्स-डिविडेंड तिथि (Ex-Dividend Date) | लाभांश प्रकार (Dividend Type) | लाभांश राशि (Dividend ₹) |
21 अप्रैल 2025 | 10 जून 2025 | अंतिम (Final) | ₹27.00 |
23 मई 2024 | 18 जून 2024 | अंतिम (Final) | ₹28.00 |
05 मई 2023 | 12 जून 2023 | अंतिम (Final) | ₹48.00 |
25 अप्रैल 2022 | 02 जून 2022 | अंतिम (Final) | ₹55.00 |
27 अप्रैल 2021 | 16 जून 2021 | अंतिम (Final) | ₹24.00 |
27 मई 2020 | 01 जुलाई 2020 | अंतिम (Final) | ₹18.00 |
10 मई 2019 | 15 जुलाई 2019 | अंतिम (Final) | ₹20.00 |
06 मई 2018 | 13 जुलाई 2018 | अंतिम (Final) | ₹18.00 |
07 मई 2018 | 13 जुलाई 2018 | विशेष (Special) | ₹2.00 |
25 मई 2017 | 04 अगस्त 2017 | अंतिम (Final) | ₹18.00 |
09 मार्च 2016 | 17 मार्च 2016 | अंतरिम (Interim) | ₹17.00 |
25 मई 2015 | 28 जुलाई 2015 | अंतिम (Final) | ₹17.00 |
29 मई 2014 | 18 जुलाई 2014 | अंतिम (Final) | ₹17.00 |
21 मई 2013 | 15 जुलाई 2013 | अंतिम (Final) | ₹16.00 |
18 मई 2012 | 18 जुलाई 2012 | अंतिम (Final) | ₹21.00 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन कौन सी कंपनी है?
Tata Investment Corporation एक निवेश कंपनी है जो विभिन्न क्षेत्रों में लंबे समय के लिए पैसा लगाकर स्थिर और सुरक्षित रिटर्न कमाने पर ध्यान देती है। यह शेयर बाजार में लिस्टेड और नॉन-लिस्टेड दोनों तरह की कंपनियों में निवेश करती है। इसके निवेश उन सेक्टरों में होते हैं जो रोज़मर्रा की ज़िंदगी और देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े हैं जैसे बैंकिंग, आईटी, बिजली, दवाइयाँ, तेज़ी से बिकने वाले सामान (FMCG), ऑटोमोबाइल, सीमेंट, धातु, उर्वरक, होटल, खुदरा, कपड़ा, और ट्रांसपोर्ट। कंपनी का उद्देश्य है सोच-समझकर पैसा लगाना और निवेशकों को लंबे समय तक फायदा पहुँचाना।