वक्रांगी लिमिटेड (Vakrangee limited)

वक्रांगी लिमिटेड कंपनी प्रोफाइल, इतिहास, प्रोडक्ट, चैयरमेन, मालिक, नेटवर्थ & सर्विसेज, और अधिक (Vakrangee limited company details in hindi)

वक्रांगी लिमिटेड ने अपनी यात्रा 1990 में एक छोटे से कार्यालय से शुरू की, और आज यह भारत के सबसे विश्वसनीय डिजिटल सेवा प्रदाताओं में से एक बन गई है। गाँवों और शहरों में फैले इसके सेवा केंद्र लाखों लोगों को आधुनिक सुविधाएँ और रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं।

कंपनी प्रोफाइल (Profile)

नाम वक्रांगी लिमिटेड (Vakrangee limited)
इंडस्ट्री ITES
शुरुवात की तारीख 1990
मुख्य लोग दिव्या नंदवाना (Chairman)
मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र
स्टॉक एक्सचेंज BSE :511431, NSE :VAKRANGEE
मार्किट कैप (Market Cap) ₹1,094 करोड़
राजस्व (Revenue) ₹215 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
कुल संपत्ति (Total Asset) ₹247.65 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
नेटवर्थ (Net Worth) ₹162 करोड़ (वित्त वर्ष2024)
वेबसाइट vakrangee.in

कंपनी के बारे में (About Company)

वक्रांगी लिमिटेड की शुरुआत 1990 में दिनेश नंदवाना ने मुंबई के मरोल नाका से की थी। उन्होंने कंपनी को एक छोटे तकनीकी सलाहकार के रूप में शुरू किया था। धीरे-धीरे कंपनी ने अपना दायरा बढ़ाया और 1993 में इसे वोटर आईडी कार्ड बनाने का ठेका मिला। इसके बाद 2010 में कंपनी को आधार कार्ड नामांकन के लिए आधिकारिक फ्रेंचाइज़ी बनने का अवसर मिला, जिससे यह पहचान सेवाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार बन गई। इसके नवाचार और विस्तार के चलते जुलाई 2017 में Forbes India ने वक्रांगी लिमिटेड को अपनी “Super 50” कंपनियों की सूची में शामिल किया, क्योंकि उस समय इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 240 बिलियन रुपये से अधिक हो चुका था।

आज वक्रांगी लिमिटेड देश के छोटे शहरों और गांवों तक जरूरी सेवाएं पहुँचाने में एक अहम भूमिका निभा रही है। इसके “नेक्स्टजेन वक्रांगी केंद्र” लोगों को बैंकिंग, बीमा, ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स, मोबाइल रिचार्ज, बिल भुगतान और स्वास्थ्य जैसी कई सेवाएं एक ही छत के नीचे प्रदान करते हैं। कंपनी का बिज़नेस मॉडल स्थानीय लोगों को रोजगार देने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर आधारित है। वक्रांगी का उद्देश्य है कि हर भारतीय नागरिक तक डिजिटल और वित्तीय सेवाएं बिना किसी बाधा के पहुंचें। फिलहाल यह कंपनी 31 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 21,000 से अधिक केंद्रों के ज़रिए लाखों लोगों को जोड़ने का काम कर रही है।

वक्रांगी लिमिटेड का इतिहास (History)

  • कंपनी का गठन 28 मई 1990 को बॉम्बे, महाराष्ट्र में एक निजी लिमिटेड कंपनी के रूप में “VAKRANGEE INVESTMENT AND CONSULTANCY PRIVATE LIMITED” नाम से किया गया था।
  • 3 अप्रैल 1992 को कंपनी पब्लिक लिमिटेड बनी और नाम बदलकर “VAKRANGEE INVESTMENT LIMITED” रखा गया, जिसे 31 मार्च 1995 को “VAKRANGEE LIMITED” कर दिया गया।
  • शुरुआत में कंपनी शेयर ट्रांसफर और बिल डिस्काउंटिंग से जुड़ी सेवाएं देती थी। 1993 में मर्चेंट बैंकर और ट्रांसफर एजेंट के रूप में पंजीकृत हुई। इसे कई जिलों में वोटर आईडी बनाने का काम मिला और कंपनी सॉफ्टवेयर, विज्ञापन और मार्केटिंग में भी सक्रिय रही।
  • 2001 में कंपनी ने bloodbankinfoline.com शुरू किया, जो रक्त बैंक से जुड़ी जानकारी और चिकित्सा संदर्भ हेतु एक व्यापक पोर्टल था।
  • 2005 में वक्रंगे सॉफ्टवेयर्स ने गोदरेज एंड बॉयस के साथ साझेदारी में कंपनी रजिस्ट्रार की डिजिटल फाइलिंग सेवाओं के लिए अनुबंध हासिल किया।
  • 2010 में, वक्रांगी सॉफ्टवेयर्स ने यूआईडी परियोजना के तहत KON के लिए प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट शुरू किया।
  • 2011 में, वक्रांगी सॉफ्टवेयर्स को हरियाणा के पीडीएस प्रोजेक्ट के लिए यूआईडी लिंकिंग का ठेका मिला। इसी वर्ष, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से यूआईडी नामांकन प्रोजेक्ट भी प्राप्त किया। इसके अलावा, कंपनी ने यूआईडी परियोजना के तहत 1 करोड़ नामांकन पूरा करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
  • 2012 में, वक्रांगी सॉफ्टवेयर्स ने 1 करोड़ आधार कार्ड बनाने की उपलब्धि हासिल करने की घोषणा की।
  • 2013 में, कंपनी ने अपना नाम “वक्रांगी सॉफ्टवेयर्स लिमिटेड” से बदलकर “वक्रांगी लिमिटेड” रखा और ट्रेडिंग सिंबल “VAKRANSOFT” से बदलकर “VAKRANGEE” कर दिया।
  • 2014 में, कंपनी को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से व्हाइट लेबल एटीएम (WLA) लाइसेंस प्राप्त हुआ, जिससे कंपनी ई-गवर्नेंस समाधान प्रदान करने में और भी सक्षम हुई।
  • 2015 में, कंपनी को बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा पूरे भारत में राष्ट्रीय व्यवसाय पत्राचार के रूप में नियुक्त किया गया।
  • 2016 में, कंपनी ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया।
  • 2017 में, कंपनी ने आदित्य बिड़ला समूह के बीमा संयुक्त उद्यम के साथ साझेदारी की।
  • 2018 में, वक्रांगी ने कूरियर और लॉजिस्टिक्स सेवाओं के लिए ब्लू डार्ट एक्सप्रेस लिमिटेड के साथ गठबंधन किया।
  • 2019 में, वक्रांगी ने डिश टीवी इंडिया लिमिटेड के साथ अपने सहयोग की घोषणा की।
  • 2020 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वक्रांगी को व्हाइट लेबल एटीएम चलाने के लिए दिया गया परमिट फिर से मंजूर किया।
  • 2021 में, वक्रांगी ने एनएसडीएल पेमेंट्स बैंक के साथ मिलकर डिजिटल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए साझेदारी की।
  • 2022 में, वक्रांगी ने डेकाथलॉन स्पोर्ट्स इंडिया के साथ एक विक्रेता समझौता किया, जिसके तहत खेल उपकरण और उत्पादों की पूरी श्रृंखला पेश की जाएगी।
  • 2023 में, वक्रांगी ने जेके सीमेंट के साथ साझेदारी की ताकि सीमेंट की बिक्री के लिए लीड जनरेशन सेवाएं प्रदान की जा सकें।
  • 2024 में, वक्रांगी ने बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए बंगिया ग्रामीण विकास बैंक के साथ मिलकर साझेदारी की।

प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)

वक्रांगी केंद्र (Vakrangee Kendras):

वक्रांगी ने अपने विभिन्न केंद्रों के जरिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एकल स्थान पर कई सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। इन केंद्रों के माध्यम से लोग बैंकिंग, बीमा, सरकारी सेवाएं, और डिजिटल दुनिया से जुड़ी अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

डिजिटल बैंकिंग और एटीएम सेवाएं:

वक्रांगी के व्हाइट लेबल एटीएम नेटवर्क के जरिए लोगों को उनकी निकटतम जगह पर बैंकिंग सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इसके अलावा, यह कैश ट्रांजेक्शन, खाता जानकारी, और अन्य वित्तीय सेवाएं भी उपलब्ध कराता है।

आधार कार्ड और पहचान सेवाएं:

वक्रांगी आधार कार्ड पंजीकरण और अद्यतन सेवाओं के साथ-साथ वोटर आईडी के लिए पंजीकरण भी प्रदान करता है, ताकि हर नागरिक को अपनी पहचान और सरकारी सेवाओं तक आसान पहुंच मिल सके।

स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाएं:

वक्रांगी ने टेलीमेडिसिन और ऑनलाइन मेडिकल कंसल्टेशन जैसी सेवाएं शुरू की हैं, जिससे लोग दूर-दराज के क्षेत्रों से भी डॉक्टर्स से सलाह ले सकते हैं और अपनी दवाइयों की ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं।

बीमा और वित्तीय उत्पाद:

वक्रांगी बीमा उद्योग के साथ साझेदारी करते हुए स्वास्थ्य, जीवन और अन्य प्रकार की बीमा सेवाएं प्रदान करता है। यह ग्राहकों को जीवन की अनिश्चितताओं से बचाव करने में मदद करता है।

ई-कॉमर्स और शॉपिंग सेवाएं:

वक्रांगी के केंद्रों से ई-कॉमर्स सेवाओं का लाभ भी उठाया जा सकता है, जिसमें लोग उत्पादों की खरीदारी कर सकते हैं, डिलीवरी ट्रैक कर सकते हैं, और ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं।

लॉजिस्टिक्स और कूरियर सेवाएं:

वक्रांगी की कूरियर और लॉजिस्टिक्स सेवाएं ग्राहकों को उनके उत्पादों की सुरक्षित और समय पर डिलीवरी का भरोसा देती हैं। ये सेवाएं शहरों और छोटे कस्बों तक पहुँचती हैं।

इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस सेवाएं:

वक्रांगी ने सरकार के कई डिजिटलीकरण पहलुओं में हिस्सा लिया है, जैसे कि सरकारी दस्तावेजों की वितरण प्रणाली और पेंशन सेवाओं का डिजिटलीकरण, ताकि नागरिकों को सरकारी सुविधाएं बिना किसी रुकावट के मिल सकें।

वक्रांगी लिमिटेड की सहायक कंपनियां (Subsidiaries)

वोर्टेक्स इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड (Vortex Engineering)

वोर्टेक्स इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड एक तकनीकी कंपनी है जो विशेष रूप से ऑटोमेटेड टेलर मशीन (ATM) और मल्टी-वेंडर एटीएम प्रबंधन सॉफ़्टवेयर का निर्माण करती है। कंपनी अपनी इकोटेलर श्रृंखला के लिए जानी जाती है, जो ऊर्जा बचाने के साथ-साथ लागत प्रभावी भी होती है। इसके अलावा, Vortex Engineering एटीएम निगरानी और प्रबंधन सॉफ़्टवेयर भी प्रदान करती है, जो एटीएम संचालन को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाता है। कंपनी इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों में, जैसे संरचनात्मक डिज़ाइन, जल प्रबंधन और ऊर्जा समाधान, सेवाएं प्रदान करती है।

वक्रांगी फिनसर्व (Vakrangee Finserve Ltd)

वक्रांगी फिनसर्व लिमिटेड एक ऐसी कंपनी है जो भारत के उन क्षेत्रों तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने का काम करती है, जहां आज भी पारंपरिक बैंकिंग सेवाएं बहुत मुश्किल से मिलती हैं। इस कंपनी की शुरुआत 2011 में की गई थी और यह वक्रांगी लिमिटेड की सहायक इकाई है। इसका मकसद है कि देश के ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों में रहने वाले लोगों को भी वे सभी वित्तीय सेवाएं मिलें जो आमतौर पर शहरों में आसानी से उपलब्ध होती हैं।

वक्रांगी फिनसर्व, बैंकों के साथ साझेदारी करके उनके लिए बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट के रूप में काम करती है और स्थानीय स्तर पर बैंकिंग केंद्रों के ज़रिए खाता खोलने, पैसे जमा या निकालने, सब्सिडी प्राप्त करने और डिजिटल भुगतान जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराती है।

शेयर होल्डिंग (Shareholding Pattern)

दिसंबर 2024 तक, वक्रांगी लिमिटेड का शेयर होल्डिंग पैटर्न: रिटेल और अन्य 52.33%, प्रोमोटर 40.05%, अन्य घरेलू संस्थान 4.47%, विदेशी संस्थाएँ 3.14%, टोटल 100%।

शेयरहोल्डर शेयर होल्डिंग
रिटेल और अन्य 52.33
प्रोमोटर 40.05
अन्य घरेलू संस्थान 4.47
विदेशी संस्थाएँ 3.14
टोटल 100%

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

वक्रांगी क्या करता है?

वक्रांगी ने देश के 16 राज्यों में 37,000 से ज़्यादा ‘वक्रांगी केंद्र’ खोलकर सेवा विस्तार का नया उदाहरण पेश किया है। इन केंद्रों के ज़रिए ग्रामीण इलाकों में वोटर आईडी, आधार पंजीकरण और व्हाइट लेबल एटीएम जैसी जरूरी बैंकिंग सुविधाएं सीधे लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं।

 

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